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August 4, 2025

जानिए कैसा रहेगा नया साल, कहां मचेगी उथल पुथल, कैसी रहेगी ग्रहों की चाल, करें क्या उपायः डॉ. आचार्य संतोष खंडूड़ी

नया साल वर्ष 2022 राशिओं और ग्रह की चाल के मुताबिक मिला जुला रहने वाला है। इसमें सामाजिक उथल पुथल रहेगी तो ये कुछ लोगों के लिए प्रतिष्ठा को बढ़ाने का साल होगा।

नया साल वर्ष 2022 राशिओं और ग्रह की चाल के मुताबिक मिला जुला रहने वाला है। इसमें सामाजिक उथल पुथल रहेगी तो ये कुछ लोगों के लिए प्रतिष्ठा को बढ़ाने का साल होगा। लोगों के जीवन में कई तरह के उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं, शीतलहर जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी देखने को मिल सकती हैं। आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी बता रहे हैं कि किस राशि के लिए ये नया साल कैसा रहेगा और उन्हें क्या उपाय करने चाहिए।
2022 का मूलांक छह बन रहा है। इस वर्ष का प्रारंभ कन्या लग्न पर हो रहा है। इस दिन शनिवार भी है। साथ ही इस दिन रेवती नक्षत्र बन रहा है। संयुक्त अवस्था में यह वर्ष उत्पत्ति और सृजन का कारक है। जो नई नई अवस्थाएं और नई चीजों को जन्म देगा। यह वर्ष ग्रहों के अनुसार काल सर्प दोष का भी संकेत दे रहा है। इसमें केतु वृश्चिक राशि पर चंद्रमा और मंगल के साथ, राहु वृष राशि पर रहकर काल सर्प दोष आंशिक योग बना रहा है। इसमें मंगल और केतु अनेक प्रकार की बीमारियों का द्योतक भी है। वहीं, सामाजिक उथल पुथल और आरोप प्रत्यारोप अनेक प्रकार के क्लेश का कारक है। इसी में वृश्चिक राशि पर चंद्रमा और केतु मानसिक प्रताड़ना और चंद्रग्रहण का योग बनाता है। इसमें श्रेष्ठ और अच्छे गुणवान लोगों को दबाया जाएगा और आक्रमक व खतरनाक प्रवृत्ति के लोगों को बढ़ावा मिलेगा।
श्रेष्ठजनों के कलंकित होने की संभावना
राहु के वृष राशि पर होने से श्रेष्ठ जनों का कलंकित होने की संभावनाएं हैं। कन्या लग्न पर यह वर्ष संतुलित और स्थिरता प्रदान करने वाला वर्ष है। अर्थात पूर्व की तरह चलने वाली योजनाएं, व्यवस्थाएं या सरकार की नियमावली निरंतर चलती रहेंगी। किसी प्रकार की बदलाव की कोई संभावनाएं नहीं दिखाई देती हैं। धनु राशि पर सूर्य और शुक्र एकसाथ गोचर कर रहे हैं। यह शासन, प्रशासन, सत्ता को अव्यवस्थित करेगा। निश्चित ही जनता में आक्रोश और द्वंद्व की संभावनाएं बनी रहेगी। इसमें एलर्जी से संबंधित बीमारियां बढ़ने की संभावना है।
न्याय व्यवस्था पड़ेगी भारी, आरोप प्रत्यारोप का चलेगा दौर
मकर राशि पर शनि और बुद्ध का होना यह प्रबल शुभ और कल्याणकारी योग है। यह प्रकृति, औषधी व सामाजिक व्यवस्थाएं अनुरूप होने पर ठीक चलेंगी। न्याय व्यवस्था सब पर भारी पड़ेगी। वस्तु व अन्य रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली सामग्री कीमतें बढ़ेंगी। बॉर्डर पर व्यवस्थाएं चरमरा सकती हैं। बृहस्पति के कुंभ राशि में होने से लोगों की वैचारिक सोच आंदोलन का रूप धारण कर सकती हैं। कुछ कुछ स्थानों पर तनाव की स्थिति बन सकती है। नाकारात्मक चीजों को बढ़ावा मिलेगा। साधु, संत, सन्यासी, ब्राह्मण व उच्च पदस्थ पदासीनों पर आरोप प्रत्यारोप लगने की पूर्ण स्थिति है। वर्षावृष्टि की दृष्टि से शीत लहर बहुत अधिक होगी। इसमें कई प्रकार की बीमारियां व कमजोर लोगों के लिए ये समय खराब हो सकता है।
