आपदा बचाव की पूर्व तैयारी ना होना दुर्भाग्यपूर्ण, केंद्र सरकार अपने हाथ में ले बचाव कार्यः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एआईसीसी सदस्य सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग के सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में भूधसाव के कारण फंसे 40 श्रमिकों के बचाव कार्य को तत्काल केंद्र सरकार को अपने हाथों में लेना चाहिए। इसके लिए सेना की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरंग के निर्माण कार्यों के दौरान ही ऐसी आपदा से निपटने की तैयारी होनी चाहिए थी। दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि कोई तैयारी नहीं की गई। साथ ही पिछली घटनाओं से कोई सबक ही लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने अपने ईसी रोड स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दिवाली की सुबह टनल में भूस्खलन हुआ और 40 मजदूर भीतर फंस गए। पहले ही हम बहुत महत्वपूर्ण चार दिन गंवा चुके हैं। चार दिन में भी हम श्रमिकों को सुरंग से बाहर नहीं निकाल पाए हैं। अब अधिक देरी उनकी जान के लिए घातक हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग राष्ट्रीय राज मार्ग के अंतर्गत आती है।इस पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री को तत्काल संज्ञान ले कर बचाव कार्य को केंद्रीय स्तर पर अपने हाथों में लेना चाहिए था, जो नहीं किया गया। इससे बड़े दुर्भाग्य की बात यह है कि साढ़े चार किलोमीटर की सुरंग खोदे जाने के काम में ऐसी आपदा से निपटने के लिए कोई इंतज़ाम तक नहीं किए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि हम कुछ वर्ष पूर्व रैणी आपदा झेल चुके हैं। इसमें सुरंग में फंसे लोगों को जीवित नहीं निकाला जा सका था। इससे ज्यादा अफसोसनाक बात क्या हो सकती है कि राजधानी देहरादून में बैठे सरकार इतनी बड़ी आपदा घटित हो जाने के बाद भी दीपावली मनाने के बाद अगले दिन घटनास्थल पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि देश भर में राष्ट्रीय राज मार्गों का श्रेय लेने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान तक जारी नहीं किया। बचाव के लिए काम में लगी ड्रिलिंग मशीन खराब हो गई, किंतु वैकल्पिक बैकअप मशीन की कोई व्यवस्था न होना बचाव कार्य की गंभीरता पर प्रश्न चिह्न लगा रहा है। धस्माना ने कहा कि अभी तक कांग्रेस ने एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए बचाव कार्य पर कोई सवाल खड़े नहीं किए। ताकि, बचाव कार्य में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों का मनोबल न टूटे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अब फंसे हुए लोगों के परिवारजनों का धैर्य जवाब दे रहा है। इसलिए सिस्टम को झकझोरने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पूर्व मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी के साथ पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को आज प्रातः सिलक्यारा रवाना किया है, जो मौके में पहुंच कर स्थितियों का जायज़ा लेगा। साथ ही प्रभावितों के परिजनों से मिलेगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।