जानिए घर में पौधे लगाने के फायदे, आसान होगा किचन का काम, प्रदूषण होगा नियंत्रित, तनाव से मिलेगा आराम

घर में पौधे लगाने के कई फायदे हैं। पौधे घर की हवा को शुद्ध रखते हैं। साथ ही ये आपको खुशी भी प्रदान करते हैं। ऐसे में आपको तनाव से भी काफी हद तक मुक्ति मिल जाती है। यही नहीं, आपका घर और आंगन भी खूबसूरत नजर आता है। हम आपको तीन तरह के पौधों की जानकारी देंगे, जिसे आप घर में लगा सकते हैं। इसमें एक तरह के वे पौधे हैं, जो किचन में खाना या अन्य सामग्री पकाने में उपयोग में लाए जा सकते हैं। दूसरे वे पौधे हैं, जिनसे प्रदूषण नियंत्रित होता है। साथ ही तीसरी तरह के वे पौधे हैं जो आपके घर आंगन को खूबसूरत बना देंगे। ऐसे में आपको तनाव से भी आराम मिलेगा। सबसे पहले हम ये जान लें कि घर में पौधे लगाने के क्या फायदे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घर में पौधे लगाने के फायदे
घर में पौधे लगाने के कारण मूड, प्रोडक्टिविटी, एकाग्रता और क्रिएटिविटी सभी कुछ बढ़ती है। ये स्ट्रेस खत्म करते हैं, थकान कम करते हैं और कई मामलों में तो कुछ पौधे लगातार बने हुए सर्दी-जुकाम में भी राहत दे सकते हैं। घर के अंदर लगाए गए पौधे टॉक्सिन खींचने का काम करते हैं, इसी के साथ ये ऑक्सीजन भी प्रोड्यूस करते हैं। कुछ हद तक ये नॉइस पॉल्यूशन कम करने का काम भी करते हैं। कई पौधे थेरेप्यूटिक होते हैं और यकीनन मन को स्थिर बनाने में मदद करते हैं। ऐसे में हम सबसे पहले हम किचन में इस्तेमाल होने वाले पौधों के बारे में जानेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गमले में लगाएं पदीना, किचन में भी आएगा काम
पदीना को गमले या फिर कंटेनर में भी उगाना आसान है। ये स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी होता है। आप अगर पुदीना खरीद रहे हैं और उसमें जड़ें हैं तो उसकी कटिंग गमले में लगाई जा सकती है। इसे लगाते समय मिट्टी हल्की नम होनी चाहिए। इसी के साथ मिट्टी में थोड़ी सी रेत भी मिक्स होनी चाहिए। पुदीना लगाते समय आपको ध्यान में रखना है कि इसे बहुत कड़ी धूप में न रखें। ऐसी जगह रखें जहां कुछ हद तक कड़ी धूप आती है और कुछ हद तक छांव रहती है पुदीने के एक या दो पौधे ही एक कंटेनर में लगाएं क्योंकि ये बहुत ज्यादा फैलते हैं। इसे किसी अन्य पौधे के साथ लगाने की गलती न करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तुलसी का पौधा
अक्सर भारतीय घरों में तुलसी का पौधा होता है। कई बार ये पौधा खराब हो जाता है और सही से उग नहीं पाता है। यदि आपके घर के आस-पास नमी ज्यादा है तो आपको कीड़ों की दवा का उपयोग भी करना होगा। नहीं तो तुलसी के पौधे में फंगस और कीड़े बहुत जल्दी लग जाते हैं। तुलसी को भी पदीने की तरह दवा और स्वाद दोनों के रूप में उपभोग में लाया जाता है। इसके लिए 70 प्रतिशत मिट्टी और 30 प्रतिशत रेत वाला सॉइल मिक्सचर तैयार करें। इसे लगाते समय सीधे गाय का गोबर न इस्तेमाल करें। उसे सुखाकर पाउडर फॉर्म में मिट्टी में मिलाएं। इसे लगाने के लिए जिस कंटेनर का इस्तेमाल करें वो गहरा और चौड़ा होना चाहिए। साथ ही ये पौधा निकलने लगे तो महीने में एक बार gypsum salt का इस्तेमाल कीजिए। इससे पौधा हरा भरा रहेगा। अगर मंजरी यानी तुलसी के बीज आ गए हैं तो उसे किसी और कंटेनर में लगाकर आप नया पौधा उगा सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे उगाएं धनिया
