महिला कांग्रेस ने किया सीएम आवास कूच, पुलिस ने किया गिरफ्तार
उत्तराखंड में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के विरोध में प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी जैसे ही हाथीबड़कला पहुंचे तो पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोक लिया। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी जबरदस्त झड़प हुई। महिला प्रदेश अध्यक्ष बैरियर पर चढ़कर दूसरी तरफ कूद गईं। इस पर महिला पुलिसकर्मियों को बल प्रयोग करना पड़ा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित कई नेताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शनिवार सुबह 10 बजे से ही प्रदेशभर से जिला अध्यक्षों के नेतृत्व में महिला कांग्रेस से जुड़ी कार्यकर्ता देहरादून में राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचनी शुरू हो गई थी। शुरू हो गए थे। दोपहर को नारेबाजी करते हुए सीएम आवास के लिए कूच किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उपनेता भुवन कापड़ी, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, हीरा सिंह बिष्ट भी इस जुलूस में शामिल हुए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हाथीबड़कला में बैरियर से पहले कांग्रेस ने नुक्कड़ नाटक कर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक किया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित कई कांग्रेसी पुलिस की बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। माहरा तो वापस उतर गए, लेकिन महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित तीन-चार महिलाएं दूसरी तरफ कूद गईं। इस पर महिला पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस की गाड़ी में बैठाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन के दौरान महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व विधायक रणजीत रावत, डॉ. हरक सिंह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, आशा मनोरमा डोबरियाल, नन्दा बिष्ट, मोहन काला, बिरेन्द्र रावत, गुल मोहमद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागणों एवं कार्यकर्ताओं ने सामूहिक गिरफतारी दी। सभी कांग्रेसजनों को पुलिस लाईन रेसकोर्स ले जाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने तथा दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि रिसॉर्ट में आने वाले वीआईपी के नाम का खुलासा भी किया जाना चाहिए। अंकिता हत्याकाण्ड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला तथा देवभूमि उत्तराखंड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना थी। इसके दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। अंकिता की हत्या में स्वयं भाजपा के नेतागणों के नाम आने के कारण आजतक उत्तराखंड की बेटी और उसके परिवार को न्याय नही मिल पाया है। केन्द्र और राज्य सरकार लगातार इस हत्याकांड में संलिप्त लोगों को संरक्षण दे रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के काली करतूत किसी से छुपी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, पूर्व सासंद ब्रजभूषण, पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह सैनी, बीजेपी के सहयोगी दल के सासंद प्रज्वल रेवन्ना, पूर्व मंत्री चिन्मयानन्द, पूर्व विधायक रामदुलार गौर, भाजपा नेता कन्हैया लाल मिश्रा, पद्यराजन, सक्षम पटेल, विनोद आर्य, पुलकित आर्य जैसे भाजपा के नेताओं ने देश को शर्मसार करने का काम किया है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें लगातार बढती जा रही हैं। भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता भण्डारी के साथ हुई जघन्य अपराध की घटना के उपरान्त जिस प्रकार रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया, उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा रिसॉर्ट पर बुलडोजर फिराने के आदेशों से इनकार किया गया है। भाजपा सरकार सबूत नष्ट करने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने कहा कि इस जघन्य आपराधिक घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए, जिसके लिए कांग्रेस पार्टी इस जघन्य हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराने की मांग करती है। उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों से प्रदर्शन में शामिल होने आई महिलाओं का आह्वान किया कि जहॉं-जहॉं बेटियों व महिलाओं के साथ अत्याचार और अन्याय होगा, तो आपको स्वयं उनकी ढाल बनकर रक्षा करनी है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा भाजपा सरकार कानून बनाने का हवाला देकर अपने नेताओं को बचाने का काम कर रही है। आप सबको भाजपा नेताओं से सर्तक रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा मंहगाई आसमान छू रही है और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए बीजेपी