उत्तरकाशी के बसूंगा गांव मे कामयाब रही शराबबंदी की मुहिम, पूर्व विधायक विजयपाल ने की महिलाओं की सराहना
जहां उत्तराखंड के मैदानी जिलों में शादी समारोह के मौके पर मेहंदी के नाम पर शराब परोसने की परंपरा शुरू हो गई है, वहीं पर्वतीय जिलों में ऐसे समारोह में शराब के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। उत्तरकाशी जिले में तो कई गावों में लोगों ने शादी समारोह में शराब परोसने वालों के खिलाफ कड़े नियम बनाए हैं। ये मुहिम कामयाब भी होती नजर आ रही है। बीते दिनों उत्तरकाशी के नजदीकी गांव बसूंगा के ग्रामीणों ने आम बैठक कर शादी, व्याह व चुड़ाकर्म जैसे कार्यक्रमों मे शराबबंदी का प्रस्ताव पास किया था। इस बैठक के बाद हुई पहली शादी सादगी व पौराणिक रीति के साथ संपन्न हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्रामीणों की इस अभिनव पहल पर अपने गांव पहुंचे पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने भी ग्रामीणों की जमकर सराहना की। साथ ही उन्होंने ऐसे फैसले को सामाजिक समरसता के लिए जरूरी बताया। बसूंगा कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण का पैतृक गाँव है। इस दौरान उन्होंने कहा की वे पहले से ही शादी मे फिजूल खर्चे व शराबबंदी के खिलाफ रहे हैं। जिसकी शुरुआत उनके गाँव से ही होना उनके लिए भी गौरवांवित करने वाला है। उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से इस मुहीम को पूरे क्षेत्र मे लागू करने की अपील की।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




