बर्फ की 100 फीट की मोटी चादर में दफन शहर को नासा के वैज्ञानिकों ने खोज निकाला, इसके बारे में जानकर चकरा जाएगा दिमाग
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिक समय समय पर इस दुनिया की रोचक जानकारी सामने लाते हैं। चाहे ब्रह्मांड की बात हो या फिर धरती की। इसी तरह की हैरान करने वाली जानकारी नासा के वैज्ञानिकों ने खोज निकाली। नासा के वैज्ञानिकों ने एक ऐतिहासिक खोज करते हुए ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के नीचे छिपे एक गुम हुए शहर का पता लगाया। इस खोज ने अतीत के रहस्यों को उजागर करने के साथ ही भविष्य में जलवायु परिवर्तन और समुद्र स्तर में वृद्धि के अध्ययन के लिए एक नई दिशा भी दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे हुई थी खोज
नासा के वैज्ञानिक इस इलाके में कुछ और तलाश रहे थे, लेकिन उन्हें बर्फ की मोटी परत के नीचे 100 फीट गहरे में एक “शहर” के निशान मिले। यह खोज नासा के वैज्ञानिकों के लिए भी एक चौंकाने वाली खबर थी। इस खोज के लिए नासा के वैज्ञानिकों ने एक खास तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसे रडार कहते हैं। नासा के गल्फस्ट्रीम III जेट पर सवार वैज्ञानिकों ने अप्रैल 2023 में उत्तरी ग्रीनलैंड के ऊपर उड़ान भरते समय आधुनिक रडार उपकरण यूएवीएसएआर (UAVSAR) का उपयोग किया। इस तकनीक ने बर्फ की गहराई में छिपे स्ट्रक्चर को स्पष्ट रूप से मापने में मदद की। वैज्ञानिकों के रडार ने बर्फ के नीचे दबे जिस शहर की तस्वीर ली, वह शीत युद्ध युग का शहर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुराना मिलिट्री बेस कैंप सेंचुरी के अवशेष
शोधकर्ताओं ने बर्फ के नीचे जो पाया, वह एक पुराने मिलिट्री बेस, “कैंप सेंचुरी” के अवशेष थे। यानि इस शहर का नाम कैंप सेंचुरी है। यह एक सैन्य अड्डा था। इसे 1959 में ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर की सतह के नीचे सुरंगों का जाल काटकर बनाया गया था। कैंप सेंचुरी एक सीक्रेट मिलिट्री प्रोजेक्ट था। यह प्रोजेक्ट अमेरिकी सेना ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के समय में शुरू किया था। खासकर उस समय जब दुनिया में सोवियत यूनियन (रूस) से तनाव था। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ड्वाइट डी. आइजनहावर ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी, जिसका उद्देश्य बर्फ के नीचे एक बड़ा सैन्य बेस बनाना था। यह बेस अमेरिका को सोवियत यूनियन से होने वाली किसी भी नाभिकीय हमले से बचाने के लिए बनाया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बर्फ के नीचे 100 फीट की गहराई में छिपा था शहर
इस इलाके पिछले हवाई सर्वेक्षणों ने बर्फ की चादर की 2D तस्वीर तैयार की, जबकि अप्रैल में जब शोधकर्ताओं ने नासा के यूएवीएसएआर उपकरण का इस्तेमाल किया था, जो इसका 3डी मैप बनाने में सक्षम था। नए डेटा ने इस गुप्त शहर की संरचनाओं को इस तरह उजागर किया, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
3000 मील से भी लंबी सुरंग
कैंप सेंचुरी को बर्फ के नीचे एक बड़े शहर जैसा बनाया गया था, जिसमें 3,000 मील से भी ज्यादा लंबी सुरंग थी। इन सुरंगों के जरिए आइसमैन मिसाइल्स को लॉन्च किया जाना था, ताकि अगर कभी न्यूक्लियर युद्ध होता तो अमेरिका सोवियत यूनियन और पूर्वी यूरोप के 80% टारगेट को खत्म कर सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रोजेक्ट आइसवर्म
इस प्रोजेक्ट को प्रोजेक्ट आइसवर्म के नाम से भी जाना जाता था और इसका मकसद सिर्फ वैज्ञानिक शोध नहीं था, जैसा कि डेनमार्क सरकार को बताया गया था। असल में यह एक गुप्त सैन्य मिशन था। इस प्रोजेक्ट को 1967 में बंद कर दिया गया था, लेकिन इसके बारे में असल जानकारी 1997 में सामने आई थी।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




