कांग्रेस कार्यकाल मे मिली शराब और खनन व्यवसायियों को तरजीह, अब दे रहे उपदेश: मनवीर सिंह चौहान
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने शराब को लेकर कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकाल मे शराब और खनन व्यवसायियों के हितों को देखते हुए नीति बनायी गयी और उन्हे तरजीह मिली। चौहान ने कांग्रेस को अपनी सरकार के काले इतिहास में झांकने की सलाह दी है। कांग्रेस ने राज्य में शराब नीति के नाम पर डेनिस ब्रांड और खनन नीति के नाम पर पवित्र गंगा नदी को नहर बताने का पाप किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सचिव माफियाओं के साथ शराब नीति बनाते कैमरे पर पकड़े गए और प्रशासनिक अधिकारियों पर खनन माफियाओं का हमला आम था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने कांग्रेस को याद दिलाया कि किस तरह उनकी सरकार ने शराब नीति को डेनिस नीति बनाते हुए इस एक ब्रांड के सामने पूरी तरह सरेंडर किया था। उन्होंने कहा कि घरों में शराब रखने के लाइसेंस की जिस पुरानी नीति में बदलाव की वे बात कर रहे हैं उसे 6 माह तक विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर जांचा गया। इस नीति को लेकर मिले व्यवहारिक अनुभव और जनता के फीड बैक के बाद आबकारी विभाग ने क्वांटिटी की इस बढ़ोत्तरी को वापिस ले लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने तंज़ कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो अपनी सरकार में एक ब्रांड की मोनीपोली बनाकर तब तक अपनी अपनी जेबें भरी, जब तक न्यायालय का इसे रोकने का आदेश नही आया। देश ने कैमरे पर देखा कि किस तरह इनकी सरकारों की शराब नीति मुख्यमंत्री के सचिव माफियाओं के साथ बैठकर बनाते थे। आज प्रदेश को ड्रग्स के नशे से बाहर निकालने के लिए भाजपा सरकार निर्णायक कार्यवाही कर रही है। उसे पनपाने का काम कांग्रेस की सरकार ने खुलकर किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह खनन नीति को लेकर लगाये आरोपों का जवाब देते हुए मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि देवभूमि ने वो दौर भी देखा है, जब पतित पावनी मां गंगा को कांग्रेस सरकार ने अपने आदेशों में नदी से नहर में तब्दील कर दिया था। ये सब खनन व्यवसाय में अवैध तरीके से पत्थर से सोना बनाने के लिए किया गया। इनकी सरकारों में बैखौफ खनन माफियाओं द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर हमले होना आम बात थी। जनता को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर पूर्ण भरोसा है और राज्य और राज्यवासियों के विकास के लिए वह हर संभव प्रयास करेगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।