मुंबई क्रूज ड्रग्स केसः एनसीबी के अधिकारी पर लगा फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी पाने का आरोप
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया है कि एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाकर दूसरे का हक छीना है।
नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले दो दिनों में एनसीबी खासकर जोनल डायरेक्टर को लेकर बहुत सारी जानकारी सामने आई। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई एनसीबी से नहीं है। पिछले कई सालों में संस्था पर सवाल खड़ा नहीं हुआ। एक अधिकारी ने फर्जी सर्टिफिकेट के द्वारा नौकरी ली। मैंने कल बर्थ सर्टिफिकेट शेयर किया, लेकिन मैं कभी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करता।
उन्होंने आगे कहा कि सवाल ये है कि जो व्यक्ति फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर अनुसूचित जाति के जरिए नौकरी हासिल करता हो, उसने गरीब का हक तो मारा है। उन्होंने कहा कि मुंबई में बर्थ सर्टिफिकेट ऑनलाइन मिल जाता है। वानखेड़े की बहन का सर्टिफिकेट ऑनलाइन अवेलेबल है, लेकिन समीर का नहीं। समीर के पिता जन्म से दलित थे, लेकिन बाद में शादी के बाद धर्म परिर्वतन किया। इसके बाद सभी लोग मुस्लिम धर्म के अनुसार रहे। बाद में नौकरी के लिए दलित का सर्टिफिकेट लगाया। अगर ये जाली सर्टिफिकेट है तो समीर वानखेड़े अपना बर्थ सर्टिफिकेट रखें, अपने पिता का नहीं। उन्होंने कहा कि जब कोई मुस्लिम या किसी भी धर्म में परिवर्तन करता है, तो उसका अपने पुराने जाती से कोई लेना-देना नहीं होता है। इसके बावजूद आरक्षण का इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने बताया कि ज्ञानेश्वर वानखेड़े अनुसूचित जाति के हैं और उन्होंने मुस्लिम महिला से शादी की तो उन्होंने मुस्लिम धर्म का ही पालन किया। मुझे लगता है कि यह फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर उन्होंने (वानखेड़े) योग्य अनुसूचित जाति के उम्मीदवार का अधिकार छीन लिया है। प्रभाकर सईल की तरह दूसरे गवाह भी मेरे पास आए हैं। उसने जो जानकारी दी, वैसे ही जानकारी इस पत्र में है। इसलिए मेरा मानना है कि यह NCB से ही आया हुआ खत है।
नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया है कि जो लेटर उन्होंने पेश किया है। उसमें 26 मामलों का जिक्र है, इन 26 मामलों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से की गई वसूली का भी जिक्र है। नवाब मलिक के अनुमान से यह वसूली तकरीबन हजार करोड़ रुपए की हो सकती है।
नवाब मलिक ने आगे कहा कि मैं नहीं कह रहा कि आप तुरंत कार्रवाई कर लो, आप जांच करो, उसमें जो जानकारी आती है, उसके आधार पर कार्रवाई करो। इस सर्टिफिकेट को लेकर कई दलित संगठन मुझे फोन कर रहे हैं। वे इस प्रमाणपत्र की जांच और वैधता के लिए अपील दायर कर सकते हैं। अगर किसी को लगता है कि यह फर्जी सर्टिफिकेट है तो उसके परिवार को ओरिजिनल दिखाना चाहिए। यह मुद्दा जल्द ही वैधता समिति के पास जाएगा। इस खत में उन्होंने एनसीबी के कामकाज और ईमानदार अधिकारियों को कैसे दबाया जाता है, इसके बारे में भी विस्तार से बताया है। ये खत हम डीजी को भेज रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सेथना अदालत में कहते हैं कि ये नवाब मलिक का मामला है। अदालत ने कहा कि नवाब मलिक का किसी मामले से कोई लेना देना नहीं है। NCB को नवाब मलिक से क्या डर है। मेरी लड़ाई NCB से नहीं, उनके कुछ अधिकारियों से है। मेरी लड़ाई सत्य के लिए है, जो मेरे खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं, उनका स्वागत है। मैं दाऊद वानखेड़े को चुनौती देता हूं कि सेक्शन 499 और 500 के तहत मुझपर कार्रवाई करें। मैं किसी के निजी जीवन में नहीं जा रहा हूं, लेकिन अगर किसी की बोगस जानकारी है तो उसे उजागर करना जरूरी है।
ये है मामला
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर छापेमारी के बाद एनसीबी ने पहले फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन और उनके दोस्तों को हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया था। अब तक इस मामले में 20 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। आर्यन फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में कैद हैं।
गरमाई है राजनीति
मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में हर दिन नए मोड़ आ रहे हैं। साथ ही इस मामले को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है। फिल्म अभिनेता शाह रुख खान के बेटे आर्यन सहित कई लोगों को छापेमारी के मामले में NCB के जोनल डायरेक्टर (वेस्ट) मुंबई समीर वानखेड़े पर ही वसूली के कई गंभीर आरोप लगने लगे हैं। वहीं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने इस में वसूली के आरोपों की जांच का फैसला लिया है। NCB के उपमहानिदेशक (DDG-NR) और सतर्कता इकाई के प्रमुख ज्ञानेश्वर सिंह इस मामले में एक ‘स्वतंत्र गवाह’ द्वारा लगाए गए ‘जबरन वसूली’ के आरोपों की जांच करेंगे।
इस मामले में किरण गोसावी के निजी बॉडीगार्ड प्रभाकर सेल ने बड़ा खुलासा करते हुए एनसीबी पर 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली का आरोप लगाया है, जिसके बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है। प्रभाकर सेल का दावा है कि NCB के अधिकारियों ने उससे लगभग 10 कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे और उसने बॉलीवुड मेगास्टार शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के बारे में फोन पर हो रही एक बातचीत के बारे में सुना था। उनका बेटा आर्यन खान ड्रग्स केस के आरोपियों में से एक है।
पढ़ें: मुंबई क्रूज ड्रग्स केसः समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की एनसीबी करेगी जांच, डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह करेंगे जांच
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।