जानिए केला क्यों होता है टेढ़ा, लाता है बालों में चमक और त्वचा में निखार, हैंगओवर करता है दूर, चौंकाने वाले हैं ढेरों गुण
केला ऐसा फल है, जो अमूमन हर व्यक्ति को पसंद होता है। साथ ही ये फल बाजार में आसानी से मिल जाता है। यदि किसी को तेज भूख लगी हो तो दो तीन केले से भूख भी मिटाई जा सकती है। साथ ही केला सेहत को भी काफी फायदेमंद होता है। कारण ये है कि इसमें विटामिन-सी, एंटी-ऑक्सीडैंट्स आदि भी होते हैं, जो इंसानों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके गुणों को अधिकांश लोग जानते हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि केला हमेशा टेढ़ा ही क्यों होता है। हम आपको इसका वैज्ञानिक कारण बताने जा रहे हैं। साथ ही केले के इतने गुणों के बारे में बताएंगे कि आप इस लेख को पढ़कर हैरान हो जाओगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केला टेढ़ा होने की वजह
दरअसल केले के टेढ़े होने के पीछे का एक वैज्ञानिक कारण ये है कि जब केले का फल आना शुरू होता है तो वह एक गुच्छे में आता है। ये एक कली जैसा होता है, जिसमें हर पत्ते के नीचे केले का एक गुच्छा होता है। इसे गैल कहा जाता है। जिस समय केला नीचे से बढ़ना शुरू होता है, तब वह सीधा होता है। एक साइंटिफिक कॉन्सेप्ट है, जिसे Negative Geotropism कहते हैं। इस थ्योरी का अर्थ ये है कि कुछ पेड़ ऐसे होते हैं जो सूरज की तरफ बढ़ते हैं। सूरजमुखी भी इसका उदाहरण है। इसलिए केला नीचे की तरफ बढ़ने के बजाय उपर की तरफ बढ़ने लगता है। ये ही वजह है कि इसका आकर टेढ़ा हो जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूरज की रोशनी की तर्क
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केले की बोटेनिकल हिस्ट्री का कहना है कि केले के पेड़ सबसे पहले रेनफोरेस्ट के मध्य में आया था। वहां सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाती थी। इसलिए केले को विकसित होने के लिए उसी माहौल में ढलना पड़ा। यानी जहां सूर्य की रोशनी आने लगी, उधर केले बढ़ने लगे, और इनका आकार टेढ़ा हो गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केले के फायदे
केला गुणों का खजाना है, जिस कारण यह सेहत पर कई तरह के फायदे दिखा सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि केला किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। इसका सेवन बीमारी से बचाव करने और उसके लक्षणों के प्रभाव को कम करने में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है।
हृदय के लिए फायदेमंद
हृदय स्वास्थ्य के लिए भी केला खाने के फायदे देखे गए हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया है कि केले में पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्तचाप को सामान्य रखने और हृदय संबंधी कार्यों को सही तरीके से करने में मदद कर सकता है। यही नहीं केले में विटामिन-बी6 भी होता है, जिसे हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उच्च रक्तचाप में लाभकारी
केले खाने के फायदे में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना भी शामिल है। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। यह पोटैशियम रक्त वाहिकाओं की दीवारों को आराम पहुंचाकर रक्तचाप को कम करने का काम कर सकता है।
पाचन प्रक्रिया को बनाता है आसान
पाचन स्वास्थ्य के लिए भी केले के फायदे बहुत हैं। दरअसल, केले में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को ठीक रख सता है। साथ ही फाइबर भोजन सही तरीके से पचाता है और मल निकासी की प्रक्रिया आसान बना सकता है। इसके अलावा, कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्या से भी निजात दिलाने के लिए भी फाइबर को जाना जाता है। यही नहीं, केले में रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जिसे पेट के लिए अच्छा माना गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मस्तिष्क के लिए लाभकारी
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी केले के फायदे होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन-बी6 की कमी से वयस्कों की मस्तिष्क कार्यप्रणाली कमजोर होती है। यह विटामिन-बी6 केले में होता है। इसके अलावा, केला मैग्नीशियम से भी समृद्ध होता है, जो नर्व फंक्शन को बेहतर कर सकता है। ये शरीर और मस्तिष्क के बीच संदेश भेजते और समझते हैं। ऐसे में मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए केले को फायदेमंद कहा जा सकता है।
