पानी के बाद अब ऊर्जा निगम ने थमाए गंगोत्री धाम में बिजली के बिल
इस बार कोरोना काल के चलते चारधाम यात्रा न के बराबर चली, लेकिन सरकार को लग रहा है कि वहां के व्यापारियों ने मोटी कमाई कर ली है। तभी तो पहले गंगोत्री के व्यापारियों को पानी के बिल भेजे गए। अब उन्हें ऊर्जा निगम ने भी बिजली के बिल थमा दिए गए हैं। बिल भी पिछले साल दीपावली से लेकर अब तक के हैं।
लॉकडाउन के कारण चारधाम यात्रा पूरी तरह से बंद रही। फिर अनलाक 05 में यात्रा तो खुली, लेकिन पहले जहां हजारों लोग धामों में पहुंचते थे, इस बार गिनती के तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। वहीं, गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों को बिजली और पानी से संबंधित एजेंसियां बिलों को भेज रही है। जब बिजली का उपभोग हुआ ही नहीं, तो बिल किस बात है। ऐसा व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों का कहना है।
गंगोत्री के व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि पानी के बिलों को माफ करने के लिए जिलाधिकारी से भी गुहार लगा चुके हैं। अब ऊर्जा निगम की ओर से भेजे जा रहे बिलों ने उनके होश उड़ा दिए। व्यापारी गंगोत्री धाम में सिर्फ दुकानों की देखरेख में हैं। न तो वहां होटल व्यवसाय ही चल रहा है और न ही अन्य व्यवसाय। लोगों का काम धंधा चौपट है। ऐसे में सरकार को व्यापारियों, तीर्थ पुरोहितों को बिलों में छूट देकर राहत देनी चाहिए।
गंगोत्री से सत्येंद्र सेमवाल की रिपोर्ट की रिपोर्ट
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।