नये-नये हथकण्डे अपना रही है। साथ ही देश की जनता को ध्यान भटकाने का काम कर रहे है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्य सरकार ने अंकिता हत्याकांड के सबूतों को नष्ट करने का काम किया है। अंकिता हत्याकांड जैसे जघन्य अपराध राज्य में महिला सुरक्षा के लिए गम्भीर चिन्ता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लगातार सदन से लेकर सड़क तक लड़ती रहेगी, जब तक कि उसको न्याय नही मिल जाता। उन्होंने कहा कि लचर कानून व्यवस्था के कारण आज भी महिलाओं के साथ बलात्कार और अत्याचार की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की निर्मम हत्या होने के बावजूद भी अपराधी को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके। एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसी टीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य कोर्ट में महत्वपूर्ण हो सकते थे। अपराधियों के मोबाइल और उनके संरक्षकों के मोबाइल गायब बताए गये। अपराधियों को पुलिस रिमांड में लेने में जान बूझकर विलंब किया गया। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पोस्ट मार्टम में महिला डॉक्टर को सम्मिलित न करना भी केस को कमजोर करने की साजिश थी। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का भी आभार प्रकट किया कि उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उत्तराखंड की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने की मांग की थी। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा नेता के पुत्र का रिसॉर्ट होने के कारण राज्य सरकार द्वारा शुरूआत से ही इस जघन्य अपराध की घटना पर पर्दा डालने का काम किया गया। सरकार के दबाव में पहले राजस्व पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने में हीला हवाली की गई तथा इसके उपरान्त रेगुलर पुलिस द्वारा 18 सितम्बर, 2022 को लापता हुई युवती की चार दिन तक भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि जब कभी भी ऐसी घटना होती है तो उस स्थान को सील कर दिया जाता है, परन्तु रात के अंधेरे में सबूतों को नष्ट करने का काम किया गया। जिस वीआईपी के नाम पर अंकिता हत्याकांड को अंजाम दिया गया, उसके नाम का भी खुलासा करने में सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन कतरा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार कहती आ रही है कि भाजपा शासन में प्रदेश में भय का वातावरण बना हुआ है। आज राज्य की महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उपनेता भुवन कापड़ी ने कहा कि इन 8 वर्षों के कार्यकाल में भाजपा की राज्य सरकार पूरी तरह फेल हुई है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार ना तो महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों को ही कम कर पा रही है और ना ही बेरोजगारों को रोजगार दे पा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में जितने भी पेपर लीक हुए हैं उनमें अधिकतर भाजपा के नेताओं को नाम आया है। परन्तु कार्यवाही के नाम राज्य सरकार द्वारा लीपापोती की गई है। भाजपा ने पेपर लीक कर अपने चहेतों की नियुक्ति करने के लिए बेरोजगारों युवाओें के हक में डांका डालने का काम किया है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा विरोधी दल के नेताओं के डराने धमकाने का काम करती है। परन्तु हम डरने वाले नही हैं चाहे भाजपा कुछ भी कर ले। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे आकर स्वयं अपने हक की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा भाजपा ने देश की जनता साथ जो वादे किये थे आजतक पूरे नही किये हैं। इनका काम झूठ बोलकर अपना स्वार्थ को सिद्व करना है। पर अब देश की जनता इन्हें भलीभॉति समझ चुकी है। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस असवर पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल, महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा ढौडियाल, देहरादून महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, मीना रावत, निधि नेगी, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, सुनीता प्रकाश, जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष नन्दा बिष्ट, महेन्द्र सिंह नेगी गुरूजी, नीलम रावत, खष्टी बिष्ट, शीशपाल सिंह बिष्ट, रेखा सोनकर, पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, शोभा बिष्ट, रेखा सोनकर, खजान गुड्डू, दर्शन लाल, बिरेन्द्र रावत, संग्राम सिंह पुण्डीर, राधा बिष्ट, गीता पंवार, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीश नागपाल, आशा रावत, मुन्नी तिवाडी, अंशुल त्यागी, नीलम रावत, जया कर्नाटक, प्रदीप पाल, अनुराधा तिवाडी, बिरेन्द्र पंवार, राकेश सिंह मियां, रोबिन त्याबी, बन्टू भट्ट, जितेन्द्र चौधरी आदि सैकडों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।