स्वाद के लिए धनिया का किचन में इस्तेमाल होता है। साथ ही इसके कई गुण भी हैं। आप इसे पानी में और मिट्टी में दोनों तरह से उगा सकते हैं। अगर आप इसे मिट्टी में उगा रहे हैं तो पुदीने वाले सभी स्टेप्स का पालन करें, साथ ही साथ बेहतर रिजल्ट के लिए धनिया के बीजों का ही इस्तेमाल करें। अगर पानी में उगा रहे हैं तो इसका तरीका थोड़ा अलग है। धनिया के बीज के साथ, वॉटर सॉल्यूबल फर्टिलाइजर भी लगेगा, लेकिन ये आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसी के साथ एक जालीदार डलिया, एक एल्यूमीनियम या स्टील का भगोना भी इस्तेमाल में आएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पानी में फर्टिलाइजर मिलाकर भगोने को भर दीजिए और डलिया में थोड़े से धनिया के बीज डाल दीजिए। इन्हें थोड़ा सा तोड़ना है। ध्यान रहे पीसना नहीं है। इसे सिर्फ इतना ही रखना है कि बीज भीगे रहें। इसके अलावा, एक टिशू पेपर को इनके ऊपर रख दें और उसपर स्प्रे बॉटल से छिड़काव करते रहें। इसके बाद आप देखेंगे कि एक हफ्ते में धनिया के बीज से अंकुर फूटने लगे हैं। एक साथ सारे बीज न डालें हर हफ्ते थोड़े-थोड़े कर डालते रहें, ताकि अलग-अलग हार्वेस्ट हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करी पत्ते का पौधा
करी पत्ते किचन में रोजमर्रा में काम आते हैं और इसका पौधा आसानी से मिल भी जाता है। इसे उगाना काफी आसान है। करी पत्ते दो तरह से उगाए जा सकते हैं, या तो बीज के जरिए या फिर कटिंग कर। अगर आपके आस-पास कोई करी पत्ते का पौधा है तो दोनों तरीके अपना सकते हैं। अगर आपतो बीज मिल गए हैं तो उन्हें साफ कर पानी में डाल दें। अगर बीज डूब जाते हैं तो वो उगाने लायक हैं। इन्हें दो तीन घंटे पानी में डूबे रहने दें। अब इन्हें सीधे ही गमले में लगाएं, एक साथ तीन चार बीज लगा सकते हैं। इसके लिए आपको गहरा और चौड़ा कंटेनर लेना है। ये पौधा धीरे-धीरे बहुत अच्छा बढ़ जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अदरक
भले ही ये मुश्किल लगे, लेकिन अदरक उगाना काफी आसान है। एक बार ये लग गई तो आपको कई दिनों तक इसे खरीदने की जरूरत नहीं होगी। इसमें सिर्फ पानी और बहुत सारे इंतज़ार की जरूरत होती है। अदरक उगाने के लिए आपको सबसे पहले मिट्टी की क्वालिटी का ध्यान देना होगा। 50% मिट्टी और बाकी कॉम्पोस्ट से काम हो जाएगा। अदरक का 1 इंच का टुकड़ा लगभग 8 इंच की स्पेस लेता है, इसलिए इसका ध्यान रखें। इसे या तो बहुत गहरे कंटेनर में उगाएं या फिर सीधे मिट्टी में, अप्रैल का महीना इसे उगाने का सबसे अच्छा महीना माना जा सकता है। इसके लिए दिन की 3-4 घंटे की धूप ही पर्याप्त है। उससे ज्यादा नहीं। अदरक के टुकड़े 2-4 इंच के कीजिए और इसे ऐसे मिट्टी में डालिए कि उसके बड्स ऊपर की ओर रहें। ये उगने में कम से कम 4-5 हफ्ते ले लेती है और उसके बाद ही अंकुर फूटते हैं। इसलिए आपको संयम ये काम लेना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नींबू
