जीत गई जिंदगी, ग्राफिक एरा में उत्साहित हुए छात्र, सीएम धामी पर की फूलों की बारिश

उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को सकुशल निकालने से ग्राफिक एरा के उल्लासित हजारों छात्र छात्राओं और शिक्षकों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का फूलों की बारिश करके स्वागत किया। छठे वैश्विक आपदा प्रबंधन सम्मेलन में गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के सिल्वर जुबली कनवेंशन सेंटर पहुंचे थे। कनवेंशन सेंटर के बाहर ही छात्र-छात्राओं ने फूल बरसाकर उनका बहुत उत्साह और उमंग के साथ स्वागत किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला के साथ ही ग्राफिक एरा के दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति और पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री धामी को मालाओं से लाद दिया। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जुटे छात्र छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दुनिया की इस भीषण दुर्घटना की जद में आये सभी मजदूरों को किसी भी नुकसान से बचाने के इंतजामों और नई नई तरह की चुनौतियां सामने आने के बावजूद सुरक्षित निकालने के जटिल अभियान की कामयाबी के लिए बधाई दीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग समेत विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र छात्राओं ने – जीत गई जिंदगी लिखे बड़े बड़े बोर्ड ले रखे थे। इन पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के चित्रों के साथ ही बधाई, आभार, सैल्यूट आदि लिखा था। मुख्यमंत्री का अपनी पसंद के हीरो के तरह स्वागत करने वालों में विदेशी छात्र-छात्राएं भी शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि इस बड़ी आपदा और फिर हर रोज नई चुनौतियां सामने आने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री धामी ने बहुत रणनीतिक कुशलता और दूरदृष्टि के साथ पूरे अभियान का नेतृत्व किया। उनकी तपस्या जैसी मेहनत, दृढ़ इच्छा शक्ति, नेतृत्व कुशलता ने मौत की दस्तक को नई जिंदगी की इबारत में बदल दिया। ये पूरी दुनिया में अपनी तरह की एक बेहतरीन मिसाल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है घटनाक्रम
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरु किया गया। टनल के अंदर फंसने वाले मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के थे। चारधाम रोड प्रोजेक्ट के तहत ये टनल बनाई जा रही है। मंगलवार 28 नवंबर की रात रेस्क्यू के 17वें दिन श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।