नोटः यह लेख सामान्य जानकारी प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हड्डी के लिए फायदेमंद
हड्डियों के लिए केला खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। यह कैल्शियम से समृद्ध है और हड्डियों के विकास व मजबूती में कैल्शियम की अहम भूमिका होती है। साथ ही हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए केले में मौजूद मैग्नीशियम भी जरूरी होता है। मैग्नीशियम हड्डियों के विकास और शरीर में कैल्शियम के प्रवाह में मदद करता है।
मधुमेह के इलाज में लाभकारी
मधुमेह के लिए भी केले के गुण देखे गए हैं। एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो केले को मधुमेह के इलाज के लिए के ट्रेडिशनल मेडिसिन की तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही बनाना स्टेम (डंठल) और इसके फूल भी मधुमेह की स्थिति में राहत पहुंचा सकता है। इसके अलावा, केले में पोटैशियम भी पाया जाता है। यह पौटेशियम मधुमेह के इलाज और बचाव में सहायक भूमिका निभा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डायरिया
डायरिया होने पर केले के औषधीय गुण मददगार साबित हो सकते हैं। रिसर्च बताती हैं कि इसमें पेक्टिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का फाइबर है। यह फाइबर बाउल मूवमेंट को नियंत्रित कर डायरिया से निजात दिलाने का काम कर सकता है।
हैंगओवर को करता है दूर
अगर आप हैंगओवर से परेशान हैं, तो केले का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, अल्कोहल की अधिक मात्रा के कारण शरीर में पोटैशियम, मैग्नीशियम व सोडियम जैसे मिनरल्स असंतुलित हो जाते हैं और तरल पदार्थ का स्तर बिगड़ जाता है। वहीं, केले में पोटैशियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। साथ ही इसमें हल्का सोडियम भी होता है। इसी वजह से केले को हैंगओवर के लिए अच्छा माना जा सकता है। अगर कोई हैंगओवर से परेशान हैं, तो वो शहद के साथ बनाना मिल्क का सेवन कर सकते हैं। केला पेट और शरीर को शांत करने में मदद करता है। साथ ही यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को स्थिर करने और ब्लड शुगर स्तर को बेहतर करके व्यक्ति को ऊर्जा देता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनीमिया रोगी को फायदेमंद
एनीमिया एक घातक बीमारी है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से होती है। लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में फोलेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए फोलेट की कमी भी एनीमिया का कारण बनती है। इस परेशानी में भी केले खाने के फायदे हो सकते हैं। दरअसल, केला में फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है। इससे एनीमिया की स्थिति में कुछ हद तक सुधार हो सकता है। इसी वजह से एनीमिया से बचने के लिए आहार में केले को शामिल करना फायदेमंद माना जाता है।
तनाव से देता है मुक्ति
तनाव से छुटकारा पाने के लिए भी केला के गुण मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित जानकारी के अनुसार, केले में विटामिन-बी होता है और विटामिन-बी तनाव को कम करने और कार्य क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शरीर में बढ़ाता है ऊर्जा
शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए खाली पेट केला खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि केले में ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है। यह व्यायाम के दौरान भी शरीर में जरूरी ऊर्जा को बनाए रखने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि एथलीट शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए भी केला का सेवन करते हैं। शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलने पर शारीरिक और मानसिक थकान से भी राहत मिल सकती है।
आंखों के लिए लाभकारी
केले के औषधीय गुण के लाभ आंखों को भी होते हैं। दरअसल, केला अन्य जरूरी पोषक तत्वों के अलावा कैरोटिनॉइड से भी समृद्ध होता है, जो विटामिन ए का ही एक प्रकार है। विटामिन-ए आंखों के रेटिना में पिगमेंट को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, विटामिन-ए रतौंधी (कम रोशनी में साफ न दिखना) से भी बचाव करने के लिए जाना जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मासिक धर्म के समय दर्द से निजात
