एलियंस को लेकर नया अपडेट, नासा के सिग्नल का 27 साल बाद आएगा एलियंस का जवाब, इतने साल बाद होगा सामना
इस धरती पर इंसान के साथ ही तरह तरह के जीव और जंतु हैं। साथ ही पेड़ पौधे हैं। पानी और हवा है। यानि कि जीवन के लिए जो भी जरूरी है, वे सब तत्व धरती पर मौजूद हैं। इसके साथ ही वैज्ञानिक निरंतर ऐसे ग्रहों की खोज कर रहे हैं, जहां जीवन की संभावना है या फिर जीवन मौजूद है। वैज्ञानिक शोध के जरिये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ब्रह्मांड में इंसान के अलावा कोई और जीव हैं? वैज्ञानिक इन सवालों के जवाब खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या पृथ्वी के अलावा किसी और ग्रह पर भी जीवन है। वैज्ञानिकों का मानना है कि दो दशक से कम समय में मंगल ग्रह पर इंसान पहुंच जाएगा। इस सदी में ही इंसान बृहस्पति या शनि के कम से कम एक उपग्रह पर पहुंच जाएगा। अमेरीका कि अंतरिक्ष ऐजेंसी नासा NASA के एक रिसर्च में यह अनुमान जताया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एलियंस पर बहस
एलियंस के होने और ना होने पर सालों से बहस चल रही है। नासा सहित कई स्पेस एजेंसीज दूसरे ग्रहों पर रहने वाले परजीवियों की तलाश कर रहे हैं। अभी तक ऐसे कई प्रमाण मिल चुके हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि वाकई एलियंस होते हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसे अभी तक कंफर्म नहीं किया जा सका है। लोग भी एलियंस के सबूतों को शक की नजर से देखते हैं। उनके मुताबिक़, वायरल होने वाले एलियंस और यूएफओ के कई सबूत एडिटेड भी होते हैं। वहीं, नासा ने हाल ही में एलियंस के होने पर एक बड़ा खुलासा किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एलियंस से संपर्क का इंसान लगातार कर रहा प्रयास
नासा के डीप स्पेस नेटवर्क के मुताबिक़, एलियंस होते हैं। इंसान लगातार उनसे संपर्क कर रहा है। स्पेस में इंसान के वॉइस सिग्नल भी भेजे गए हैं। हो सकता है कि इंसान की आवाज इन एलियंस तक जा चुकी हो, लेकिन अब उसके जवाब का इंतजार करने में हमें सत्ताईस साल लगेंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि एलियंस के जवाब का सत्ताईस साल से क्या लेना देना। दरअसल, स्पेस से एलियंस का जवाब पृथ्वी तक आने में इतने ही साल का समय लगता है। ऐसे में अगर कोई यूएफओ इंसान को रिप्लाई करता भी है तो करीब 27 साल के बाद उसे पृथ्वी पर सुना जा सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सालों से हो रही है तलाश
इंसान कई सालों से एलियंस की सच्चाई जानने का इंतजार कर रहा है. स्पेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, स्पेस की दुनिया काफी बड़ी है। ऐसे में कम्यूनिकेशन में समय लगना जायज है। इंसान कई सालों से एलियंस की तलाश कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई खासी सफलता नहीं मिल पाई है। नासा के डीप स्पेस नेटवर्क ने भी एलियंस की खोज में सालों लगाए है। अब इसने रेडियो सिग्नल स्पेस में भेजे हैं। इन सिग्नल्स का जवाब एलियंस के देने का इंतजार है। एक बार जवाब आ जाए, उसके बाद कंफर्म हो जाएगा कि वाकई एलियंस होते हैं या नहीं? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस साल तक कर सकते हैं रिप्लाई
साइंटिस्ट्स की कैलकुलेशन के मुताबिक, नासा के डीप स्पेस नेटवर्क द्वारा भेजे सिग्नल्स का जवाब 2029 तक वापस पृथ्वी पर आ जाएगा। दरअसल, 1972 में एक सिग्नल स्पेस में भेजा गया था। 2002 में जब इस सिग्नल की जांच की गई थी, तब ये पृथ्वी से 27 लाइट ईयर की दुरी पर एक डेड स्टार तक पहुंचा था। इस हिसाब से अब 2029 तक ये सिग्नल रिप्लाई लेकर वापस पृथ्वी पर लौटेगा। यानी की 2030 तक ये बात कंफर्म हो जाएगी कि एलियंस तक पृथ्वी वासियों की आवाज पहुंची या नहीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नासा प्रमुख ने भी जताई थी संभावना
पिछले साल ही नासा प्रमुख का कहना था कि एलियंस का अस्तित्व होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रह्मांड बहुत बड़ा है। पूर्व अंतरिक्ष यात्री और नासा प्रमुख बिल नेल्सन (Bill Nelson) ने कहा था कि हम ये नहीं कह सकते कि पृथ्वी के बाहर जीवन नहीं है। इस बात की प्रबल संभावना है कि एलियन होंगे। उन्होंने कहा कि क्रिसमस के दिन लॉन्च किया गया जेम्स वेब टेलीस्कोप हमें ब्रह्मांड के अन्य हिस्सों को खोजने में मदद करेगा जहां जीवन पनप सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभी करना पड़ेगा इंतजार
इस रिसर्च में संभावना जताई गई है कि इसान 350 सालों में यानी सन् 2383 के आसपास इंसान सौरमंडल के बाहर मौजूद किसी दूसरे जीव यानी एलियन से संपर्क कर सकता है। नासा ने इस स्टडी के बारे में इसी साल बताया था। नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के पृथ्वी विज्ञान सेक्शन में वैज्ञानिक और ग्रुप के नेता जोनाथन एच जियांग और उनकी टीम ने यह स्टडी की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रिसर्चर का मानना है कि इंसान एलियन से 2383 तक मिल सकता है। नासा के वैज्ञानिक अतंरिक्ष के रहस्यों के बारे में जानने की कोशिश में लगे हुए हैं। वह आए दिन कोई ना कोई नया खुलासा करते हैं। नासा ने हाल के दिनों में अंतरिक्ष के कई रहस्यों से लगभग पर्दा उठा दिया है। अतंरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए नासा अभी कई मिशन की तैयारी कर रहा है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।