कन्या पूजन के दिन सौतेली मां ने बच्ची का किया श्रृंगार, फिर गला घोंटकर कर दी हत्या

जिस दिन भारत में हिंदू लोग कन्या पूजन में जुटे हुए थे, उसी दिन एक सौतेली मां ने आठ साल की बच्ची की हत्या कर दी। हत्या से पहले मां ने बेटी को पहले खौलते पानी से नहलाया। फिर उसके बालों पर कंघी की और चोटी बांधी। इसके बाद उसकी पिटाई की और फिर रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद घर के सामने निर्माणाधीन मकान में गड्ढा खोदकर शव को दबा दिया। घटना उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में आईटीआई थाना क्षेत्र की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बच्ची नवमी के दिन से लापता थी। उसके पिता ने आईटीआई थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बच्ची का शव मिलने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही हत्या की आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया गया है। डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया जा रहा है कि हत्या से पहले सौतेली मां ने बेटी का शृंगार किया था। सौतेली मां लक्ष्मी ने मासूम को स्नान कराया। फिर कपड़े पहनाकर बालों में कंघी कर चोटी भी बांधी। आठ साल की मासूम सोनी को शीशे में उसकी शक्ल दिखा कहा कि वह अत्यधिक सुंदर लग रही है। अब वह हर रोज ऐसे ही चोटी बांधा करेगी। 17 अप्रैल को दादी संतोष देवी और बड़े पापा किशन लाल उसे साथ लेकर रिश्तेदारी में जाने वाले थे, लेकिन हत्यारोपी मां ने सोनी को घर में रोक लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आइटीआइ थाना क्षेत्र में खड़कपुर देवीपुरा में श्रीराम नवमी के दिन की गई ये हत्या जायदाद के लालच का परिणाम है। मासूम की दादी ने पड़ोसियों के हवाले बताया कि सोनी पड़ोस में कन्या पूजन में गई थी। वहां से लौटने के बाद रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खड़कपुर देवीपुरा निवासी मोनू कुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी पहली पत्नी रीना की 5-6 साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। उससे उसकी दो बेटियां सोनी (8) और तनु (6) थीं। दोनों की परवरिश के लिए परिजनों ने चार साल पहले उसकी दूसरी शादी ग्राम फजलपुर थाना डिलारी जिला मुरादाबाद (यूपी) निवासी लक्ष्मी से करा दी थी। उससे उसका बेटा देव (2) और बेटी देविका (3) है। सोनी कक्षा चार में पढ़ती थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मोनू ने बताया कि 15 अप्रैल को उसकी मां संतोष देवी रिश्तेदार की गमी में गई थीं, जबकि वह अपने मामा के घर लगन में शामिल होने 16 अप्रैल को गल्लाखेड़ा ताजपुर जिला बिजनौर (यूपी) गया था। इसके बाद उसकी मां संतोष देवी 17 अप्रैल को रिश्तेदार के घर से बिजनौर पहुंच गई। घर में पत्नी लक्ष्मी और चारों बच्चे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मोनू कुमार ने बताया कि 17 अप्रैल की शाम 6:30 बजे लक्ष्मी का फोन आया कि सोनी नवमी पूजन के लिए सहेलियों के साथ गई थी, जो घर नहीं लौटी। इस पर वह घर आया और खोजबीन की। काफी प्रयास के बाद सोनी नहीं मिली। तब उसने आईटीआई थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने बीते बृहस्पतिवार को दोपहर में सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें उसकी पत्नी लक्ष्मी दोपहर करीब ढाई बजे बेटी सोनी को सामने वाले घर में ले जाती नजर आई। तब पुलिस ने सामने खाली मकान में खोजबीन की, जहां एक जगह गड्ढे में ताजी मिट्टी पड़ी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस ने जब गड्ढे की मिट्टी निकाली तो उसमें एक बोरे में सोनी का शव रस्सी से बंधा हुआ था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा और लक्ष्मी को पकड़ लिया। कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि लक्ष्मी सौतेली बेटी सोनी से द्वेष भावना रखती थी। उसने बताया कि सोनी उसके बच्चों का हिस्सा मार लेती, इसलिए उसने उसकी हत्या कर दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लक्ष्मी की तीन वर्षीय बेटी देविका से जब समाजसेवी सरोज ठाकुर ने पूछा कि सोनी को कैसे मारा, तब देविका ने सहमी आवाज में बताया कि उसकी बहन सोनी चिल्ला रही थी। मम्मी और दो लोग मार रहे थे। मेरी मम्मी ने उसे मार दिया। देविका ने वह कमरा भी दिखाया, जिसमें पहले सोनी को मारा-पीटा गया था। मासूम ने बताया कि मम्मी उसे भी खूब मारती हैं। सोनी की सगी छोटी बहन तनु अपनी बुआ के पास रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लक्ष्मी देवी की चार वर्षीय बेटी दीपिका ने अपनी दादी संतोष देवी और पुलिस अधिकारियों को बताया कि दीदी को मारने में दो मामा भी थे। दीदी को मत मारो मामा बोलकर वह रो रही थी। तभी उसकी गाल पर भी चांटा मारा गया। इस पर वह चुप हो गई और कातिल ने हत्या कर डाली। सोनी की हत्या करने के बाद मां लक्ष्मी देवी अपने घर के सामने चक्कर लगा रही थी। यह फुटेज सीसीटीवी में भी कैद है। पुलिस को अंदेशा है कि मकान में शव दबाने में वह अकेली नहीं थी। हत्याकांड में अन्य लोग भी शामिल रहे होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लक्ष्मी ने पुलिस को बताया कि गली में सीसीटीवी लगा है, इसकी उसे जानकारी नहीं थी। उसे इसका पता होता तो वह कोई ठिकाना खोजती। पुलिस लक्ष्मी देवी के मोबाइल से आठ लोगों के नंबर लेकर काल डिटेल जांच करने में जुट गई है। पड़ोसियों ने बताया कि मोहल्ले में सोनी सबसे सुंदर और समझदार थी। वह चौथी क्लास में पढ़ती थी। स्कूल से आने के बाद सबसे पहले होमवर्क पूरा करती थी। वह सुबह शाम अपनी दादी और मां के साथ खाना बनाने और बर्तन धोने में भी मदद करती थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आठ वर्ष की सोनी सौतेली मां की अच्छाइयां और बुराइयां दादी को बताती थी। पड़ोस में रहने वाली लक्ष्मी देवी की मौसी ने उसकी शादी कराई थी। लक्ष्मी घर का कई सामान अपनी मौसी को देती थी, जिसकी जानकारी सोनी अपनी दादी को देती थी। पोल-पट्टी खुलने के डर से उसने हत्या कर दी। हत्यारी सौतेली मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।