नींबू के बीज से नींबू उगाना काफी आसान है। ये तब और भी ज्यादा आसानी से हो सकता है जब आपके पास पूरा गर्डन हो, जिसमें ये आराम से बढ़ सके। वैसे सिर्फ खुशबू और फूलों के लिए इसे कंटेनर में भी लगाया जा सकता है, लेकिन कंटेनर में इसके फ्रूट ज्यादा बड़े नहीं होंगे। कंटेनर भी काफी गहरा और चौड़ा होना चाहिए। इसे उगाना बहुत आसान है। आपको बस एक नींबू और उसमें मौजूद बीजों की जरूरत होगी। अगर ऑर्गेनिक नींबू है तो उसके जर्मिनेट होने की गुंजाइश ज्यादा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रोजमेरी
आजकल रोजमेरी प्लांट भी भारत में बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है। इस प्लांट के लिए ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत नहीं हो रही है और ये चाय में, इटैलियन सीजनिंग की तरह नूडल्स और पास्ता में और कई चीज़ों में इस्तेमाल की जा सकती है। इसे घर के अंदर लगाने पर ये रूम फ्रेशनर का काम भी कर सकती है। इसके लिए आपको बीज बाहर से ही लाने होंगे। इसके लिए मिट्टी, रेत और कॉम्पोस्ट वाला मिक्सचर ही तैयार करें। इसे उगने के लिए धूप की जरूरत होती है, तो ध्यान रखें कि ये शेड में न हो। अगर गमले में घर के अंदर उगा रही हैं तो इसे सबसे ज्यादा धूप वाली खिड़की के पास उगाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अरेका पाम से करें प्रदूषण कंट्रोल
किचन के बाद अब बात हो जाए, प्रदूषण कंट्रोल वाले पौधों की। इसके लिए आप पाम ग्रास भी गमलों में लगा सकते हो। घरों के अंदर ये काफी आसानी से उग जाते हैं। इन्हें उगाने के लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होगी। जितने गहरे पॉट में इसे लगाएंगे उतना ही लंबा ये पौधा जाएगा। इसका फायदा ये है कि इसे सीधी सनलाइट की जरूरत नहीं हो सकती है। इसलिए ये शो प्लांट होने के साथ-साथ एयर प्यूरिफायर भी है। इसे बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है, सिर्फ मिट्टी गीली रखने से काम चल जाएगा। अगर इन्हें थोड़ी देर के लिए धूप दिखाई जाए तो ये बहुत हरे-भरे रहते हैं इसलिए इन्हें खिड़की के पास रखें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एलोवेरा का पौधा
एलोवेरा का पौधा भी प्रदूषण नियंत्रित करता है। साथ ही ये पौधा विभिन्न रूप में काम में लाया जाता है। वैसे भी काफी जल्दी उग जाता है और ये अक्सर किसी भी माहौल में अच्छे से रहता है। ये काफी अच्छा प्यूरिफायर है। साथ ही साथ स्किन और बालों के लिए तो अच्छा है ही। आप इसे किसी भी साइज के गमले में लगा सकते हो। इसे सीधी सनलाइट में न रखें। क्योंकि ऐसा करने पर उस पौधे की पत्तियां पीली हो जाएंगी और ये जल्दी मर जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्पाइडर प्लांट
