सीडीएस बिपिन रावत के निधन के कारण जल संस्थान कर्मियों ने धरने को बदला आमसभा में, दी श्रद्धांजलि, दोहराई मांगे

कर्मचारियों के मुताबिक नेहरू कालोनी स्थित गढ़वाल जल संस्थान में आयोजित किए गए धरने में शामिल होने के लिए गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल के काफी संख्या में कर्मचारी पहुंच गए थे। ऐसे में धरने की जगह आम सभा की गई। धरना स्थगित किया जाना संभव नहीं हो सका।
आम सभा में उत्तराखंड राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एवं उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के संयोजक अरुण पांडे एवं परिषद के महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट, राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय महासचिव बीएस रावत, पेयजल निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजय खाली, उत्तराखंड जल संस्थान डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के प्रांतीय महासचिव जयपाल सिंह चौहान, उत्तराखंड परिवहन कर्मचारी परिषद के प्रांतीय महामंत्री दिनेश पंत ने विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जल संस्थान कर्मियों की मांगों के शीघ्र समाधान ना होने पर सभी संगठनों के साथ उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन संयुक्त मोर्चा को सम्मिलित करते हुए आगामी रणनीति तय की जाएगी। साथ ही जल संस्थान प्रशासन और शासन से कर्मचारियों की मांगों पर गौर करने की मांग की गई।
आम सभा को उत्तराखंड उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ संगठन संयुक्त मोर्चा के सलाहकार चंद्र बल्लभ गैरोला, उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ उत्तराखंड प्रदेश के महामंत्री रमेश बिंजोला, गढ़वाल मंडल के अध्यक्ष श्याम सिंह नेगी, गढ़वाल मंडल के महामंत्री शिशुपाल सिंह रावत, कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष रमेश आर्य, महामंत्री सुरेश कुमार, प्रांतीय उपाध्यक्ष रमेश चंद्र सेमवाल, प्रांतीय मीडिया प्रभारी संदीप मल्होत्रा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष लाल सिंह रौतेला, मनीराम व्यास सतीश कुमार, प्रवीण सिंह गुसाईं, राम प्रसाद चंदोला, दीपा रावत, धन सिंह चौहान, हरिद्वार शाखा से धन सिंह नेगी, भारत सिंह रावत, परवीन सैनी, अमित कुमार, संजय शर्मा, राजकुमार अग्रवाल, गढ़वाल जल संस्थान कर्मचारी यूनियन के महामंत्री जगमोहन सिंह बिष्ट, संयोजक प्रेम किशोर कुकरेती, प्रेम सिंह नेगी, संजय कुमार, सुभाष लोतरा, धन सिंह रावत, राजेश नेगी, राजपाल, गजानन थपलियाल, हरीश जोशी, वासुदेव सिंह राणा, प्रांतीय उपाध्यक्ष महेश राम, विजय शाह, प्रदीप सुयाल, साधु राम, संपूर्ण सिंह गुसाईं, रणवीर सिंह, संजय कुमार, मिट्ठू लाल, ओम प्रकाश कनोजिया, चंद्रपाल, केके बुधानी, ममता भाकुनी, सरिता नेगी, गायत्री काला, लक्ष्मी देवी, माया देवी, लता देवी, तारा देवी, विजेंद्र सकलानी, विशंभर सिंह आदि ने संबोधित किया। सभा के अंत में उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ उत्तराखंड प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष संजय जोशी ने सभी का आभार व्यक्ति किया। साथ ही सीडीएस विपिन रावत की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखते हुए सभा समाप्ति की घोषणा की गई।
कर्मचारियों की मांगे
