Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 12, 2025

ईडी की जांच में घिरी पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरक सिंह की करीबी लक्ष्मी राणा ने छोड़ी कांग्रेस

उत्तराखंड कांग्रेस की प्रदेश महासचिव व रुद्रप्रयाग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लक्ष्मी राणा ने कांग्रेस पर मुसीबत की घड़ी में साथ नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच की कार्रवाई में कांग्रेस ने उनका साथ नहीं दिया। लक्ष्मी पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत की करीबी मानी जाती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ईडी पाखरो टाइगर सफारी घोटाले के मामले में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की करीबी और जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास पर छापेमारी कर चुकी है। छापेमारी के दौरान उनके लॉकर से ईडी को 48 लाख रुपये की ज्वेलरी और संपत्ति के दस्तावेज मिले थे। इसे लेकर उनसे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। लक्ष्मी राणा ने इस्तीफे की वजह पार्टी द्वारा बुरे समय में उनका साथ न देने की बात कही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में लक्ष्मी ने कहा, वह 27 साल से ज्यादा समय से पार्टी से जुड़ी रही हैं। 1998 में उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रहीं। 1997 से 2001 तक कांग्रेस पार्टी से ब्लॉक प्रमुख जखोली रहीं। 2002 से 2007 तक उपभोक्ता फोरम की सदस्य राज्यमंत्री के तौर पर सेवाएं दीं। 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग रहीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

2017 में रुद्रप्रयाग विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रही तो 2018 से लगातार प्रदेश महामंत्री पद पर सेवाएं दे रही हैं। कहा, पिछले दिनों राजनीतिक द्वेष के चलते ईडी कार्रवाई हुई थी। मैं जानती हूं कि ये कानूनी प्रक्रिया है, लेकिन पार्टी की तरफ से मेरे खिलाफ हुई इस कार्रवाई में न तो कोई प्रतिक्रिया आई और न ही किसी ने मुझे इस दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के लिए मैंने हजारों महिलाओं, युवाओं को दिन-रात मेहनत करके जोड़ने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने भी इस संकट की घड़ी में मेरा साथ नहीं दिया। उन्होंने लिखा, जिस कांग्रेस पार्टी के लिए मैंने अपना जीवन खपाया, उसमें रहने का अब कोई औचित्य नहीं है, इसलिए दुखी मन से सदस्यता से त्यागपत्र दिया है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page