मासिक धर्म के दौरान दर्द से निजात पाने के लिए भी केले खाने के फायदे देखे गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, केले के सेवन से मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव और दर्द से राहत मिल सकती है। वहीं, मासिक धर्म के समय पेट में ऐंठन होती है। इससे केला में मौजूद पोटैशियम राहत दिला सकता है, क्योंकि पोटैशियम को ऐंठन की समस्या कम करने के लिए जाना जाता है।
अनिद्रा की स्थिति से राहत
रात में केला खाने के फायदे अनिद्रा की स्थिति में हो सकते हैं। दरअसल, केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड की भरपूर मात्रा होती है। यह पदार्थ मेलाटोनिन यानी स्लीप हार्मोन के उत्पादन को ट्रिगर करता है जो नींद को बढ़ावा दे सकता है। ऐसे में सोने से कुछ घंटे पहले केला खाने से रात को अच्छी नींद आ सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मच्छर के काटने पर
केले के औषधीय गुण मच्छर के काटने के असर को कम कर सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि केले के छिलके में एंटी माइक्रोबियल गुण होता है। इसे शरीर में रगड़ने से मच्छर के काटे हुए हिस्से को ठीक करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए केले के छिलके को प्रभावित जगह पर 2 से 3 मिनट तक रगड़ना होगा।
बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए केले का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, केला मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत होता है, जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है। साथ ही केले में कैरोटिनॉइड भी होते हैं, जो एक प्रकार का विटामिन ए होता है। यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम कर सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मॉर्निंग सिकनेस को करता है दूर
गर्भावस्था में मॉर्निंग सिकनेस होना सामान्य है, इससे लगभग 70 से 85 फीसदी गर्भवतियां प्रभावित होती हैं। इस दौरान महिलाओं को पूरे दिन में कभी भी उल्टी और मतली हो जाती है। इससे छुटकारा दिलाने में केले के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, केला रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखते हुए मॉर्निंग सिकनेस से बचा सकता है। इसके अलावा, केले में विटामिन-बी6 भी होता है, जिसे मॉर्निंग सिकनेस के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। पोषण चिकित्सक (न्यूट्रिशन थेरेपिस्ट) नीलांजना सिंह का कहना है कि मैग्नीशियम भी मॉर्निंग सिकनेस को कुछ कम कर सकता है।
मूड में बदलाव के लिए केला लाभकारी
केले खाने के फायदे में मूड में बदलाव भी शामिल है। एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, केला में ट्रिप्टोफैन नामक प्रोटीन होता है। ट्रिप्टोफैन पचने के बाद सेरोटोनिन नामक केमिकल न्यूरोट्रांसमीटर में परिवर्तित हो जाता है। ये दिमाग के लिए सबसे जरूरी केमिकल होता है, जो अवसाद से राहत दिलाने के साथ ही मूड को बेहतर कर सकता है। न्यूट्रिशन थेरेपिस्ट नीलांजना सिंह के अनुसार, केला में मौजूद एक तरह का कार्बोहाइड्रेट भी मूड को बेहतर कर सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वजन घटाने के लिए
सुबह खाली पेट केला खाने के फायदे वजन घटाने के लिए हो सकते हैं। वजन कम करने के लिए भी उच्च फाइबर डाइट की आवश्यकता होती है और केला फाइबर से समृद्ध होता है। यह शरीर में ज्यादा कैलोरी बढ़ाए बिना पेट भरने का काम करेगा, जिससे वजन नियंत्रित रहेगा। इसके अलावा, केला रेसिस्टेंट स्टार्च से भी समृद्ध होता है, जो वजन को नियंत्रित करने सकता है।
दांतों की सफेदी
अगर कोई सोच रहे होंगे कि केला कैसे दांतों को चमका सकता है, तो बता दें कि दांतों के लिए केले का छिलका कारगर घरेलू नुस्खा है। बस इसके लिए केले के छिलके से दांतों को कुछ देर रगड़ना होगा। ऐसा हफ्ते में तीन-चार बार कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्यूटी स्लिप
सोते समय स्किन को रिपेयर करना है, तो केला का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है। ट्रिप्टोफैन, मेलाटोनिन यानी स्लीप हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाता है, जिसे नींद को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि रात में सोने से कुछ घंटे पहले केला का सेवन करने पर अच्छी नींद आती है और सोते समय स्किन रिपेयर हो सकती है।
पेट के अल्सर में कारगर
