बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ एनएसयूआई ने निकाला मशाल जुलूस
उत्तराखंड में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं पर अत्याचारों की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ शनिवार की रात एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने देहरादून में मशाल जुलूस निकाला। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी के नेतृत्व में जुलूस राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय से शुरू हुआ। एसजे चौक, कनक चौक, परेड मैदान के चक्कर लगाने के बाद वापस कांग्रेस भवन पहुचकर जुलूस का समापन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर विकास नेगी ने कहा कि हाल ही में बंगाल जैसी घटनाएं उत्तराखंड में भी घटित हुई। रुद्रपुर में महिला नर्स की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। इसी तरह देहरादून आईएसबीटी में बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। अंकिता भंडारी हत्याकांड में आज तक उस वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं हो पाया, जिसे खुश करने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन दोषियों को सजा देने को राज़ी नहीं हैं। कई मामलों में अपराधियों को बचाने का काम किया गया। इससे ऐसे अपराध करने वालों में कानून का भय ही समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं भाजपा के तमाम संगठनों की ओर से पश्चिम बंगाल में हुए रेप का तो विरोध किया जा रहा है, लेकिन अपने प्रदेश उत्तराखंड में हो रही बलात्कार जैसी घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं।
मशाल जुलूस में सुनीता प्रकाश, स्वाति नेगी, प्रदीप सिंह तोमर, प्रकाश नेगी, बाला, अरुण टम्टा, मुकेश बसेड़ा, हरीश जोशी, विपुल चौहान, हर्ष राणा, रिया राणा, प्रियंश छाबड़ा, कमल कांत आदि शामिल हुए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।