Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 21, 2024

अब मिला ओमिक्रॉन का सब बैरिएंट, तेजी से फैल रहा संक्रमण, 57 देशों में मिले मामले, डब्ल्यूएचओ ने चेताया

1 min read
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक नया सब वैरिएंट पाया गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक नया सब वैरिएंट पाया गया है। कुछ अध्ययनों से संकेत मिलता है कि यह ऑरिजिनल वैरिएंट की तुलना में और भी अधिक संक्रामक हो सकता है। WHO ने कहा कि इस नए सब वैरिएंट के मामले 57 देशों में मिले हैं। तेजी से फैलने और उत्परिवर्तित होने वाला ओमिक्रॉन वैरिएंट अब दुनिया भर के देशों में कोविड संक्रमण का प्रमुख कारण बन गया है। यह पहली बार 10 सप्ताह पहले दक्षिणी अफ्रीका में पाया गया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने साप्ताहिक अपडेट रिपोर्ट्स में कहा कि पिछले महीने एकत्र किए गए सभी कोरोनावायरस नमूनों का 93 प्रतिशत कवर करने वाला ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई उप-वंश हैं। इनमें BA.1, BA.1.1, BA.2 और BA.3 जैसे सब वैरिएंट शामिल हैं। WHO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ओमिक्रॉन के 96 फीसदी मामलों में BA.1 और BA.1.1 की पहचान की गई, लेकिन BA.2 से जुड़े मामलों में अब स्पष्ट वृद्धि दिखाई पड़ती है। जो ऑरिजिनल वैरिएंट से हटकर कई अलग-अलग म्यूटेंट काउंट कर रहा है। संगठन ने बताया है कि इस म्यूटेंट में स्पाइक प्रोटीन भी शामिल है, जो वायरस की सतह को डॉट करता है और मानव कोशिकाओं में प्रवेश करता है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि “BA.2” सब वैरिएंट म्यूटेशन के मामले 57 देशों से GISAID को प्रस्तुत किए गए हैं। WHO ने कहा कि कुछ देशों में, अब इस सब वैरिएंट के मामले कुल संक्रमण के मामलों में आधे से अधिक रिपोर्ट किए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि इस सब वैरिएंट के बारे में अभी तक बहुत कम जानकारी उपलब्ध हो सकी है। इसलिए इस पर डिटेल स्टडी के लिए कहा गया है। ताकि इसकी संक्रामकता का पता लगाया जा सके और सुरक्षा प्रतिरक्षा पर इसके विषाणु के चकमा देने की संभाव्यता का पता लगाया जा सके। साथ ही इसे हल्के में ना लेने की चेतावनी भी दी गई है।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *