नगर निगम बताए देहरादून की कौन सी बस्तियां नियमित होंगी और कौन से हटेंगी, जारी करे श्वेत पत्रः किरण रावत
उत्तराखंड क्रांति दल महानगर देहरादून की कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत ने कहा कि देहरादून को अब भी सबसे स्वच्छ शहर बनाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए उत्तराखंड सरकार, नगर निगम, जन सहभागिता की आवश्यकता होगी। उन्होंने शहर में बढ़ती गंदगी, रिस्पना और बिंदाल में हो रहे कब्जे पर चिंता व्यक्त की। साथ ही नगर निगम प्रशासन से मांग की है कि वह बताए कि देहरादून में कौन की बस्तियां नियमित होंगी और कौन से हटाई जाएंगी। इस संबंध में नगर निगम देहरादून को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यूकेडी की महानगर कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत ने कहा कि यदि सरकार रिस्पना और बिंदाल नदी को फिर से जीवित करना चाहती है, तो उसको व्यापक स्तर पर पुनर्वास कराना होगा। इसके लिए बड़ी योजना की आवश्यकता है। राष्ट्रीय पार्टी के नेताओं ने गरीब लोगों को गुमराह कर पैसे लेकर नदियों पर कब्जा करा दिया है। उनको झूठा आश्वासन दिया जा रहा है कि आपको नियमित कर दिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन और सरकार को यह बताना चाहिए कि उसकी अवैध कब्जे और उनके नियमित किए जाने अथवा विस्थापन के लिए क्या योजना हैं। मेयर देहरादून की ओर से बिना किसी व्यापक योजना के रिस्पना नदी और बिंदाल नदी को साफ करने की बात करना भी बेमानी है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार और निगम प्रबंधन देहरादून शहर वासियों के सामने एक श्वेत पत्र जारी करें कि उनकी देहरादून का सौंदर्यीकरण तथा रिस्पना एवं बिंदाल नदियों की सफाई के लिए क्या योजना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जो लीपापोती और घोटाले हो रहे हैं वह जगजाहिर है। उत्तराखंड क्रांति दल स्पष्ट नीति को लागू करने का पक्षधर है और किसी भी गरीब का घर उजाड़ने का पक्षधर नहीं है। उन नेताओं को सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने पैसे लेकर सरकारी भूमि पर कब्जे कराए है। नगर निगम भारी प्रदेश से आने वाले कब्जेदारों पर तत्काल प्रभाव से नकेल कसे। साथ ही सरकारी भूमि पर कब्जे करने वालों पर गेंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज करें।