इसे आप किसी हैंगिंग बास्केट, मिट्टी, किसी छोटे गमले आदि किसी भी चीज़ में लगा सकते हैं। ये प्लांट बहुत ही अच्छा एयर प्यूरिफायर होता है। इस पौधे को बहुत ज्यादा केयर की जरूरत नहीं होती। इसलिए अगर आपको लगता है कि आपको ऐसा पौधा चाहिए जो एक बार लगाने के बाद बहुत मेहनत न मांगे तो ये पौधा बेस्ट हो सकता है। इसे उगाने का सबसे अच्छा तरीका है इसे नर्सरी से लेकर आएं और किसी नए कंटेनर में शिफ्ट कर दें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्नेक प्लांट
नासा की स्टडी में जिस पौधे ने सबसे ज्यादा अपना असर दिखाया था वो था स्नेक प्लांट। स्टडी के रिसर्च के हिसाब से 24 घंटे में ये 53% तक टॉक्सिक गैस कम करने में मदद करता है। ये प्लांट काफी अच्छा है और इसे आप आसानी से अपने घर के अंदर लगा सकती हैं। इसे बहुत ज्यादा पसंद किया जा सकता है ऐसे घरों में जहां रौशनी कम आती है या जहां पौधों की बहुत ज्यादा मेनटेनेंस नहीं हो सकती है। इसे बिलकुल वैसे ही उगाएं जैसे स्पाइडर प्लांट के लिए किया गया है। इसे ज्यादा पानी न दें वर्ना ये खराब हो जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बांस का पौधा
बोनसाई बांस का पौधा तो अक्सर घरों में मिलता है, लेकिन आप चाहें तो थोड़ा बड़ा पौधा भी लगा सकते हैं। अगर आपके पास सही तरह का कंटेनर है तो ये बहुत ही आसानी से लग जाएगा। आप इसे भी धनिया की तरह पानी या मिट्टी में उगा सकते हैं। अगर पानी में इसे उगा रही हैं तो इसके लिए कुछ कंकड़-पत्थर भी कंटेनर में रखें ताकि इसे सीधा खड़ा किया जा सके। इसके लिए थोड़ी रेत भी कंटेनर में डालें। इसी के साथ बहुत थोड़ी सी मिट्टी ताकि न्यूट्रिएंट्स सही से मिल सकें। अगर आप मिट्टी में उगा रही हैं तो ध्यान रखें कि इसे कभी सूखने न दें। अगर मिट्टी सूखी तो बैम्बू प्लांट भी सूख जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीस लिली
अपने सफेद रंग के खूबसूरत फूल के कारण इसका नाम पीस लिली पड़ा है। ये काफी अच्छा पौधा है उन लोगों के लिए जो पौधों में पानी देना भूल जाते हैं। ये पौधा थोड़ा सा नीचे झुक जाएगा जब इसे पानी देने का समय आएगा। एक तरह से ये बताता है कि आपको इसे पानी देना है। इसे सीधे धूप की जरूरत नहीं होती है। इसलिए इसे घर के अंदर भी रखा जा सकता है। अगर आपके पास जिप्सम सॉल्ट है तो पानी में मिलाकर महीने में एक बार इसकी पत्तियों पर छिड़का जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फर्न का पौधा
फर्न प्लांट कई तरह के होते हैं। आप चाहें तो बेल नुमा प्लांट भी ले सकती हैं। आप किसी भी तरह का फर्न प्लांट लें उसे उगाने का तरीका एक जैसा ही होगा। आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होगी। ये स्नेक प्लांट और स्पाइडर प्लांट की तरह ही उगता है। आपके कंटेनर पर निर्भर करेगा कि इस पौधे का साइज क्या होगा। इसके लिए मिट्टी के गमले से बेहतर होगा कि आप प्लास्टिक का पॉट रखें, क्योंकि ये मॉइश्चर आसानी से बचाकर रखते हैं। इसे बहुत तेज़ सूरज की रोशनी से दूर रखें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फूलों वाले पौधों में गेंदा लगाएं
