केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का दून में किया स्वागत, बोले-धर्म वो नहीं जो किताबों में लिखा है
उत्तराखंड राज्य हज कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष शमीम आलम के आवास पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का भाजपा नेताओं सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने स्वागत किया। इस मौके पर दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान उत्तराखंड की ओर से उनके सम्मान में अभिनंदन पत्र प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि धर्म वह नहीं है जो किताबों में लिखा है। या मंदिरों व मस्जिदों में इबादत के साथ खत्म हो जाता है। हम अपने जीवन में जो कुछ अच्छा समझते हैं, वही दूसरे के लिए हमारे पड़ोसी को किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो। उसका साथ निभाना भी धर्म है। मानवता के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पद पद बड़ा नहीं होता। उपेक्षित वर्ग में उसकी सेवा करना एक बड़ा कार्य है। यही हमें धर्म सिखाता है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने देवभूमि उत्तराखंड के नागरिकों की ओर से मिले प्रेम के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा मैं किसी राजनीतिक तकरीर के माध्यम से नहीं, अपितु मानवता की धर्म और भारत की संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा हूं। जिसमें कोई छोटा ना बड़ा नहीं है। हम सभी को मिलकर ये काम करना है। ताकि हमारा देश और आगे बढ़ सके।
इस मौके पर राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, विधायक हरबंस कपूर, विनोद चमोली, खजान दास, पद्मश्री डॉ बीके संजय, चंद्रगुप्त विक्रम, दयानंद चंदोला, रोशनलाल अग्रवाल, शिव कुमार सैनी, प्रवीण कुमार जैन, मोहम्मद असलम खान, मोहम्मद आजम खान, जाकिर अली, अकरम रियली, दिल्ली से अतुल पंडित, रविंद्र सिंह, पूर्व प्रधान अशोक अग्रवाल, योगेश अग्रवाल आदि ने राज्यपाल महोदय को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
सही बात धर्म सतकर्म है?