बेरोजगार युवाओं के आंदोलन के समर्थन में एनएसयूआइ नेताओं ने भी की भूख हड़ताल, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद ने भी दिया समर्थन
उत्तराखंड में बेरोजगारों की ओर से किए जा रहे आंदोलन के समर्थन में देहरादून स्थित कांग्रेस मुख्यालय में एनएसयूआइ के प्रदेश सचिव विकास नेगी ने भी भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनके समर्थन में पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, एनएसयूआइ के राष्ट्रीय संयोजक अजय रावत सहित कई युवा भी धरने पर बैठे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनएसयूआइ नेताओं का कहना है कि उत्तराखंड में लगभग हर सरकारी नौकरी में धांधली हो रही हैं। कभी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो जाते हैं, तो कभी नकल करवाकर या फिर पैसे देकर परीक्षार्थी को पास करवा दिया जाता है। यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के एग्जाम में धांधली का मामला खुलने के बाद एक के बाद एक कई नौकरियों में धांधली किए जाने की बात सामने आई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि खास बात यह है कि लगभग सभी मामलों में कोई न कोई भाजपा नेता जुड़ा हुआ है। उत्तराखंड का बेरोजगार युवा पहले भी उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले सड़कों पर उतरा था। इस बार युवाओं का आक्रोश सातवें आसमान पर है। वे लाठी-डंडे खाने और जेल जाने तक के लिए तैयार हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने जेई, एई, पटवारी सहित विभिन्न पदों पर भर्ती में हुई धांधली की सीबीआई जांच करवाने की मांग को लेकर 8 फरवरी को सत्याग्रह शुरू किया था। दिनभर गांधी पार्क के बाहर बैठे रहने के बाद युवाओं ने रात को भी सत्याग्रह जारी रखा। देर रात करीब दो दर्जन युवा धरनास्थल पर बैठे थे। इनमें कुछ युवतियां भी थी। इसी दौरान पुलिस की एक टीम वहां पहुंच गई और युवाओं को खींचकर वहां से हटाने का प्रयास करने लगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके बाद नौ फरवरी को राजपुर रोड पर गांधी पार्क के समक्ष हजारों युवा प्रदर्शन में शामिल हो गए। एक्लेहाल से लेकर घंटाघर तक सड़क पर जाम लग गया। फिर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। वहीं, छात्रों की ओर से भी पत्थरबाजी की गई। इस दौरान बेरोजगार संघ के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया तो युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कांग्रेस भवन में धरना आरंभ कर दिया।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



