आज से नवरात्र शुरू, मिलावटखोरों पर सरकार की नजर, जारी किया टोल फ्री नंबर, खरीददारी में रखें ये ध्यान

आज 15 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मन बनाया है। साथ ही लोगो को भी जागरूक किया जा रहा है। शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। खाद्य सुरक्षा आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने आम जनता से अपील की है कि त्योहारी सीजन में मिलावटी खाद्य सामान के प्रति जागरूक रहें। यदि सहीं संदेह हो तो टोल फ्री नंबर- 18001804246 पर मिलावट की शिकायत करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नवरात्र के दौरान दिल्ली में कुट्टू-सिंघाड़े के आटे, घी, तेल सहित अन्य की मांग बढ़ जाती है। उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार के मुताबिक त्योहारी सीजन के दौरान मिलावटी सामान के आने की संभावना ज्यादा होती है। इसे रोकने के लिए विभाग सर्तक है। वहीं विभाग ने सभी जिलों के लिए टीम बना बनाई है। विभाग का प्रयास है कि उत्तराखंड में किसी भी प्रकार के मिलावट का सामान लोगों तक न पहुंच पाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि नवरात्र से त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता है, जो दिसंबर तक जारी रहता है। इस दौरान खाद्य सामग्री की मांग काफी ज्यादा होती है। ऐसे में कुट्टू-सिंघाड़े के आटे, खोया, घी, चॉकलेट, पनीर, ड्राई फ्रूट आदि में मिलावट की संभावना होती है। खाद्य आयुक्त ने मिलावट की संभावना के दृष्टिगत क्रियान्वित विभागीय कार्ययोजना के प्रथम चरण में कुट्टू के आटे के 100 सर्विलांस लिये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि उक्त सर्विलांस नमूनों के अतिरिक्त व्रत में उपयोगित अन्य खाद्य सामग्रियों की विधिक जांच नमूने संग्रहित करने के निर्देश जारी किये गये हैं। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखंड के संयुक्त आयुक्त डा. आरके सिंह की ओर से जारी आदेशों में नवरात्र अवधि से पूर्व उक्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश समस्त अभिहित अधिकारियों को निर्गत किये गये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कुट्टू के आटे के नमूने जांच में हुए थे फेल
आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से अवगत कराया गया कि विगत वर्षों में शारदीय नवरात्र अवधि में संग्रहित कुट्टू के आटे के नमूने जांच में मानकों के अनुरूप नही पाये गये हैं। संदूषित कुट्टू के आटे से निर्मित पकवानों के सेवन से जनपद हरिद्वार व अन्य स्थानों पर लोगों के बीमार होने के दृष्टिगत उक्त घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए विभाग द्वारा उक्त एतिहाती कदम उठाये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बाजारों में घूम रही है फूड सेफ्टी टीमें
राज्य में खाने-पीने के सामान में मिलावट को रोकने के लिए विभाग की फूड सेफ्टी टीमें बाजारों में घूम रही है। इसके माध्यम से बाजारों में जाकर औचक सैंपल लिया जा रहा है। इसके अलावा लोगों के शिकायत पर भी सैंपल लिए जायेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन बातों का रखें ध्यान
खाद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त (मुख्यालय) जीसी कण्डवाल ने अवगत कराया गया है किकुट्टू का आटा व व्रत में उपयोगित अन्य खाद्य सामग्री क्रय करते समय निम्न बातों का ध्यान रखें।
1- पैकेट बन्द खाद्य सामग्री के लेबल पर दी गयी जानकारी जैसे कि निर्माण, उपयोग तिथि, निर्माता का नाम एवं पता अवश्य देखें।
2-कुट्टू के आटे को खरीदते समय सुनिश्चित करें कि आटा ज्यादा पुराना न हो।
3-फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लायें।
4-खाद्य सामग्री के तलने में उपयोगित तेल का बार-बार इस्तेमाल न करें।
5-खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायत विभागीय टोल फ्री नं0- 18001804246 पर की जा सकती है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।