पेट का अल्सर एक गंभीर समस्या है। इसमें पेट, फूड पाइप और छोटी आंत में दर्द होता है। अगर इसका इलाज न किया जाए, तो इसके परिणाम घातक भी हो सकते हैं (26)। यहां केला अहम भूमिका निभा सकता है। दरअसल, केले का एंटासिड प्रभाव पेट के अल्सर और अल्सर की क्षति से बचा सकता है। साथ ही यह एसिडिटी को कम करके पेट में होने वाले जलन में भी कमी ला सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
त्वचा को करे मॉइस्चराइज
केले के लाभ त्वचा पर भी दिखाई दे सकते हैं। केला त्वचा के लिए बेहतरीन प्राकृतिक मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है। दरअसल, इसमें विटामिन बी 6, सी और पानी की अच्छी मात्रा होती है। ये सभी त्वचा को हाइड्रेट रखने का काम कर सकते हैं। इसके लिए एक पका हुआ केला लें और उसे अच्छी तरह मैश कर लें। इसे पूरे चेहरे पर लगाएं। इसके बाद लगभग 20-25 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। ज्यादा शुष्क त्वचा वाले केले में आधा शहद मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी जगह एक पके हुए केले के साथ एक चम्मच दही और एक चम्मच विटामिन-ई ऑयल जैसे बादाम तेल को अच्छी तरह मिला लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एंटी एजिंग
स्किन एजिंग से राहत पाने के लिए केला मदद कर सकता है। केले में फ्लेवोनोइड पॉली-फेनोलिक एंटीऑक्सिडेंट जैसे ल्यूटिन, जेक्सैन्थिन, वी और ए-कैरोटीन होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करके उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं। इसके लिए एक चौथाई पका हुआ केला मैश कर लें। उसमें एक से दो चम्मच गुलाब जल डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब इस मिश्रण को चेहरे और गले पर लगाएं। लगभग आधे घंटे बाद हल्के ठंडे पानी से चेहरा धो लें। यह उपाय हफ्ते में दो से तीन बार कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
त्वचा में चमक लाने में मददगार
त्वचा को चमकदार बनाने के लिए केला कारगर साबित हो सकता है। यह विटामिन बी-6 और पानी का अच्छा स्रोत है, जो त्वचा में नमी बनाए रखने के साथ ही त्वचा में चमक लाने का काम कर सकता है। इसके लिए आधा पका हुआ केला मैश करके उसमें एक चम्मच चंदन का पेस्ट और एक चौथाई चम्मच शहद मिलाएं। अब इस मिश्रण को लगभग 20-25 मिनट के लिए चेहरे व गर्दन पर लगाएं और बाद में गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। दूसरा तरीका है कि केले को मैश करके उसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर भी 20 मिनट के लिए चेहरे व गर्दन पर लगा सकते हैं। वहीं, तीसरा तरीका ये है कि केले के साथ दूध का भी इस्तेमाल कर भी मिश्रण बना सकते हैं।
त्वचा की मृत कोशिकाओं के लिए
त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने के लिए भी केले के लाभ देखे जा सकते हैं। इससे त्वचा को स्क्रब करने और स्किन से डेड सेल्स को हटाने में मदद मिल सकती है। इसके लिए एक पके हुए केले को मैश करें और उसमें एक चम्मच चीनी मिलाएं। अब इस केले के स्क्रब को चेहरे और गर्दन पर लगाकर उंगलियों से कुछ मिनट तक धीरे-धीरे स्क्रबिंग करें। बाद में गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुंहासों के लिए
अगर कोई मुंहासों से परेशान हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। केले के छिलके का इस्तेमाल बढ़ते मुंहासों को रोकने के लिए कर सकते हैं। केले का छिलका एंटीबैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है , जो मुंहासों से आराम दिला सकता है। इसके लिए केले का छिलका लें और उसके अंदर वाले भाग को प्रभावित जगह पर कुछ मिनट के लिए धीरे-धीरे रगड़ें।
करीब 2 से 3 मिनट बाद साफ पानी से चेहरा धो लें।
खुजली, सोरायसिस और मस्से के लिए
यहां केले का छिलका अहम भूमिका निभा सकता है। केले के छिलके में एंटी बैक्टीरियल गुण होता है। यह गुण खुजली वाली त्वचा, सोरायसिस (पपड़ीदार स्किन) और मस्सों से निजात दिलाने का काम कर सकता है। खुजली वाली त्वचा के लिए केले के छिलके के अंदर वाले भाग को प्रभावित जगह पर कुछ देर रगड़ें। मस्से और सोरायसिस के इलाज के लिए केले के छिलके को प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं या थोड़ी देर धीरे-धीरे रगड़ भी सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूजी हुई आंखें
कई बार आंखों के आसपास सूजन आ जाती है। इससे निजात पाने के लिए केले के छिलके का उपयोग कर सकते हैं। केले का छिलका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होता है, जो सूजन को दूर कर सकता है। नीचे जानिए कि किस प्रकार केले के छिलके का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए केले का छिलका लें और आंखों के आसपास सूजन वाली जगह पर कुछ देर के लिए लगाएं या थोड़ी देर धीरे-धीरे रगड़ें। 15 से 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से साफ कर लें।
