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November 10, 2024

नए सिरे से एलियंस की खोज करेगी नासा, इस वैज्ञानिक को सौंपी प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी

समय समय पर वैज्ञानिकों के ब्रह्मांड में एलियंस की मौजूदगी को लेकर बयान आते रहते हैं। बार बार यही सवाल उठते हैं कि क्या हमारी पृथ्वी से बाहर कहीं जीवन है। क्या वाकई एलियन होते हैं। इसे लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) अब नए सिरे से इस सवाल का जवाब तलाशेगी। एजेंसी ने कहा है कि वह दोबारा, एलियन को ढूंढने का अभियान शुरू कर रही है। इस बार इसकी जिम्मेदारी मार्क मैक्नर्नी (Mark Mcinerney) को सौंपी है। उन्हें प्रोजेक्ट का डायरेक्टर बनाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यूएफओ का नाम बदलकर किया यूएपी
नासा ने एलियंस के अध्ययन को नए सिरे से शुरू करने के साथ ही यूएफओ (Unidentified Flying Objects) का नाम भी बदल दिया है। अब इसे यूएपी (Unidentified Anomalous Phenomena) नाम दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मार्क मैक्नर्नी को है खासा अनुभव
मार्क मैक्नर्नी। लंबे वक्त से अमेरिकी स्पेस एजेंसी के साथ जुड़े हैं। वह पहले डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (US Department of Defense) के साथ लाइजनिंग का काम देखते थेष मैक्नर्नी, को नासा के पुराने UFO प्रोजेक्ट्स की भी अच्छी जानकारी है। उनके अनुभव को देखते हुए ही उन्हें यह अहम जिम्मा सौंपा गया है। एजेंसी के मुताबिक, मार्क नासा की कम्युनिकेशन टीम से क्वार्डिनेट करेंगे और एक विस्तृत डाटाबेस तैयार करेंगे। ताकि UAP के बारे में कोई ठोस सबूत हासिल किया जा सके। नासा (NASA) ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि मार्क मैक्नर्नी एजेंसी की अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से यूएफओ के बारे में और डाटा हासिल करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नासा का ब्रह्मांड में जीवन की खोज पर फोकस
नासा के प्रशासनिक अधिकारी बिल नेल्सन ने कहा कि इस बार हमारा अभियान साफ है. हम ब्रह्मांड में जीवन की खोज पर फोकस करेंगे। अभी तक जो एलियन ऑब्जेक्ट्स दिखे हैं, उनका विश्लेषण करेंगे और पता लगाएंगे कि क्या इनका संबंध किसी दूसरे ग्रह से है। ये किसी दूसरे ग्रह की सेना का हिस्सा तो नहीं हैं। नेल्सन ने कहा कि मुझे लगता है कि ब्रह्मांड में जीवन की संभावना मौजूद है। लगातार इसके संकेत मिलते रहे हैं, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं है। इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और सैटेलाइट डाटा के जरिये ठोस जानकारी हासिल करने की कोशिश है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

20 साल में दिखे 120 यूएफओ
नासा के मुताबिक पिछले दो दशक यानी 20 सालों में 120 एलियन ऑब्जेक्ट्स देखे गए हैं। अमेरिकी सेना के तमाम पायलट ने भी ऐसे ऑब्जेक्ट्स देखने का दावा किया है। हालांकि ये ऑब्जेक्ट क्या हैं, कहां से आए। इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। नासा को उम्मीद है कि नए प्रोजेक्ट के जरिये इन सवालों का कोई ठोस जवाब निकलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एलियन पर नई रिपोर्ट
नासा ने हाल ही में UFO से जुड़ी एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की। 36 पेज की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक जो सैकड़ों UFO देखे गए हैं, उनके पीछे कोई और शक्ति है, इस बात के ठोस सबूत नहीं हैं। यह साफ है कि ये चीजें हमारी सौर प्रणाली से गुजरने के बाद ही धरती तक आई होंगी। रिपोर्ट में इस बात से भी इनकार नहीं किया गया है कि हमारे सौरमंडल में कोई एलियन टेक्नोलॉजी हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हवाई सुरक्षा को खतरा
डायरेक्टर की नियुक्ति की सिफारिश एक स्वतंत्र रिसर्च टीम द्वारा की गयी थी। यूएफओ की स्वतंत्र अध्ययन टीम में कई क्षेत्रों के 16 सामुदायिक विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। नासा की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूएफओ अमेरिकी हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा है और यह बात अपने आप साबित हो चुकी है। रिपोर्ट की मानें तो यूएफओ का रिसर्च एक असाधारण वैज्ञानिक मौका पेश करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यह मौका एक व्यवस्थित रिपोर्टिंग ढांचे के साथ-साथ एक सख्‍त, सबूत आधारित दृष्टिकोण का आधारत तैयार करता है। हालांकि इसमें सार्वजनिक भागीदारी के साथ-साथ क्राउडसोर्सिंग और रिपोर्टिंग पर नजर रखना बहुत जरूरी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दुर्लभ घटनाओं की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) सबसे जरूरी उपकरण हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रहस्‍य बन गये हैं यूएफओ
नेल्‍सन ने कहा कि वे रिसर्च टीम को यह जानकारी देने के लिए धन्यवाद देना चाहेंगे कि नासा भविष्य में यूएफओ का बेहतर अध्ययन और विश्लेषण कैसे कर सकता है। रिपोर्ट के अंत में कहा गया है कि निष्कर्ष की कोई वजह नहीं है जो यह कहती हो कि कि नासा ने जिन सैकड़ों यूएफओ की बात कही है, उनके पीछे कोई अलौकिक शक्ति है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह रहस्‍यमय चीज सौर मंडल से होकर यहां तक पहुंची है। नासा की साइंस मिशन डायरेक्‍टोरेट से जुड़ी निकोला फॉक्स कहती है कि यूएफओ पृथ्‍वी ग्रह के सबसे बड़े रहस्‍यों में से एक है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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