Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

April 15, 2025

जोशीमठ ओबीसी क्षेत्र को केंद्रीय आरक्षित सूची में करें शामिल, केंद्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम में हो योगः सांसद महेंद्र भट्ट

राज्यसभा सांसद एवं उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ के ओबीसी क्षेत्र को आरक्षण की राष्ट्रीय अनुसूची में शामिल करने का मुद्दा उच्च सदन में उठाया हैं। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम में योग को भी शामिल करने की मांग की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्यसभा में प्रश्न काल के दौरान उन्होंने सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए सीमांत जनपद चमोली में विकासखंड जोशीमठ के पेनखंड क्षेत्र को केंदीय ओबीसी अनुसूची में किया जाना आवश्यक बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र 43 ग्राम पंचायतों 73 जातियों के 48 हजार 202 लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र एवं क्षेत्रवासियों के समग्र विकास को लेकर लंबे समय से ओबीसी आरक्षण दिए जाने की मांग रही है। हालांकि राज्य सरकार द्वारा 2016 में उन्हें ओबीसी कैटेगिरी में शामिल कर सरकारी सेवा में 14 फीसदी आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। वहां के लोगों को समुचित लाभ के लिए उन्हें केंद्र की ओबीसी आरक्षण सूची में शामिल किए जाने की मांग लगातार जारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्रवासी अपनों को केंद्रीय ओबीसी आरक्षण सूची में सम्मिलित करने के लिए अनेक बार भारत सरकार को आवेदन कर चुके हैं, परंतु अभी तक इस दिशा में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया है। इससे पूरा क्षेत्र 27% केंद्रीय आरक्षण की सुविधा से वंचित है। लिहाजा इस लोक महत्व के महत्वपूर्ण विषय पर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने इस क्षेत्र को केंद्रीय अनुसूची में सम्मिलित करने की मांग की है। साथ ही उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार तिब्बत सीमा क्षेत्र के अपनी दूसरी पंक्ति के सैनिकों की मांग को शीघ्र पूर्ण करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य सभा सांसद महेन्द्र भट्ट ने योग को केंद्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग को उठाया। भट्ट राज्यसभा में योग शिक्षा को केन्द्रीय पाठ्यक्रम में शामिल करने के संदर्भ में विशेष उल्लेख किया। उन्होंने केंद्र सरकार से अपेक्षा की है कि भारत की इस धरोहर को युवा पीढ़ी के ह्रदय में लाने के लिए केन्द्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम में भी प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक योग शिक्षा की अनिवार्यता को सुनिश्चित करने के प्रयास हो। इससे हम अपनी इस पुरातन शिक्षा से विश्व को भी लाभ पहुंचा सकें।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page