Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 19, 2024

ये तो हद हो गई, गद्दों में रुई की जगह भरे जा रहे थे इस्तेमाल किए गए मास्क, पुलिस ने जलाए

एक सबको चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महाराष्ट्र के जलगांव में एक कारखाने में गद्दों में रुईं की जगह इस्तेमाल किए गए मास्क भरे जा रहे थे।


देश में बढ़ते कोरोना के मामले जहां चिंता बढ़ा रहे हैं। वहीं, इसी दौरान एक सबको चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महाराष्ट्र के जलगांव में एक कारखाने में गद्दों में रुईं की जगह इस्तेमाल किए गए मास्क भरे जा रहे थे। सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और मास्क के ढेर पर आग लगा दी।
एक तरफ पूरा देश कोविड संक्रमण से जूझ रहा है। साथ ही तमाम तरह की सावधानियां बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं गद्दों के अंदर इस्तेमाल किए हुए मास्कको भरना कितना हानिकारक होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ये घटना भी उस राज्य में सामने आई, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा नए मामले मिल रहे हैं।
जलगांव के एमआइडीसी पुलिस थाने को इसकी जानकारी मिली कि महाराष्ट्र गादी सेंटर में रुई की जगह इस्तेमाल मास्क भरे जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस दलबल के साथ गद्दा बनाने वाले कारखाने पहुंची तो वहां देखा कि गद्दों में मास्क भरने का काम किया जा रहा है।
पुलिस ने गादी सेंटर के मालिक अमजद मंसूरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस कारनामे में गादी सेंटर के अलावा और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस को मौके से इस्तेमाल किये हुए मॉस्क का भंडार भी मिला, जिन्हें जला दिया गया है। इस खुलासे से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।

 

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “ये तो हद हो गई, गद्दों में रुई की जगह भरे जा रहे थे इस्तेमाल किए गए मास्क, पुलिस ने जलाए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page