राशिफल
मेष-इस राशि का स्वामी मंगल है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। अपने कार्य में तेजी से आगे बढ़ेंगे। अपना ही व्यक्ति आपका शत्रु होगा। गुप्त शत्रु से सावधान रहने की जरूरत है। देवी की आराधना करें।
वृष राशि-इस राशि का स्वामी शुक्र है। असमंजस की स्थिति बनी रहेगी। जीवन में क्लेश, तनाव, नुकसान, नसों से संबंधित पीड़ा और त्वचा रोग की संभावना है। राहु का दान करें। गाय की पूजा करें।
मिथुन राशि-यह वर्ष आपके लिए अत्यंत लाभकारी और कल्याणकारी है। इस राशि का स्वामी बुद्ध है। यह वर्ष आपको हर प्रकार से संपन्न करने वाला है। मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। बुध के साथ शनिदेव की आराधना करें।
कर्क राशि-इस राशि का स्वामी चंद्रमा है। इस राशि वालों के लिए ये वर्ष पीड़ाकारक, मानसिक परेशानी, धन हानि, संतान की तरफ से पीड़ाकारक है। देवी की आराधना करें। दश महाविद्या का पाठ कराएं।
सिंह राशि-इस राशि का स्वामी सूर्य है। आत्मविश्वास से भरपूर होंगे। योजनाएं सफल होंगी। जीवन में आगे बढ़ेंगे। मान सम्मान की वृद्धि होगी। भूमि संपत्ति का लाभ होगा। साथ ही गुप्त शत्रु से सावधान रहें। गुरु वृहस्पति की पूजा करें।
कन्या-इस राशि का स्वामी बुध है। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत लाभकारी और कल्याणकारी है। यह वर्ष आपको हर प्रकार से संपन्न करने वाला है। मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। बुध के साथ शनिदेव की आराधना करें।
तुला-तुला राशि का स्वामी शुक्र है। संशय से भरा हुआ वर्ष होगा। मित्र के ऊपर से विश्वास उठेगा। गृह क्लेश होगा। पत्नी का वियोग होगा। मिला हुआ धन खोएगा। असंतुलन बढ़ेगा। गाय की पूजा करें। ठीक होने की संभावना है।
वृश्चिक-इस राशि का स्वामी मंगल है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। अपने कार्य में तेजी से आगे बढ़ेंगे। अपना ही व्यक्ति आपका शत्रु होगा। गुप्त शत्रु से सावधान रहने की जरूरत है। देवी की आराधना करें।
धनु-इस राशि का स्वामी वृहस्पति है। शत्रु से पीड़ित रहेंगे। कष्ट की संभावना है। आरोप प्रत्यारोप की संभावना बनी रहेगी। अपने गुप्त शत्रु से सावधान रहें। महादेव की पूजा करें।
मकर-इस राशि का स्वामी शनि है। इस राशि वालों के लिए ये वर्ष गुणकारी है और लाभकारी है। ये साल अपार संभावनाएं, यश, मान, प्रतिष्ठ और पद प्रदान करने वाला है। नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। शनि और बुद्ध की पूजा करें।
कुंभ-इस राशि का स्वामी शनि है। आपकी राशि पर वृहस्पति गोचर कर रहे हैं। बीमारी से पीड़ित रहेंगे। कष्ट की है संभावनाएं। कई योजनाएं होंगी विफल। लेकिन, फिर भी आने वाला समय शुभ है। धन की वृद्धि होगी। शनि और बुद्ध की पूजा करें।
मीन- इस राशि का स्वामी वृहस्पति है। शत्रु से पीड़ित रहेंगे। कष्ट की संभावना है। आरोप प्रत्यारोप की संभावना बनी रहेगी। अपने गुप्त शत्रु से सावधान रहें। महादेव की पूजा करें।
आचार्य का परिचय
आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी
(धर्मज्ञ, ज्योतिष विभूषण, वास्तु, कथा प्रवक्ता)
चंद्रविहार कारगी चौक, देहरादून, उत्तराखंड।
फोन-9760690069
-9410743100

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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