उत्तराखंड में भूस्खलन से दरक रहे पहाड़, मसूरी में दो मकान ध्वस्त, 144 सड़कें बंद, कल का दिन है भारी
उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते पहाड़ दरक रहे हैं। भूस्खलन से सड़कें बंद हो रही हैं। तेज बारिश के दौरान मैदानी क्षेत्र में सड़कों पर जलभराव और घरों में पानी घुसने की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। नदी नाले उफान पर हैं।
उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते पहाड़ दरक रहे हैं। भूस्खलन से सड़कें बंद हो रही हैं। तेज बारिश के दौरान मैदानी क्षेत्र में सड़कों पर जलभराव और घरों में पानी घुसने की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। नदी नाले उफान पर हैं। मसूरी में दो मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए। इससे चार लोग घायल हो गए हैं। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक, आज और कल का दिन बारिश की दृष्टि से भारी है।मसूरी में भूस्खलन से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इस दौरान मलबा और बोल्डर आने से कमरे में सो रहा एक व्यक्ति कमर तक मलबे में दब गया। उसे किसी तरह से बाहर निकाला गया। वहीं, दूसरे मकान में भी तीन युवक सो रहे थे। उन्हें भी चोटें आई है। वहीं टिहरी जिले में गंगोत्री हाईवे की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। पहाड़ की कटिंग कर वैकल्पिक रास्ता तैयार कर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। इसी जिले में तोताघाटी में बंद बदरीनाथ हाईवे से मलबा हटाने का काम भी किया जा रहा है। हालांकि लगातार दरक रही पहाड़ी के कारण इसमें व्यवधान आ रहा है। पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में चीन सीमा तक आवागमन अब भी नहीं हो पा रहा है। प्रदेश में कुल 114 सड़कों पर यातायात बाधित है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश के आसार बने हुए हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 30 अगस्त सोमवार का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दिन नैनीताल, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद 31 अगस्त को कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन से साथ हो सकती है। एक सितंबर को भी देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ जिले के साथ ही शेष स्थानों पर भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।





