छठ पूजन के दौरान रसोई गैस सिलेंडर फटा, 30 से ज्यादा लोग झुलसे
मोहल्ले के लोगों ने नगर थाने की पुलिस एवं दमकल की टीम को सूचना दी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस एवं दमकल की टीम आग बुझाने में लग गई, लेकिन आग का लपटे धीरे-धीरे बढ़ती गई और अचानक घर मे ब्लास्ट हो गया। इसमे करीब 30 से अधिक लोग झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद सभी घायलों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घायलों में पुलिसकर्मी में महिला सिपाही प्रीति कुमारी, डीएपी अखिलेश कुमार, जगलाल प्रसाद, सैफ जवान मुकुंद राव, जगलाल प्रसाद, ड्राइवर मो मोज्ज्म एवं शाहगंज मुहल्ले के नगर परिषद अध्यक्ष पद प्रत्याशी अनिल ओड़िया, गया ज्वेलर्स के पंकज वर्मा, राजीव कुमार, मो शाब्दिर, मो असलम, सुदर्शन, अरियन गोस्वामी, मो छोटू आलम, अनिल कुमार, शाहनवाज सहित करीब 30 से अधिक लोग घायल हो गए। इसमे से करीब 25 लोग के आसपास हालत गंभीर बताई जा रही है। कई लोगों को सदर अस्पताल में और कई को निजी नर्सिंग होम में भी भर्ती कराया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आग बुझाने के तरीके में गड़बड़ी
बताया जा रहा है कि सिलेंडर ने आग पकड़ी हुई थी। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी सिलेंडर की आग बुझाने में जुट गए। सिलेंडर पर जैसे ही पानी डाला गया तो उसमें ब्लास्ट हो गया। गैस सिलेंडर पर लगी आग को गीला कपड़ा लपेटकर बुझाया जाता है। या फिर उसके लिए दूसरी गैस का प्रयोग किया जाता है। पानी डालने से आग भड़कती है। यहां जो तरीका आग बुझाने में इस्तेमाल किया गया, उससे यही प्रतीत होता है कि आग बुझाने के संबंध में पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग भी सही नहीं थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।