अब चार घंटे की बजाय पूर्व निर्धारित समयावधि के मुताबिक चलेंगी छह से 12वीं तक की कक्षाएं, आदेश जारी
हालांकि अभी तक शासन ने आनलाइन पढ़ाई के विकल्प को लेकर कोई जिक्र नहीं किया है। ऐसे में निजी स्कूलों में अभी भी छोटी कक्षाओं में बच्चे नहीं आ रहे हैं। इसका एक कारण ये भी है कि अभिभावक भी घर से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने में इसलिए दिलचस्पी ले रहे हैं कि उन्हें पूरी फीस न देनी पड़े। वहीं, विशेषज्ञों का मत है कि आनलाइन पढ़ाई बेहतर विकल्प नहीं है। इससे छात्रों का उतनी तेजी से बौद्धिक विकास नहीं होगा, जिस हिसाब से स्कूलों में होता है।
शासनादेश पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-
स्कूल संचालन की समयावधि बढ़ाने विषयक GO No. 676_0001
शासनादेश में कहा गया है कि माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत संचालित होने वाले समस्य बोर्ड की ओर से संचालित बोर्डिंग, डे बोर्डिंग शिक्षण संस्थानों (शासकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, निजी शिक्षा संस्थान) में कक्षा छह से 12 तक की कक्षाओं को चार घंटे के स्थान पर पूर्व की भांति संचालित किया जाएगा। शेष शर्तें यथावत रहेंगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।