Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

April 12, 2025

अब उत्तराखंड के इन चार जिलों मे उच्च शिक्षा संस्थान 30 अप्रैल तक बंद, आनलाइन होगी पढ़ाई

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण बढ़ने से मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधमसिंहनगर के साथ ही कोटद्वार भाबर के सभी सरकारी और निजी उच्च शिक्षण संस्थानों को 30 अप्रैल तक बंद रखा जाएगा।

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण बढ़ने से मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधमसिंहनगर के साथ ही कोटद्वार भाबर के सभी सरकारी और निजी उच्च शिक्षण संस्थानों को 30 अप्रैल तक बंद रखा जाएगा। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा धन सिंह रावत ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। उक्त संस्थानों में आनलाइन पढ़ाई जारी रखी जाएगी।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में अधिक जनसंख्या वाले मैदानी जिलों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से उक्त निर्णय लिया गया है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। राज्य के अन्य जिलों में सभी उच्च शिक्षण संस्थान खुलेंगे, लेकिन छात्र-छात्राओं के लिए आने की बाध्यता नहीं रहेगी। इन संस्थानों में आफलाइन और आनलाइन दोनो तरह से पढ़ाई जारी रखी जाएगी।
डा रावत ने कहा कि बीते वर्ष भी कोरोना के चलते सभी सरकारी डिग्री कालेज, विश्वविद्यालय और निजी उच्च शिक्षण संस्थान बंद कराए गए थे। इसके साथ ही सरकार ने राज्य के तकरीबन सभी सरकारी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को 4जी नेटवर्क से जोड़ा गया।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अब छात्रों एवं शिक्षकों को कोविड संक्रमण के नियमों का पालन करते हुए पठन-पाठन का कार्य जारी रखना होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आनलाइन पढ़ाई बेहतर ढंग से कराने के लिए शासन स्तर से मानीटरिंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
उत्तराखंड में हर दिन बन रहा नया रिकॉर्ड
उत्तराखंड में हर दिन कोरोना का नया रिकॉर्ड बनता जा रहा है। शुक्रवार 16 अप्रैल को प्रदेश में एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 2402 नए संक्रमित मिले। वहीं, इस साल में सर्वाधिक 17 मौत हुई। बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए सचिवालय में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। शिकायत कर्ताओं को प्रवेश पक्ष में ही अपनी अर्जी देकर लौटना होगा। वहीं पत्रकारों को प्रत्येक कार्य दिवस पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही शाम चार बजे से पांच बजे तक एंट्री दी जाएगी।
उधर, प्रदेश में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 74 हो गई है। यहां पूरी तरह लॉकडाउन है। उधर, पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, शुक्रवार को 669 केंद्र में कुल 48448 लोगों का टीकाकरण किया गया। कल गुरुवार 15 अप्रैल की की शाम की रिपोर्ट में पिछले 24 घंटे के भीतर रिकॉर्ड 2220 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। जो कि कल तक प्रदेश का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
शुक्रवार की शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में ये रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गया। 16 अप्रैल की शाम स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में उत्तराखंड में 2402 नए संक्रमित मिले। 17 लोगों की मौत हुई। मौत का ये आंकड़ा भी इस साल का सर्वाधिक है। वहीं, 1080 लोग स्वस्थ हुए और 13546 एक्टिव केस हो गए हैं। उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 118646 हो गई है। इनमें 100857 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 1819 की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है। शुक्रवार को सर्वाधिक संक्रमित देहरादून में 1051 मिले। हरिद्वार में 539, नैनीताल में 296, उधमसिंह नगर में 220 नए संक्रमित मिले।
74 स्थानों पर लॉकडाउन
उत्तराखंड में यहां रात साढ़े दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, वहीं कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 74 हो गई है। ऐसे स्थानों पर रहने वालों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। वहां हर तरह की सामाजिक गतिविधियां भी प्रतिबंधित हैं। पूरी तरह से ऐसे क्षेत्र में लॉकडाउन है। ऐसे स्थल देहरादून में 41, हरिद्वार में छह, नैनीताल में 26, पौड़ी जिले में एक है।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “अब उत्तराखंड के इन चार जिलों मे उच्च शिक्षा संस्थान 30 अप्रैल तक बंद, आनलाइन होगी पढ़ाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page