अब और क्या सबूत चाहिए मोदीजी, महिला पहलवानों की सांस चेक करने के बहाने छाती छूते थे बृजभूषण शरण सिंह, कहां है बजरंग दल
दिल्ली के जंतर मंतर में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एवं सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवान धरने पर बैठी हैं। सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने पर ही दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इस बीच द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट में ऐसा खुसासा हुआ जिससे अब लोग पीएम मोदी से सवाल करने लगे हैं। लोगों का सवाल है कि अब कितना सबूत चाहिए मोदी जी। महिला पहलवानों से यौन उत्पीड़न करने वाले सांसद के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते। आप तो भ्रष्टाचार मिटाने की बात करते रहे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हो। ओलंपिक में मेडल जीतने पर पहलवानों को चाय पर बुलाकर उनकी तारीफ करते हो, लेकिन जब उन्हें न्याय के लिए आपकी आवश्यकता पड़ी तो आप चुप्पी साध गए। वहीं, जिस बंजरंग दल की बजलंग बली से तुलना की जा रही है, उसके कार्यकर्ता कहां हैं। क्या इस मुद्दे पर भी वो मुंह खोलने की हिम्मत जुटाएंगे। या फिर कांग्रेस के कार्यालयों पर ही प्रदर्शन करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौंकाने वाले तथ्य
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में महिला पहलवानों की शिकायत पर भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ दायर दिल्ली पुलिस की FIR के बारे में बताया गया है। एफआईआर में कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ महिला पहलवानों ने कई संगीन आरोप लगाए हैं, जिसमें यौन उत्पीड़न और दुर्व्यहार की घटनाओं से लेकर छेड़छाड़, अनुचित स्पर्श और शारीरिक संपर्क तक शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दो महिला पहलवानों ने लगाए गंभीर आरोप
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस की एफआईआर में जो विवरण है, उसके मुताबिक महिला पहलवानों ने शिकायत की है कि उन्हें टूर्नामेंट के दौरान, वार्म-अप और यहां तक कि नई दिल्ली में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के कार्यालय में यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। इस रिपोर्ट में बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों का पूरा ब्यौरा दिया गया है। इसके अनुसार उन पर आरोप लगाने वाली सात में से दो महिला पहलवानों ने पुलिस को दी शिकायत में कई बार यौन उत्पीड़न किए जाने का जिक्र किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आठ घटनाओं के बारे में किया जिक्र
रिपोर्ट के अनुसार शिकायतें 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दी गईं थीं और इनमें कम से कम 8 घटनाओं के बारे में बताया गया है। शिकायत करने वाली दो पहलवानों ने दावा किया है कि बृजभूषण शरण सिंह ने उनकी सांस जांचने के बहाने उन्हें अनुचित तरीके से छुआ और उनका यौन उत्पीड़न किया। बताया गया कि सांस चेक करने के बहाने उनकी छाती को छुआ जाता था। शिकायत में महिला पहलवानों ने कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में सिंह के प्रभाव और इससे करियर पर पड़ सकने वाले असर की वजह से उन्होंने इसके बारे में पहले बात नहीं की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अनुचित तरीके से छूते रहे बृजभूषण शरण सिंह
अपनी शिकायत में महिला पहलवान 1 (पहचान छिपाने के लिए उनका नाम छिपाया गया है) ने WFI अध्यक्ष के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की कम से कम 5 घटनाओं के दौरान यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। एक घटना, 2016 के एक टूर्नामेंट के दौरान घटी, जब एक रेस्टोरेंट में कथित रूप से बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवान को अपने पास बुलाकर अनुचित तरीके से उसकी छाती और पेट को छुआ। अपनी शिकायत में महिला पहलवान ने कहा कि इस घटना के बाद वह खाना तक नहीं खा पाई थीं। उनकी नींद खराब हो गई थी और वह डिप्रेशन में चली गई थीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह की हरकतें की गई कई बार
आरोप है कि इसी तरह की हरकतें कई बार की गईं। महिला पहलवान 1 ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि साल 2019 में एक अन्य टूर्नामेंट के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने फिर से इसी तरह उसकी छाती और पेट को छुआ। महिला पहलवान 1 का आरोप है कि बृजभूषण शरण सिंह ने 21 अशोक रोड स्थित अपने आवास पर भी उसे गलत तरीके से छुआ था। इसी आवास पर भारतीय कुश्ती संघ का ऑफिस भी है। महिला पहलवान ने शिकायत में आरोप लगाया है कि पहले दिन बृजभूषण शरण सिंह ने उसकी जांघों और कंधों को छुआ और दूसरे दिन उनकी छाती और पेट को ये कहते हुए गलत तरीके से छुआ कि वह उनकी सांस की जांच कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
झटककर करना पड़ा अलग
पहलवान ने अपनी शिकायत में आगे आरोप लगाया कि साल 2018 में बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें देर तक कस कर गले लगाया और एक बार महिला पहलवान को बृजभूषण शरण सिंह को झटककर अलग करना पड़ा। क्योंकि उनका हाथ उसकी छाती के करीब था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरी पहलवान ने लगाए ऐसे ही आरोप
वहीं दूसरी पहलवान ने भी शिकायत में इसी तरह के आरोप लगाए हैं। महिला पहलवान 2 का आरोप है कि साल 2018 में जब वह अभ्यास कर रहीं थीं। तब बृजभूषण शरण सिंह ने उनकी ट्रेनिंग जर्सी को ऊपर उठाकर उनके पेट और सीने को यह कहते हुए छुआ कि वह उसकी सांस की जांच कर रहे हैं। पहलवान ने शिकायत में कहा कि वह इस घटना से बहुत हैरान और परेशान थी। महिला पहलवान ने आरोप लगाया कि इस घटना के करीब एक साल बाद जब वह WFI के ऑफिस गईं थीं, तब बृजभूषण शरण सिंह ने बाकी लोगों को बाहर भेज दिया और उन्हें जबरदस्ती पकड़ने की कोशिश की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पर्सनल नंबर मांगने का भी आरोप
महिला पहलवान ने यह भी आरोप लगाया कि बृजभूषण शरण सिंह ने उनसे पर्सनल नंबर भी मांगा और अपना नंबर दिया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार दोनों महिला पहलवानों ने इसी सप्ताह सीआरपीसी की धारा 161 के तहत दिल्ली पुलिस को अपना बयान दर्ज करवाया है। हालांकि बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। द इंडियन एक्सप्रेस ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने खुद पर लगे आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।