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December 23, 2024

रूस के दो सुपर बमों से दहल उठा मारियुपोल, कई इमारतों में लगी है आग, शहर में फंसे हैं दो लाख से ज्यादा लोग

रूस ने यूक्रेन के दक्षिण तटीय शहर मारियुपोल पर हमले और तेज कर दिए हैं। मंगलवार को मोरियुपोल शहर दो शक्तिशाली बमों के हमले से बुरी तरह दहल उठा।

रूस ने यूक्रेन के दक्षिण तटीय शहर मारियुपोल पर हमले और तेज कर दिए हैं। मंगलवार को मोरियुपोल शहर दो शक्तिशाली बमों के हमले से बुरी तरह दहल उठा। बमबारी के बाद कई इमारतों में आग लग गई। यूक्रेन के मुताबिक, इस शहर में करीब दो लाख से ज्यादा लोग फंसे हैं। इस बीच यूक्रेनी अधिकारियों ने शहर से नागरिकों को बचाने का एक नया प्रयास किया। ह्यूमन राइट्स वॉच ने एक स्थानीय अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि इस रणनीतिक शहर में 200,000 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
हर तरफ ध्वस्त इमारतें, बिखरे पड़े हैं शव
यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री इरीना वीरेशचुक ने एक वीडियो संबोधन में कहा कि हम जानते हैं कि मंगलवार को सभी के लिए पर्याप्त जगह नहीं होगी, लेकिन हम तब तक निकासी करने की कोशिश करेंगे जब तक कि हम मारियुपोल के सभी निवासियों को बाहर नहीं निकाल लेते। इस शहर से भागने में कामयाब रहे लोगों ने बताया कि वहां हर तरफ शव और नष्ट हुई इमारतें नजर आ रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति बोले-हम बढ़ रहे आगे
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस के साथ शांति वार्ता कठिन और कभी-कभार टकराव वाली होती है, लेकिन हम कदम दर कदम आगे बढ़ रहे हैं। एक वीडियो संबोधन में ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि 100,000 लोग अमानवीय परिस्थितियों में घिरे हुए शहर मारियुपोल में भोजन, पानी या दवा के बिना फंसे हैं।
रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की तैयारी
एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस सप्ताह यूरोप में शिखर सम्मेलन में रूस के खिलाफ पश्चिमी एकता को मजबूत करने की मांग रखेंगे। इसके तहत रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की जाएगी। बाइडेन नाटो और यूरोपीय परिषद के साथ शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले बुधवार को ब्रसेल्स के लिए रवाना होंगे, फिर अगले दिन पोलैंड की यात्रा करेंगे। नाटो के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को वीडियो लिंक के माध्यम से नाटो शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से सीधे रूस की आक्रामकता के कारण यूक्रेन के लोगों के सामने गंभीर स्थिति के बारे में जाना जाएगा।
पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति से की बात
रूस और यूक्रेन के बीच के युद्ध को खत्म करने के लिए कवायद जारी है। इसी बीच इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फोन पर बातचीत की। इस दौरान रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता पर चर्चा की गई।
परमाणु हथियार के इस्तेमाल की चेतावनी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बारे कहा कि अगर रूस के अस्तित्व को खतरा होगा, तो उनका देश परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। सीएनएन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को एक साक्षात्कार में जब पूछा गया कि पुतिन रूस की परमाणु क्षमता का उपयोग किन परिस्थितियों में करेंगे, तो पेसकोव ने जवाब देते हुए कहा कि अगर यह हमारे देश को कोई खतरा हुआ, तो यह हो सकता है।
अमेरिका की करीबी से नजर
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि रूस को संभावित हथियारों की आपूर्ति को लेकर अमेरिका चीन पर करीबी से नजर रख रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने चीन को रूस को सैन्य उपकरण उपलब्ध कराते हुए नहीं देखा है, लेकिन निश्चित रूप से, यह कुछ ऐसा है जिसकी हम बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष सत्र आज
यूक्रेन संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र बुधवार को फिर से शुरू होने जा रहा है। इस विशेष सत्र में फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका सहित 22 सदस्य देशों ने बैठक बुलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यीय निकाय के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद को पत्र लिखा था। सत्र के दौरान यूक्रेन पर गंभीर चर्चा होने की उम्मीद है।
मानवीय सहायता के लिए भारत से उम्मीद
अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से यूक्रेन में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए भारत, ब्राजील, मिस्र और यूएई जैसे देशों से संपर्क साधने का आग्रह किया है। क्योंकि रूस इन्हें गैर-शत्रु देश मानता है। बीस सांसदों के एक समूह ने बाइडन को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि यूकेन में जहां भी संभव है जिंदगियां बचाना अमेरिका की नैतिक जिम्मेदारी है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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