जानिए सुबह और शाम में वॉक का उपयुक्त समय, अच्छी सेहत के लिए हर दिन चलें इतने कदम
अच्छी सेहत के लिए वॉक यानि कि टहलना बहुत जरूरी है। अक्सर कई लोग सुबह उठकर वॉक के लिए घर से बाहर निकलते हैं। वहीं, ऐसे लोगों की संख्या भी कम नहीं है, जो शाम को ही सैर के लिए निकलते हैं। अपने आप को फिट और एक्टिव रखने के लिए कई लोग ब्रिस्क वॉक करते हैं, तो कई लोग जिम में जाकर पसीना बहाते हैं। अब सवाल ये है कि आखिर किस समय वॉक करने से सेहत को ज़्यादा फायदा होता है। क्योंकि सुबह या शाम की सैर से अलग अलग फायदे हैं। ऐसे में हम दोनों समय के फायदे बताएंगे। साथ ही ध्यान रखा जाए कि प्रतिदिन 45-60 मिनट के हिसाब से 10000 कदम चलना एक अच्छी कसरत है, जो पाचन, रक्त परिसंचरण, ऊर्जा के स्तर और नींद की गुणवत्ता को भी बढ़ावा देगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पैदल चलने के लाभ
पैदल चलने से न केवल वजन कम करने में मदद मिलती है, बल्कि हमारी सहनशक्ति भी बढ़ती है। यह सांख्यिकीय रूप से सिद्ध है कि जो लोग नियमित रूप से पैदल चलते थे, वे अधिक सक्रिय, तेज और अपने ऊर्जा स्तर में गिरावट के बिना दिन को बनाए रखने में सक्षम थे, उन लोगों की तुलना में जो पूरी तरह से गतिविधि को छोड़ देते थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सुबह के समय वॉक के लाभ
सुबह वॉक करने से आपके दिन की शुरुआत अच्छी होती है। जब दिन की शुरुआत एक्सरसाइज़ से करते हैं तो हमारे पेट में ऐसी केमिकल्स निकलते हैं, जिससे आपका मूड अच्छा होता है। सुबह के समय वॉक करने पर आपका कमजोर मेटाबॉलिज़म बेहतर होता है। सुबह की धुप से विटामिन डी भी अच्छा मिलता है। सुबह के समय वॉक करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान बने रहते हैं। साथ ही वॉक आपके बढ़ते वजन को कंट्रोल करती है और दिल की सेहत को भी दुरुस्त रखती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सुबह के समय के ये भी हैं बड़े लाभ
सुबह के समय रक्त शर्करा का स्तर सबसे कम होता है, जो इसे व्यायाम और इस मामले में टहलने के लिए उपयुक्त समय बनाता है। अपने दिन की शुरुआत तेज गति से टहलने से न केवल दिन के लिए आपके शरीर-चक्र को विनियमित किया जा सकता है। जल्दी उठने और जल्दी सोने की मानसिकता को भी बढ़ावा मिलता है। क्या यह बहुत बड़ा लाभ नहीं है कि सुबह की सैर करने से आपको पूरा दिन लाभ हो सकता है। सुबह 7 से 10 बजे तक एड्रेनालाईन को पंप करने और दिन के लिए ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए तीव्र सैर के लिए सबसे आदर्श समय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रात के समय वॉक के फायदे
शाम या रात के समय वॉक करने से दिनभर के तनाव से आपको मुक्ति मिलती है। शाम के समय आपके मसल्स ज़्यादा एक्टिवर रहते हैं। इसलिए आप ज़्यादा देर तक वॉक कर सकते हैं। कई शोधो में यह माना गया है कि शाम के समय की गयी वॉक से नींद बेहतर आती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रात के समय वॉक के नुकसान
हवा में प्रदूषण का स्तर सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले अधिक होता है। कई स्वास्थ्य उत्साही लोग सुबह बहुत जल्दी दौड़ना पसंद करते हैं। यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि उन घंटों के दौरान हवा किसी भी अन्य समय की तुलना में सबसे अधिक खतरनाक होती है। हवा और वायु दाब की कमी के कारण प्रदूषक जमीन के करीब होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। यदि लंबे समय तक ऐसा किया जाता है, तो इससे सांस लेने में कई समस्याएं और फेफड़े संबंधी विकार हो सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोपहर में में वॉक से बचें
