हारेगा कोरोना, जीतेगा उत्तराखंड, ग्राम सभाओं तक अब युवाओं का दवा बैंक

देहरादून के युवा उद्यमियों की संस्था देवभूमि उत्थान एवं संरक्षण संस्थान व माँ राज राजेश्वरी ट्रस्ट के सौजन्य से आज पौड़ी जिले में सतपुली के पचीस किमी के दायरे में ग्रामीणों के लिए कोरोना बचाव दवा किट का वितरण किया गया। संस्था के सक्रिय सदस्य बिक्रम राणा दवा बैंक के सूत्रधार हैं। अपने सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए तीरथ सरकार की ओर से बहु प्रचारित कोरोना दवा किट में 6 मुख्य दवा, चार मास्क व सेनीटाइजर को आज ग्रामीण इलाकों में पहुंचाया गया। एक हजार से अधिक कोरोना मेडिकल किट फिलहाल प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ताओं के पास उपलब्ध करा दी गई हैं और इस दवा बैंक की निरंतर मानेटरिंग कोरोना काल में देहरादून से की जायेगी। सतपुली, बांघाट और संगलाकोटि के अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम करने के लिए यह किट फर्स्ट ऐड का काम करेगी।
पिछले दिनों पहाड़ी जनपदों में बुखार फैलने की खबरों ने विचलित किया और हम उद्यमी मित्रों ने सुदूर गांवों तक देहरादून से दवा उपलब्ध कराने की योजना को आज आंशिक पूरा किया है। अब हम निरंतर कोरोना दवा किट की सप्लाई निशुल्क मांग के अनुरूप पूरा करते रहेंगे। सतपुली के निकट बिलखेत, बिड़पानी, सकनीखेत, धौड़ा, बिदलगांव, झटकंडी और मुआड़ गांवों में पचास – पचास किट इस आशा के साथ दी गई हैं कि वे सभी अपने पड़ोसी गांव में भी यह राहत उपलब्ध करायेंगे।
एकेश्वर में पांच पेटी दवा फिलहाल आसपास के 27 ग्रामसभाओं के लिए दवा बैंक के रूप में पहुँचा दी गई है। आगे जरूरत पड़ने पर निरंतर आपूर्ति की जाती रहेगी। संगलाकोटि में भरपूर, ढिसवाणी, असुरखेत, पालि, थापला, मेहरगांव, भीकू, कुणजखाल, गडरी, बरसूंड व सुंदरखाल गांवों के लिए दवा बैंक बना दिया गया है।
इस प्रकार पहले चरण में पौड़ी विधान सभा और चौबटाखाल विधानसभा की आंशिक ग्रामसभाओं में कोरोना किट इस सदभावना के साथ पहुचायी गयी हैं कि हम हमेशा अपना सामाजिक दायित्व निभाने के लिए तत्पर हैं।
बिक्रम राणा ने कहा है कि दवाओं का उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य ले। इस कार्य में अरूण जैन, श्रीनगर, अजय डबराल, कुलदीप गोस्वामी, जगतार सिंह, मानव अग्रवाल, प्रतीक कुंवर का विशेष सहयोग रहा है। अगली खेप श्रीनगर विधान सभा और केदारनाथ विधानसभा की ग्राम सभाओं में आजकल तक पहुंचायी जा रही हैं।
रिपोर्ट-भूपत सिंह बिष्ट, स्वतंत्र पत्रकार (सतपुली, सकिनखेत, एकेश्वर और संगलाकोटि से )
निवास-देहरादून, उत्तराखंड।