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March 14, 2025

अंकिता भंडारी के परिजनों की लड़ाई लड़ने वाला पत्रकार गिरफ्तार, कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, बीजेपी का आया ये जवाब

उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले पत्रकार आशुतोष नेगी को पौड़ी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आशुतोष नेगी के खिलाफ पौड़ी के ही रादेश सिंह राजा कोली ने एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद मंगलवार को पौडी आरटीओ ऑफिरस के पास से आशुतोष को गिरफ्तार किया गया। वहीं, अंकिता भंडारी को न्याय मिलने में देरी पर श्रीनगर में स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बता दें कि पौड़ी के पयासू गांव निवासी राजेश राजा कोली ने जागो उत्तराखंड के सम्पादक आशुतोष नेगी समेत तीन व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत देकर एससी एसटी एक्ट की धारा में मुकदमा कराया था। सीओ कोटद्वार को इस मामले की विवेचना सौंपी गई है। इस मामले में दीप मैठाणी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मंगलवार को पौड़ी पुलिस ने आरटीओ ऑफिसके बाहर से आशुतोष नेगी को गिरफ्तार किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए आशुतोष नेगी ने सक्रिय भूमिका निभाई है। अंकिता के माता पिता बेटी को न्याय दिलाने के लिए श्रीनगर में धरने पर बैठे हैं। पिछले दिनों आशुतोष नेगी ने केस में घोर लापरवाही बरतने और वीआईपी को बचाने के लिए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, अंकिता के परिजनों की ओर से किए जा रहे आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया है। आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी के विरोध में तथा अंकिता केस में वीआईपी की गिरफ्तारी, तत्कालीन एसडीएम और यमकेश्वर विधायक पर कार्रवाई की मांग को लेकर आज बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और सरकार का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी की। साथ ही कुछ लोगों ने हाईवे को जाम कर दिया, जिससे हाईवे पर कुछ देर तक वाहनों के पहिए थमे रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने की निंदा
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने स्वतंत्र पत्रकार तथा जागो उत्तराखण्ड के सम्पादक आशुतोष नेगी की गिरफतरी की कड़े शब्दों में निन्दा की। उन्होंने इस कार्रवाई को पुलिस के माध्यम से आम आदमी की आवाज दबाने की कोशिश बताया है। कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा सरकार के इशारे पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफतारी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार सत्ता और पुलिस के बल पर अपनी पार्टी के नेताओं के गुनाहों पर पर्दा डालने तथा आम जन की आवाज दबाने का काम कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी की हत्या में भाजपा नेता के पुत्र की संलिप्तता जग जाहिर है, परन्तु भाजपा सरकार में उन्हें सजा दिलाने की बजाय जो लोग पीड़िता की आवाज उठा रहे हैं उन्हें ही धममियां मिल रही हैं. ये कैसा न्याय है? करन माहरा ने कहा कि जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा सरकारों ने हमेशा दोषियों को बचाने का काम किया है। इससे भाजपा का महिलाओं के प्रति सम्मान एवं गिरगिटी चरित्र भी सबके सामने आ चुका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी का नाम उजागर करने से भी भाजपा बचती रही है। एक प्रायोजित तरीके से पत्रकार आशुतोष नेगी को लगातार धमकी मिलने पर जब उनके द्वारा इसकी शिकायत की गई, तो उन्हें सुरक्षा देने की बजाय भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा नेगी की गिरफ्तारी किया जाना भाजपा की हिटलरशाही तथा गुनहगार प्रेम को दर्शाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे उत्तराखण्ड की जनता अंकिता भण्डारी के साथ खड़ी रही। भाजपा के बडबोले प्रवक्ता तथा नेताओं ने संवेदना का एक भी शब्द नहीं बोला और न ही आज तक उसके परिवार को न्याय मिल पाया है। उन्होंने मांग की है कि पत्रकार आशुतोष नेगी को धमकी मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाय। साथ ही दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नेगी की गिरफ्तारी कानून का मामला, कांग्रेस के आरोप निराधार: चौहान
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने पौड़ी मे पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को कानूनी विषय बताते हुए कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया। चौहान ने आरोप लगाया कि अंकिता हत्याकांड मे कांग्रेस राजनैतिक रोटियां सेकती रही है और इस मामले मे जनता उसे नकार भी चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी किसी अन्य मामले मे हुई है और किसी के इशारे पर नही, बल्कि विधिसम्मत है। जहाँ तक अंकिता हत्याकांड का सवाल है तो उसमे जांच एजेंसियों के द्वारा सटीक जांच की गयी है और न्यायालय ने भी जांच पर संतोष जताया है। आरोपी जेल मे है और मामले की सुनवाई चल रही है। किसी को बचाया नही गया, बल्कि जांच मे जो भी नाम सामने आये उन पर कार्यवाही हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की खीज इसी कारण से है कि उसे अपनी राजनैतिक यात्रा मे जन समर्थन नही मिला। वह अंकिता के परिजनों की भावनाओं से खिलवाड करने मे भी पीछे नही रही। तमाम अनर्गल दुष्प्रचार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ करते रहे। जनता ने कांग्रेस के प्रायोजित दुष्प्रचार पर भरोसा नही किया, क्योंकि सीएम धामी बिना काल खंड के भर्ती घोटालों की जांच और कानून व्यवस्था मे भी जांच एजेंसियों को खुली छुट देने के फ़ैसलों से जीरो टॉलरेंस को साबित कर चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अंकिता प्रकरण मे भी सीएम ने खुद घटना का संज्ञान लिया और 24 घण्टे मे आरोपी सलाखों के पीछे हो गए। कांग्रेस को निराधार आरोपों का परित्याग कर वास्तविकता को स्वीकार करने की जरूरत है। सच यही है कि कांग्रेस हर मामले को राजनैतिक चश्मे से देख रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अंकिता भंडारी हत्याकांड
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से 18 सितंबर 2022 की रात से संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा है। पुलकित आर्य रिजॉर्ट का मालिक है। विनोद आर्य और उनके दूसरे बेटे अंकित आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था। इस मामले में चर्चा ये भी रही कि किसी वीआईपी को खुश करने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, अंकिता भंडारी के परिजनों ने उसकी हत्या के सवा साल बाद आरोप लगाया कि हत्याकांड में जिस वीआईपी की बात हो रही है, वह भाजपा और आरएसएस का बड़ा नेता है। इस संबंध में अंकिता की मां का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ। इसमें वह वीआईपी के नाम का खुलासा कर रही हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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