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February 23, 2025

देहरादून में भीषण आग, कई सिलेंडर फटे, 22 से ज्यादा झोपड़ियां राख, पांच दर्जन से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में लक्ष्मण चौक स्थित खुडबुड़ा बस्ती में सिलेंडर फटने के कारण भयानक आग लग गई। आग से 22 झोपड़ियां जलकर राख हो गई। बताया जा रहा है कि 8 से 10 छोटे सिलेंडर फटने के कारण आग लगी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार मजदूर यहां तांबा जला रहे थे। तभी यह हादसा हो गया। आग लगने के कारण अफरातफरी का माहौल बन गया। किसी तरह मकानों के अंदर रह रहे करीब 60 से 70 लोगों को तत्काल रेस्क्यू करते हुए बाहर निकाला गया, लेकिन जब तक आग पर पूरी तरह काबू पाया जाता तब तक सारा सामान जल चुका था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बताया जा रहा है कि एक प्लॉट में टिन शेड में बनी 22 झुग्गी झोपड़ियां राख हो गई। गनीमत रही कि आग से पहले ही सभी बच्चे और यहां रहने वाले लोग बाहर चले गए। आग से यहां पर रखें आठ नौ छोटे-बड़े सिलिंडर भी फट गए। क़रीब एक घंटे में दमकल कर्मियों ने आग पर क़ाबू पा लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

मदद को पहुंचे धस्माना, आपदा प्रबंधन पर उठाए सवाल
खुड़बड़ा में अग्निकांड की सूचना मिलते ही उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना मदद के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपदा प्रबंधन के बड़े बड़े दावों के बावजूद उत्तराखंड राज्य में व राज्य की राजधानी देहरादून में आपदा प्रबंधन की हालात दयनीय बनी हुई है। प्रदेश भर में पिछले सालों के मुकाबले वनाग्नि के मामले पांच गुणा होना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि राजधानी देहरादून में आज राजपुर विधानसभा क्षेत्र में कांवली रोड पर छबीलबाग में लगी आग को काबू करने के लिए फायर ब्रिगेड का डेढ़ घंटे देर से पहुंचना राज्य की आपदा प्रबंधन मशीनरी के हाल बयां कर रहा है। उन्होंने बताया कि अग्निकांड की सूचना मिलते ही उन्होंने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व सीएमओ देहरा दून को फोन से सूचित किया व स्वयं मौके पर लोगों की सहायता करने पहुंचे। जहां लगभग तीस कच्चे मकान जल कर राख हो गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धस्माना ने बताया कि लोग इस बात से काफी आक्रोशित थे कि अग्निकांड के स्थल पर फायर ब्रिगेड लगभग एक घंटे देर से पहुंची, तब तक सारे मकान जल कर राख हो चुके थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के दौरान अपने उत्तराखंड दौरे वाले दिन एक अखबार को दिए साक्षात्कार में दवा किया था कि पिछले दस सालों के उनके प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड में आपदाओं से निपटने का एक बड़ा प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है। वहीं, इस वर्ष अप्रैल के महीने में ही पता चल गया जब गर्मियां शुरू होते ही पूरे राज्य के जंगल धू धू कर के दहक रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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