मीट कारोबारी की गिरफ्तारी से खुली माफिया- हरदा सरकार गठजोड़ की कलई: मनवीर सिंह चौहान

उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की छापेमारी में कांग्रेस के पूर्व दर्जाधारी, मीट कारोबारी शकील कुरैशी की सैकड़ों करोड़ की काली कमाई मिलने पर पूर्व सीएम हरीश रावत की सफाई गंभीर सवालो के घेरे मे है। प्रदेश मीडिया प्रभारी चौहान ने आरोप लगाया कि किसी बाहरी व्यक्ति को, जिसका उनकी पार्टी और उनसे कोई संबंध नही था तो उसे बतौर मुख्यमंत्री हरदा ने क्यों राज्य मंत्री का दर्जा देकर देवभूमि के संसाधन लूटने का मौका दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने कहा कि यूपी में IT और ईडी के छापे में 1200 करोड़ की टैक्स डकैती के आरोपी मीट व्यवसायी हाजी शकील कुरैशी के तार पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार से जुड़ने से काँग्रेस का एक और स्याह चेहरा उजागर हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया द्वारा पूछे जाने के बाद भी हरीश रावत ने स्पष्ट नही किया कि ऐसी कौन सी मजबूरी या हित था जिसके चलते आरोपी कुरैशी को उन्होंने राज्य मंत्री के दर्जे से उपकृत किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बतौर पूर्व सीएम का यह जबाब कि उनका एवम उनकी पार्टी का कुरैशी से कोई संबंध नही था, कांग्रेस सरकारों की गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली का सच उजागर करता है। बकौल हरदा हिमालयन गोट मीट के प्रचार प्रसार के लिए आरोपी को सरकारी दायित्व दिया गया था, जबकि हकीकत यह है कि इस बाहरी व्यक्ति ने संबंधित विषय पर कोई भी कार्य नही किया। लिहाजा क्यों न माना जाए हरीश रावत सरकार ने अपने कार्यकाल में गल्फ देशों से संबंध रखने और काली कमाई का स्लॉटर हाउस चलाने वाले व्यक्ति को संरक्षण दिया। चौहान ने तंज कसते हुए कहा कि अब वह चाहे लाख बहाने बनाये, लेकिन ये पब्लिक है ये सब जानती है और इसीलिए लगातार उन्हें चुनावों में नकार रही है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।