पैरों के लिए
पैरों के लिए भी केला खाने के लाभ देखे जा सकते हैं। पैरों की देखभाल के लिए यहां केले का छिलका अहम भूमिका निभा सकता है। पैरों के लिए इसका इस्तेमाल एस्ट्रिंजेंट की तरह किया जाता है (28)। एस्ट्रिंजेंट एक तरह का रसायन है, जो पैरों को एक्सफोलिएट कर अतरिक्त तेल को हटा सकता है। इसके लिए केले का छिलका लें और उसे पैरों व एड़ियों पर धीरे-धीरे रगड़ें। यह प्रक्रिया आप पांच से दस मिनट तक रोजाना कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बालों का विकास
बालों के लिए भी केले के फायदे बहुत हैं। सही पोषण न मिलने की वजह से बालों का विकास रुक सकता है और वो समय से पहले झड़ सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, केले के जूस से स्कैल्प की मालिश करने पर बालों के विकास को बढ़ावा मिल सकता है। साथ ही बाल झड़ने की समस्या कम हो सकती है। रोजाना नाश्ते में केले को शामिल कर सकते हैं।
मुलायम बालों के लिए
एक पका हुआ केला लें और मैश कर लें। अब इसमें एक चम्मच जैतून तेल मिलाएं और बालों व स्कैल्प पर अच्छी तरह लगाएं। 15 मिनट के लिए बालों को हेयर कवर से ढक दें। चाहें तो इसे रात भर के लिए भी बालों पर लगा छोड़ सकते हैं। फिर बालों को शैंपू कर लें। केले के साथ एवोकाडो या कोको को भी मिक्स कर सकते हैं। यह पूरी तरह से वैकल्पिक है।
चमकदार बालों के लिए
एक चौथाई कप जैतून के तेल में एक पका हुआ केला और एक अंडे की सफेदी अच्छी तरह मिलाएं। मिश्रण को स्कैल्प से लेकर बालों की पूरी लंबाई तक लगाएं और 15 मिनट बाद पसंदीदा शैम्पू व कंडीशनर से बाल धो लें।
मजबूत बालों के लिए
एक पका केला लें और उसमें दो-तीन चम्मच दही मिलाएं। अब इस पेस्ट को अपने स्कैल्प पर अच्छी तरह लगाएं और 15-20 मिनट बाद शैंपू कर लें।
सूखे बालों के लिए
एक पके केले के साथ तीन चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प पर अच्छी तरह लगाएं। फिर 15-20 मिनट बाद शैंपू करके कंडीशनर लगा लें।
क्षतिग्रस्त बालों के लिए
एक पके केले में आधा चम्मच बादाम तेल मिलाएं। अब इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प पर लगाएं और 10 से 15 मिनट बाद शैम्पू व कंडीशनर से बालों को धो लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केले के नुकसान
केला खाने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि केला गुणकारी फल है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण भी बन सकता है। ऐसे में ये ध्यान रखना चाहिए कि किसी चीज की अति ना हो। यानि कि केले का बहुत अधिक सेवन ना किया जाए। नहीं हो कुछ इस तरह की परेशानी हो सकती है-
-केले में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और ट्रिप्टोफैन होते हैं। इससे व्यक्ति को ज्यादा नींद आ सकती है। ऐसे में केले का अधिक सेवन करने के बाद ड्राइविंग करने से दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
-शराब पीने के दौरान केला खाने से सिरदर्द हो सकता है।
-कुछ लोगों को केले के सेवन से एलर्जी हो सकती है।
-अत्यधिक फाइबर शरीर में आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम के अवशोषण (Absorption) में बाधा बन सकता है। दरअसल, केला में फाइबर होता है, इसलिए इसके अधिक सेवन से यह स्थिति उत्पन्न हो सकता है।
-केला पोटैशियम का भी अच्छा स्रोत है। ऐसे में अगर कोई पोटैशियम सप्लीमेंट के साथ अधिक मात्रा में केले का भी सेवन कर रहा है, तो उसके शरीर में पोटैशियम की अधिकता (हाइपरकलेमिया) हो सकती है।
-केला फाइबर का बड़ा स्रोत है और अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन गैस, पेट में ऐंठन और पेट फूलने की समस्या का कारण बन सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बात का रखें ध्यान
केला सेहत के लिए अच्छा होता है और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसी वजह से शारीरिक गतिविधि करने वाले लोग इसका सेवन ज्यादा करते हैं। वैसे यह फल सभी के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए आप भी इसे अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। अगर किसी को कोई गंभीर बीमारी है या कोई दवाई ले रहा है, तो केले को आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
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