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March 10, 2025

दिव्यदर्शी मोदी किताब लिखने वाला महाठग संजय शेरपुरिया गिरफ्तार, पीएम के साथ फोटो और नाम पर वाईफाई

खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बड़े नेताओं का करीबी बताने वाले संजय राय को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। सूत्र बताते हैं कि संजय ने SBI से करोड़ों रुपए का लोन ले रखा है। काम कराने के नाम पर सैकड़ों लोगों से ठगी की है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी गुजरात के किरण पटेल को जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार किया गया था। वह पीएमओ के नाम पर सरकारी सुविधाएं ले रहा था। सेना के कैंपों में जा रहा था। उसने भारत के सबसे सुरक्षा-संवेदनशील राज्य में सरकारी तंत्र को सफलतापूर्वक गुमराह किया कि वह पीएमओ का प्रतिनिधि था। इसी तरह संजय राय बहुत से भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा कर चुका है। यूपी एसटीएफ ने संजय शेरपुरिया को मंगलवार देर रात विभूतिखंड इलाके से गिरफ्तार कर लिया। उस पर संस्था बनाकर करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है। वह पहले भी चर्चा में रहा है। वह भाजपा के बड़े नेताओं का करीबी होने का दावा करता है और लोगों को तरह-तरह के लालच देकर मोटी रकम वसूलता है। इसके अलावा भी कई तरह के बड़े फ्रॉड किए हैं। संजय शेरपुरिया ने पीएम मोदी पर दिव्यदर्शी किताब भी लिखी। इसका विमोचन भी बीजेपी के बड़े नेताओं से कराया। ऐसे में साफ है कि उसके लिंक ऊपर तक थे। यही नहीं वह पीएमओ से सीधे अपने संबंध बताकर कई सुविधाएं भी ले रहा था। ऐसी मीडिया में खबर है। उसकी पीएम मोदी के साथ कई फोटो हैं। जो अलग अलग मौकों की हैं। कभी वो पीएम को पुष्प गुच्छ भेंट कर रहा है, तो तभी किसी फोटो में पीएम उसे पुष्प गुच्छ भेंट करते दिखते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

संजय बहुत से भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा कर चुका है। विधानसभा चुनाव 2022 में वह गाजीपुर से भाजपा से टिकट मांग रहा था। संजय राय शेरपुरिया मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का रहने वाला है। वह एक नेता, उद्यमी और लेखक है। साथ ही यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन का फाउंडर है। कोरोना काल में लकड़ी बैंक की शुरुआत से वह काफी चर्चा में आया था। तब शवों को जलाने के लिए लकड़ी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। संजय शेरपुरिया ने प्रधानमंत्री मोदी पर ‘दिव्यदर्शी मोदी’ किताब भी लिखी है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संजय राय शेरपुरिया की किताब का विमोचन किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवार्ड दिया था। बीजेपी के बड़े नेता हों या मंत्री सभी के साथ उसकी फोटो और वीडियो है। यही नहीं, मीडिया के एंकरों में रजत शर्मा, अंजना ओम कश्यप सहित कई लोगों के साथ उसकी फोटो सोशल मीडिया में है।  ऐसे में सवाल है कि उसे कौन संरक्षण दे रहा था, जिससे वह उद्योगपति से ईडी की जांच बंद कराने को लेकर छह करोड़ ले चुका था।  (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

संजय फॉर यूथ नाम की संस्था चलाता है, जिसका स्लोगन है स्वरोजगार से आत्मनिर्भर गाजीपुर बनाने का लक्ष्य। जानकारी के मुताबिक वह बड़े भाजपा नेता व नामचीन अफसरों का रिश्तेदार या करीबी होने का दावा करता है। उसने दिल्ली में आलीशान बंगला कब्जा रखा है। गुजरात में इसी तरह का बड़ा नेटवर्क बनाया है। लोगों को झांसे में लेकर उनके काम कराने का दावा कर उनसे रकम वसूलता है। ये रकम लाखों-करोड़ों में रहती है। इसको लेकर एसटीएफ लंबे समय से पड़ताल कर रही थी। पुख्ता साक्ष्य जुटाने के बाद उसकी गिरफ्तारी की है। एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश ने संजय शेरपुरिया की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीएम आवास के नाम पर वाई-फाई
दिल्ली में जहां पर उसने आवास बनाया है, वहां लगे वाई-फाई का नाम पीएम आवास लिख रखा है। अधिकतर लोगों को वह यही बताता है कि वह पीएमओ से संबंधित काम देखता है, ये आवास इसीलिए मिला है। भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ उसकी फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। जिसका वह अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बीजेपी के मंत्री का लेटर हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल नंदी का एक लेटर वायरल हो रहा है। लेटर में यूपीडा में क्या चल रहा है? इस पत्र में सवाल पूछे गये हैं। कैसे यूपीडा में लोग रखे गये हैं? किस आधार पर उनको लाखों का पेमेंट हो रहा है? यूपीडा में रिटायरमेंट प्लान टाइप का माहौल है, साहब को सेट करो लाखों कमाओ. यूपीडा में ज़मीन से उठा कर पद, पैसा, गाड़ी बँटी है, लगातार पैसे भी बढ़ रहें हैं। सूत्र बता रहें हैं कि-वर्तमान CEO ने भी यूपीडा में क्या कैसे चल रहा है कि जाँच शुरू कर दी है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय, संजय राय शेरपुरिया के इशारे पर काम करता है। लेटर में लिखा है कि दुर्गेश उपाध्याय को ज्यादा वेतन किस आधार पर दिया जा रहा है? लेटर में लिखा है कि यूपीडा एक्सप्रेस वे में पैसा बचा रहा था,और मुख्यालय में पैसा लुटाया जा रहा है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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