एसजीआरआर में व्याख्यान, वैज्ञानिक ने बताया- देहरादून की आठ नदियों में इस नदी का जल सबसे ज्यादा प्रदूषित

श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज देहरादून में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान श्रृंखला में बैरकपुर राष्ट्रगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता के प्राचार्य एवं प्रख्यात वैज्ञानिक प्रोफेसर मोनोजित रे ने विस्तार से परिचर्चा की। बैरकपुर राजगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता एवं श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज देहरादून के बीच हुए समझौते के तहत इस तरह के एकेडमिक एक्सचेंज कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज के प्रथम सत्र में प्रोफेसर मनोजीत रे ने बताया कि उन्होंने देहरादून की कुछ प्रमुख नदियों के जल का परीक्षण किया। इनमें देहरादून की आठ नदियों में आसन, टोंस, सॉन्ग, सुस्वा, जाखन, चंद्रभागा, रिप्सना और यमुना के जल का रासायनिक परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इन दियों में से सुस्वा नदी सबसे ज्यादा प्रदूषित निकला और चंद्रभागा सबसे कम प्रदूषित नदी है। इन नदियों के सैंपल्स को वह कोलकाता ले जा रहे हैं। ताकि उसका और परीक्षण कर सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने महाविद्यालय के शोधार्थियों से कहा कि वह इस तरह के शोध करके अपने उत्तराखंड की अनेक नदियों का अध्ययन कर उनके प्रदूषण का मुख्य कारण जानने की कोशिश करें। व्याख्यान के उपरांत प्रोफेसर मोनोजित रे महाविद्यालय की आइक्यूएसी टीम के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया तथा नैक की ग्रेडिंग को उन्नत करने के लिए अनेक सुझाव दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रोफेसर मनोजीत रे ने महाविद्यालय के 10 विद्यार्थियों एवं दो शिक्षकों को बैरकपुर राष्ट्रगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता में एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत आमंत्रित किया है। मंच का संचालन प्रो. हर्षवर्धन पंत ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की उप प्राचार्य प्रोफेसर दीपाली सिंघल, नैक कोऑर्डिनेटर प्रो विजय रावत, एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम के कोऑर्डिनेटर प्रो. संदीप नेगी, प्रो. पूनम शर्मा, डॉ मनोज पुरोहित, डॉ हरीश चंद्र जोशी, डॉ राकेश ढोडियाल, डॉ मनोज बलूनी, डॉ ए एस राणा, डॉ अनीता मालियान, डॉ श्यामवीर सिंह, डॉ आनंद कुमार, डॉ अनीता मनोरी, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।