1.उत्तराखण्ड जल संस्थान को आवश्यक सेवा मानते हुये सेवा की दृष्टि से राजकीय विभाग घोषित किया जाये अथवा ऊर्मचारियो/अधिकारियों को वेतन भले. पेंशन का भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से करवाया जाये।
2.राज्य कर्मचारियों की भांति उत्तराखन्ड जल संस्थान के कर्मियों को भी आयुभान योजना का लाभ शीघ्र प्रदान किया जायें।
3. आई0टी0आई0 धारक पावर मैन/ इलेक्ट्रिशियन पम्प चालकों को लोक निर्माण विभाग व / सिंचाई विभाग के भांति 1900 ग्रेड वेतन को उच्चीकृत कर 2400 ग्रेड वेतन अनुमन्य किया जाए।
4. वर्ष 2017 में उत्तराखण्ड जल संस्थान में स्वीकृति ढांचे के अनुसार पाईप लाईन अधीक्षक के पदों पर पदोन्ती प्रदान की जाये।
5 समूह “म से समूह “ग” में शीघ्रातिशील पदोन्ती की जायें। उत्तराखण्ड जल संस्थान में कार्यरत पाईप लाईन फिटर, हैन फिटर, पाईप लाईन अधिक्षकों की पदोन्नती रिका पदों पर शोध की जायें।
7. उत्तराखण्ड जल संस्थान में पाईप लाईन सवर्ग में पूर्व में पाईप लाईन सहायक से जूनियर फिटर के पद पर पदोन्ती हुयी है, वर्तमान में 10 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने के उपरान्त भी ग्रेड वेतन 1800 पर चल रहा है साथ ही उनसे कनिष्ठ जो पाईप लाईन सहायक के पद पर थे वे ग्रेड वेतन 1900 पा चुके है। वर्तमान में पाईप लाईन सहायक व जूनियर फिटर को मर्ज कर एक पद बना दिया गया है अतः 10 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर ग्रेड वेतन 1900 लागू किया जाये। क्योकि सहायक लाईन मैन से जूनियर फिटर पद पर पदोन्नती फलस्वरूप समान ग्रेड वेतन होने के कारण इन्हे कोई लाभ नही दिया गया है।
8. उत्तराखण्ड जल संस्थान में ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जायें तथा संविदा श्रमिकों का वेतन श्रम विभाग के मानकों के अनुसार दिया जाए।
9. आई0टी0आई0 धारकों की पदोन्नती विद्युत विभाग एवं सिचाई विभाग की भांति कनिष्ठ अभियन्ता के पदों पर की जाए।
10. पूर्व में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी जो दिनांक 01.11.2003 में विनियमित हुये है तथा दिनांक 01.09.1996 से सहत वेतन प्राप्त कर रहे थें कों उक्त दिनांक 01.09.1996 से सेवा की गणना करते हुये दिनांक 01.11.2003 से तदनुसार वेतन निर्धारण किया जाए। तथा उच्च न्यायालय के अनुसार हुये निर्णय का शीघ्र लाभ प्रदान किया जायें।
11. पूर्व में विभाग द्वारा दी जा रही राशिकरण की सुविधा को बहाल किया जायें एवं शासनादेशानुसार शिथिलताकरण का लाभ शीघ्र प्रदान किया जाये।
12. पी0टी0सी0 कर्मियो का न्यूनतम मानदेय रू0 5770.00 किया जाये एवं उपनल के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों को समान कार्य का समान वेतन दिया जाए।
13. विभागीय ढांचे में सहायक लेखाधिकारी/सहायक सम्परीक्षाधिकारी के मात्र 05 पद स्वीकृत है, जबकि लेखाकार/वरिष्ठ सम्परीक्षक के 44 पद स्वीकृत है। लेखाकार/वरिष्ठ सम्परीक्षक के 44 पदों के सापेक्ष पदोन्नती हेतु मात्र 05 सहायक लेखाधिकारी/सहायक सम्परीक्षाधिकारी के पद न्याय संगत नही है। कार्यहित एवं नैसर्गिक न्याय को दृष्टिगत करते हुये सहायक लेखाधिकारी/सहायक सम्परीक्षाधिकारी के 10 पद स्वीकृत किये जाए।
14. राज्य कर्मचारियों की भांति उत्तराखण्ड जल संस्थान के कर्मचारियों को भी सामान रूप से वाहन भत्ते की सुविधा अनुमन्य करायी जाए।
15. उत्तराखण्ड जल संस्थान में कार्यरत कर्मचारी जो कि अपनी शैक्षिक योग्यता दर्ज कराना चाहते है, उसकी प्रकिया को सरल किया जाए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।