ऑनलाइन गेम खेलने के शौक के चलते नाबालिग ने दोस्तों से लिए उधार, पैसे चुकाने के लिए घर पर करा दी 40 लाख की चोरी
दसवीं के छात्र को आनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग का ऐसा चस्का लगा कि वह अपने दोस्तों से ही 50 हजार रुपये उधार ले बैठा। रकम अदा करने में जब उसे दिक्कत हुई तो उसने अपने नाबालिग दोस्तों से ही अपने घर में 40 लाख की चोरी करा दी। सीसीटीवी फुटेज और चोरी के लिए इस्तेमाल की गई कार के जरिये पुलिस ने दो नाबालिग को पकड़ा तो सारा भेद खुल गया। चोरी के दिन छात्र अपने घर पर नहीं था और देहरादून से ही फोन पर अपने दोस्तों को चोरी के लिए घर के बारे में जानकारी दे रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चमोली जिले की है घटना
घटना उत्तराखंड में चमोली जिले के गोपेश्वर थाना क्षेत्र की है। जिस छात्र ने अपने घर चोरी कराई वह नैनीताल के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को संरक्षण में लेकर बाल सुधार गृह पौड़ी भेजा है। अपने घर में चोरी का ताना-बाना बुनने वाले छात्र के पिता की मौत हो चुकी है। वह कारोबारी परिवार से जुड़ा है। जबकि दो अन्य किशोरों के पिता भी कारोबारी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोस्तों को समझाई चोरी की प्लानिंग
पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार के अनुसार छात्र लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग व ट्रेडिंग का शौकीन था। इसके लिए उसने दोस्तों से रुपये उधार लिए थे। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने अपने घर को निशाना बनाया। उसे पता था कि 29 अक्टूबर को उसकी मां देहरादून जाने वाली है। इसलिए दोस्तों को पूरी प्लानिंग समझा दी। यह छात्र खुद भी मां से मिलने नैनीताल से देहरादून चला गया। वहां से फोन पर दोस्तों से हर बात साझा करता रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किराएदार ने दी चोरी की सूचना
30 अक्टूबर को किरायेदार ने घर के ताले टूटने की महिला को सूचना दी थी। इस पर वह घर गोपेश्वर पहुंची तो मुख्य गेट का ताला टूटा मिला। अलमारी के लाकर से उनके जेवर गायब थे। इनकी कीमत लगभग 40 लाख रुपये बताई गई। महिला ने 31 अक्टूबर को थाना गोपेश्वर में चोरी की सूचना दी। उसने बताया कि 27 अक्टूबर को वह अपनी बेटी से मिलने देहरादून गई थी। इस दौरान घर में चोरी हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे आए पकड़ में
पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने इसे गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए और पुलिस उपाधीक्षक संजय गर्ब्याल के नेतृ़त्व में पुलिस टीम गठित की। पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी की जांच की। कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद पुलिस ने जांच के दायरे में टाटा नेक्सान वाहन को जांच के दायरे में रखा। उसके मूवमेंट और नंबर के आधार से पुलिस चोरों तक पहुंच गई। पता चला कि वाहन में घूमने वाले दो किशोर पीपलकोटी क्षेत्र के रहने वाले हैं। दोनों को संरक्षण में लेकर पूछताछ की गई तो मामले की परत खुलती गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोस्तों ने खोली पोल
दोनों ने बताया कि जिस घर में चोरी हुई है उन्हीं का बेटा इसका मास्टरमांइड है। इसके बाद पुलिस ने छात्र को भी देहरादून से चमोली लाया गया तो उसने पूरी कहानी उगल दी। पुलिस ने सभी आभूषण बरामद कर लिए हैं। चोरी में प्रयोग किए गए वाहन को भी अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल ने चोरी का पर्दाफाश करने वाली टीम को 10 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।