नए लेबर कोड में सप्ताह में तीन दिन अवकाश का कोई प्रस्ताव नहीं

श्रम मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी है कि 25 अगस्त, 2022 से तिरुपति में शुरू होने जा रही श्रम मंत्रियों की दो-दिवसीय कॉन्फ्रेंस का वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। राज्यों के श्रम मंत्रियों की इस कॉन्फ्रेंस के एजेंडे में सभी चारों लेबर कोडों को लेकर राज्य सरकारों द्वारा नियमों को ड्राफ्ट किए जाने पर चर्चा शामिल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, 31 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों ने पारिश्रमिक कोड को लेकर नियमों को ड्राफ्ट कर लिया है। सामाजिक सुरक्षा कोड को लेकर 27 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों ने नियम ड्राफ्ट कर लिए हैं। औद्योगिक संबंध कोड पर 25 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों ने नियम ड्राफ्ट कर लिए हैं, तथा पेशागत सुरक्षा कोड पर 24 राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश नियम तैयार कर चुके हैं। केंद्र सरकार को उम्मीद है कि सभी राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश सभी चार लेबर कोडों पर नियमों को ड्राफ्ट करने की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे, ताकि उन्हें देशभर में लागू किया जा सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टेकहोम सेलरी में आ सकती है कमी
नई श्रम संहिता से कर्मचारियों के वेतन का स्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा। बेसिक वेतन के कुल वेतन का 50 फीसदी होने के बाद कर्मचारियों के वेतन से ईपीएफ के योगदान के लिए ज्यादा पैसे कटेंगे। कंपनियों को भी अपनी ओर कर्मचारियों के पीएफ मद में ज्यादा योगदान करना पड़ेगा। हालांकि इसके साथ ही कर्मचारियों के टेकहोम सैलेरी में कमी आ जाएगी।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।