सबसे आसानी से लगने वाले पौधों में से एक है गेंदे का पौधा। गर्मियों में भी ये पौधे काफी अच्छी तरह से उगते हैं। इसलिए इन्हें आप किसी भी तरह के कंटेनर, गार्डन आदि में लगा सकते हैं। अगर गार्डनिंग में आपको ज्यादा एक्सपीरियंस नहीं है तो ये पौधे बहुत अच्छे साबित हो सकते हैं। गेंदे के फूलों को उगाने के लिए मिट्टी में ज्यादा रेत न मिलाएं। इसके लिए थोड़ी नम मिट्टी चाहिए होती है। मिट्टी में बहुत ज्यादा पत्थर आदि भी नहीं होने चाहिएं। बस कॉम्पोस्ट या गोबर की खाद और मिट्टी काफी होगी, बहुत थोड़ी सी रेत। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोगनवेलिया
सबसे आसानी से अगर कोई फूलों वाला पौधा उग सकता है तो वो है बोगनवेलिया। ये बेल 30 फिट तक उग सकती है और जैसी वैराइटी आपने लगाई है उसके हिसाब से जल्दी फूल भी देने लगती है। बोगनवेलिया की वही वैराइटी लेकर आएं जिसे कंटेनर में आसानी से लगाया जा सके। अगर आपको पास बहुत सारी जगह है तो ही इसकी बड़ी वैराइटी लाएं। इसे पानी की जरूरत रहती है। मिट्टी को पूरी तरह से ड्राई कभी न होने दें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बेल वाले गुलाब
गुलाब तो वैसे भी बहुत ही सुंदर होते हैं, ऐसे में अगर क्लाइंबिंग रोज यानी बेल वाले गुलाब हों तो बात ही कुछ और है। अगर आपके घर के आस-पास इसकी बेल हो तो आप उसकी कटिंग से भी इसे लगा सकते हैं। नहीं तो इसके बीज आसानी से उपलब्ध होते हैं। ये निर्भर करता है आपकी पसंद पर कि आपको कैसा पौधा चाहिए। आपको ये ध्यान रखना है कि ये ऐसी जगह लगना चाहिए जहां इसे सपोर्ट मिल सके ताकि बेल ऊपर बढ़ सके। ये कंटेनर में भी उगाए जा सकते हैं, लेकिन तब इनकी हाइट ज्यादा नहीं बढ़ेगी। इसके लिए आपको नॉर्मल मिट्टी की जरूरत होगी, 80 प्रतिशत मिट्टी 10 प्रतिशत रेत और 10 प्रतिशत कॉम्पोस्ट। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुड़हल का पौधा
गुड़हल का पौधा एक और पौधा है जिसे अक्सर घरों में पाया जाता है। इसे लगाना भी आसान है। इसके बीज या फिर छोटा पौधा आसानी से उपलब्ध होता है। इसे लगाने के बाद आपको कम से कम 12 हफ्तों तक इंतज़ार करना होगा। इसके बीज का अगर आप इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्हें मिट्टी में डालने से पहले कम से कम 1 घंटा गुनगुने पानी में भिगोकर रखें। ध्यान रहे इसे ऐसी जगह पर नहीं लगाना है जहां बहुत ज्यादा हवा चलती हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मिली पौधा
छोटे-छोटे लाल फूल और कांटों वाला पौधा मिली कहलाता है। अक्सर लोग इसे कैक्टस की एक प्रजाती समझ लेते हैं। ये किसी भी मौसम की मार को झेल जाता है और साथ ही साथ ये किसी भी तरह के माहौल में पनप जाता है। आप इसे कंटेनर में या फिर सीधे गार्डन में कहीं भी लगा सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चमेली का पौधा
चमेली का पौधा कई लोगों को काफी पसंद होता है। एक तो ये बहुत सुंदर होता है और दूसरे इस पौधे को भारतीय मौसम के हिसाब से आसानी से लगाया जा सकता है। इसे कंटेनर या गार्डन कैसे भी लगाया जा सकता है। इसके लिए बहुत ज्यादा मॉइश्चर की जरूरत नहीं होती है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।