12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन तैयार, जायडस कैडिला ने सरकार से मांगी आपात इस्तेमाल की मंजूरी
देश के लिए एक और सुखद खबर ये है कि मशहूर फार्मास्युटिकल कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) ने अपनी ZyCoV-D वैक्सीन 12 साल और इससे अधिक उम्र के बच्चों को लगाने के लिए तैयार कर ली है।
देश के लिए एक और सुखद खबर ये है कि मशहूर फार्मास्युटिकल कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) ने अपनी ZyCoV-D वैक्सीन 12 साल और इससे अधिक उम्र के बच्चों को लगाने के लिए तैयार कर ली है। कंपनी ने वैक्सी को लॉन्च करने के लिए गुरुवार को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) से मंजूरी मांगी है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को आवेदन दिया है, जिसमें 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मांगी गई है। कंपनी ने दावा किया है कि टीके ने तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है।दुनिया का पहला डीएनए कोविड वैक्सीन
ZyCoV-D एक डीएनए कोविड वैक्सीन है, जो वायरस के उस हिस्से के आनुवंशिक कोड को वहन करता है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ट्रिगर करता है। यह इस तरह के प्राधिकरण के लिए आवेदन करने वाला दूसरा स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन होगा और साथ ही कोरोनावायरस के खिलाफ दुनिया का पहला डीएनए वैक्सीन होगा।
अभी तक तीन वैक्सीन को मंजूरी
भारत ने कोविड-19 के खिलाफ अब तक तीन टीकों को मंजूरी दी है। इनमें कोवैक्सिन (भारत बायोटेक), कोविशील्ड (सीरम इंस्टीट्यूट), और रूसी स्पुतनिक वी. कोविशील्ड को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकसित किया गया है।
दूसरा स्वदेशी टीका
ZyCoV-D, भारत वायोटेक की कोवैक्सीन के बाद दूसरा स्वदेशी टीका है। जो तीन खुराक वाला टीका है। इसे 0 दिन, 28 दिन और 56वें दिन दिया जाना है। कंपनी ने कहा है कि वह दो डोज वाली वैक्सीन पर भी काम कर रही है। वैक्सीन कैंडिडेट के स्टैबिलिटी डेटा से पता चला है कि ZyCoV-D को लंबे समय तक उपयोग के लिए 2 से 8 डिग्री सेल्सियस और अल्पावधि के लिए 25 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जा सकता है।





