हरीश रावत की मनमानी से तंग आकर कांग्रेस से भागे विधायक: भगत
उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने हरीश रावत के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने भाजपा पर विधायकों को चुराने का आरोप लगाया। भगत ने कहा कि जनता से नकारे जाने के बाद हरीश रावत कुछ समय तो पश्चाताप के घड़ियाली आंसू बहाते रहे और हार की जिम्मेदारी लेते रहे, लेकिन चुनाव का समय आ रहा है तो अब सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं।
भगत ने कहा कि जिलों के गठन के लिए हरीश रावत का दावा उसी तरह है, जैसे गैरसैण में राजधानी घोषित करने का फैसला। गैरसैण में आम जनता की मांग भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत ने गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कियाहै। वहीं, मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत निरंकुश रहे और वह किसी की नहीं सुनते थे। इस कारण उनके विधायकों ने उनकी सुनना बंद कर दिया और अलग रास्ता चुन लिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई मंत्री विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने रावत की निरंकुशता से तंग आकर कांग्रेस पार्टी को ही बाय कर दिया। भगत ने श्री हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए और अपनी असफलता को छिपाने के लिए दूसरों पर दोष नहीं मढ़ना चाहिए। आज हरीश रावत जनता के लिए संघर्ष नहीं, बल्कि चेहरे की लड़ाई लड़ रहे हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।