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October 27, 2025

दूसरी बार भी काऊ ने जीत का रिकॉर्ड रखा बरकरार, जीत का अंतर तीस हजार के पार

उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीतने का रिकॉर्ड भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा काऊ ने बरकरार रखा। उमेश शर्मा काऊ ने देहरादून की रायपुर विधानसभा से लगातार तीसरी बार चुनाव जीता।

उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीतने का रिकॉर्ड भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा काऊ ने बरकरार रखा। उमेश शर्मा काऊ ने देहरादून की रायपुर विधानसभा से लगातार तीसरी बार चुनाव जीता। एक बार वह कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से विधायक रह चुके हैं और इसके बाद लगातार दो बार बीजेपी के टिकट से चुनाव जीते। यहां खास बात से है कि लगातार दो बार काऊ के नाम एक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। वह प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों में पहले नंबर पर हैं। इस बार उन्होंने 30052 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। ऐसा कारनामा उन्होंने दूसरी बार किया।
हालांकि पिछली बार उनकी जीत में मतों का अंतर इस बार से ज्यादा था। वर्ष 2017 में वह सबसे ज्यादा मतों के अंतर यानी कि 35800 के अंतर से जीते थे। वैसे देखा जाए तो सबसे ज्यादा मतों के अंतर से प्रदेश भर में जीतने वाले प्रत्याशियों में पांच प्रत्याशी देहरादून जिले से हैं। ये पांचों की बीजेपी प्रत्याशी हैं। इनमें उमेश शर्मा काऊ इन दस प्रत्याशियों की सूची में टॉप पर हैं।

राजनीतिक जीवन
उमेश शर्मा काऊ ने भी राजनीतिक जीवन की शुरुआत पंचायत सदस्य से की। वह उप प्रधान बने, फिर प्रधान, बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे। जिला पंचायत उपाध्यक्ष का उन्होंने चुनाव लड़ा और एक वोट से हारे। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी हार गए। देहरादून नगर निगम का गठन होने के बाद पहली बार पार्षद का चुनाव लड़ा और वह जीत गए। इसके बाद डिप्टी मेयर का निर्दलीय चुनाव लड़कर उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों को ही मात दे दी।
डोईवाला विधानसभा से दो बार वह निर्दलीय चुनाव लड़े और पराजित हुए। इसके बाद 2012 में वह कांग्रेस के टिकट से रायपुर विधानसभा का चुनाव जीते। इसके बाद हरीश रावत की सरकार के दौरान वह कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। फिर भाजपा के टिकट से 2017 में वह सबसे ज्यादा मतों के अंतर यानी कि 35800 के अंतर से जीते। उमेश काऊ की खासियत है कि वह पुराने कांग्रेसी हैं। ऐसे में वे भाजपा के लोगों का काम करने के साथ ही कांग्रेस के लोगों का भी काम करने से पीछे नहीं हटते।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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