भोजन के बाद टहलना बहुत ज़रूरी है, लेकिन घंटों के दौरान तेज़ चलना फ़ायदे से ज़्यादा नुकसानदेह हो सकता है। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक किसी भी तरह की बाहरी गतिविधि से बचना चाहिए। क्योंकि इन घंटों में गर्मी बहुत ज़्यादा होती है। इससे न केवल थकान और हीट-स्ट्रोक हो सकता है, बल्कि त्वचा संबंधी विकार, अत्यधिक पसीना आना और कुछ लोगों में चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है। अत्यधिक परिणामों को रोकने के लिए बाहरी गतिविधि से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय तापमान आमतौर पर बहुत अधिक होता है, जो किसी के स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रात के समय टहलने में ये भी है परेशानी
अब आप सोचेंगे कि सुबह की सैर या शाम की सैर में से कौन बेहतर है। रात के समय सैर करने के दौरान आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि रात में बहुत ज़्यादा ट्रैफ़िक होता है। इससे दुर्घटना होने का ख़तरा हो सकता है। कम रोशनी वाले इलाकों में टहलना या दौड़ना न केवल ख़तरनाक साबित हो सकता है। साथ ही साँस लेने में समस्या और आँखों की रोशनी कमज़ोर होने का कारण भी बन सकता है। शाम की सैर से रात के खाने का समय भी बाधित हो सकता है। इससे नींद के शेड्यूल में असंतुलन पैदा हो सकता है। यह लाभ सुबह की सैर के पक्ष में तराजू को झुका देगा। हालाँकि, अगर आप सुबह के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं तो शाम को टहलें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है आदर्श समय
सुबह के घंटों के अलावा, शाम 4 बजे से सूर्यास्त तक का समय बाहर टहलने के लिए आदर्श समय है। हमारे शरीर में कम थकावट महसूस होती है, जिसका अर्थ है कि हम अधिक परिश्रम कर सकते हैं और कम महसूस कर सकते हैं। यह एक त्वरित दौड़ या तेज चलने के लिए यह सही समय है। मांसपेशियाँ गर्म और लचीली होती हैं, जिससे चोट लगने का जोखिम कम होता है। यह दिन के मध्य में ऊर्जा के स्तर में गिरावट के समय अतिरिक्त ऊर्जा देने में भी मदद करता है, जिससे सुस्ती दूर रहती है। यह एक और वैध दृष्टिकोण है, आपको यह समझने की कोशिश करते समय विचार करना चाहिए कि कौन सा बेहतर है। सुबह की सैर या शाम की सैर। फिर भी हम यही कहेंगे कि आपको सुबह या शाम में जो भी समय उपयुक्त लगे, उस समय टहलने जरूर जाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अच्छी सेहत के लिए निरंतर वॉक जरूरी
अगर आपको सुबह के समय वक्त मिलता है तो सुबह के समय वॉक करें। अगर शाम के समय टाइम मिलता है तो आप शाम के समय टहलें, लेकिन नियमित रूप से रोजाना चलें। अगर आप दोनों ही समय वॉक कर सकते हैं तो यह सोने पर सुहागा वाली बात हॉग। अगर आप सुबह या शाम दोनों समय टहलने के लिए वक्त नहीं निकाल पाते हैं तो ऐसा करें कि ऑफिस में जब लंच ब्रेक हो तो 15 मिनट टहलने के लिए भी निकालें। ऑफिस में हर आधे घंटे पर उठकर थोड़ी देरी टहलकर आएं। सब्जी लेने खुद जाएं। लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।