क्या महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाला है राजनीतिक भूचाल, गौतम अडानी की शरद पवार से हुई मुलाकात कर रही ये इशारा
महाराष्ट्र की राजनीति में क्या फिर से भूचाल आने वाला है। ऐसे अभी तक कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बन रही हैं, जिससे ये कसास अब सही लग रहे हैं। इस बीच मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी आज शरद पवार से मुलाकात करने के लिए उनके मुंबई स्थित आवास पर पहुंचे। यह मुलाकात करीब 2 घंटे तक चली। अब ऐसे में माना जा रहा है कि कहीं ऐसा ना हो कि शरद पवार की एनसीपी और बीजेपी सरकार में गठबंधन कर लेगी। कुछ दिन पहले ही शरद पवार ने एक बयान देते हुए कहा था कि गौतम अडानी मामले में JPC के जरिए जांच करने की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद अब गौतम अड़ानी शरद पवार से मुलाकात करने पहुंचे थे। बंद कमरे में दोनों की हुई मुलाकात के बारे में अबतक अडानी या शरद पवार की तरफ से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। इस मामले पर नेताओं द्वारा अलग अलग प्रतिक्रिया दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किसी भी दिन आ सकता है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट की एक संविधान पीठ ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे समूहों के बीच शिवसेना पार्टी के भीतर दरार से संबंधित मामलों के एक बैच में फैसला सुरक्षित रख लिया। शिवसेना पार्टी के भीतर दरार के कारण जुलाई 2022 में महाराष्ट्र में सरकार बदल गई थी। बैच में कई मुद्दों पर शिंदे और ठाकरे के ग्रुप के सदस्यों द्वारा दायर याचिकाएं शामिल हैं। पहली याचिका एकनाथ शिंदे ने जून 2022 में कथित दल-बदल को लेकर संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत बागियों के खिलाफ तत्कालीन डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी नोटिस को चुनौती देते हुए दायर की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बाद में ठाकरे ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जिसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा विश्वास मत के लिए बुलाए जाने के फैसले को चुनौती दी गई। अब माना जा रहा है कि यदि महाराष्ट्र में शिंदे और उनके गुट के खिलाफ फैसला आता है तो आने वाली परिस्थितियों में सरकार बनाने के लिए बीजेपी पूरी तरह से होमवर्क कर रही है। क्योंकि राज्यपाल की भूमिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सवाल उठा चुका है। ऐसे में शरद पवार की एनसीपी का बीजेपी को सरकार बनाने में सहयोग चाहिए। अडानी और पवार की मुलाकात को भी इसी नजरिये से देखा जा रहा है। यदि ऐसा हुआ तो महाराष्ट्र में विपक्ष की एकता को करारा झटका लग सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सुप्रिया सुले ने भी दिए हैं संकेत
क्या महाराष्ट्र में अजित पवार बीजेपी के साथ जा सकते हैं? NCP की सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इसके संकेत दिए हैं। खास बात ये है कि पहले भी देवेंद्र फडणवीस के साथ शपथ ले चुके अजित पवार बीजेपी की ओर झुकाव का इशारा कर रहे हैं। एनसीपी चीफ शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा था कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र और केंद्र की राजनीति में दो बड़े धमाके होने वाले हैं। सुले ने दावा किया है कि अगले 15 दिनों में दिल्ली और महाराष्ट्र दो राजनीतिक विस्फोट होने वाले हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अजीत पवार के बीजेपी में जाने की चर्चाएं
महाराष्ट्र की राजनीति फिलहाल गरमाई हुई है। एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) नेता अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा के बीच खबर है कि बड़ी संख्या में एनसीपी विधायक पाला बदलने के लिए तैयार हो गए हैं। एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, 53 में से 40 विधायक अब अजित पवार के साथ हैं। इसको लेकर पूरे प्रदेश और राजनीतिक गलियारों में खासी हलचल है। चर्चा है कि अजित पवार बीजेपी में शामिल होने की तैयारी में हैं। हाल ही में उन्होंने दावा किया था कि यदि सुप्रीम कोर्ट शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य करार दे भी देती है तो सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार नहीं गिरेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खबरें यह भी हैं कि समय आने पर अजित पवार अपने समर्थक 40 एनसीपी विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंप देंगे। पवार ने 40 विधायकों से खुद संपर्क किया है। अजित पवार ने कथित तौर पर एनसीपी विधायकों को व्यक्तिगत रूप से उनके समर्थन में हस्ताक्षर करने के बुलाया है। पत्रकारों के सवालों पर अजीत पवार ने इन कयासों का खंजन किया था कि वह बीजेपी में नहीं जाएंगे। हालांकि, पिछले कुछ समय से उनके कुछ बयान बीजेपी के प्रति नरम रवैये वाले रहे हैं। वहीं, शरद पवार के संबंध में कहा जाता है कि वह सत्ता से दूर ज्यादा दिन नहीं रह सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
गौतम अडानी और शरद पवार के बीच हुई इस मुलाकात को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि जो बैठक हुई है उसको राजनीतिक नहीं लेना चाहिए। उन दोनों की बैठक को राजनीतिक अर्थ नहीं निकालना चाहिए। पूरी दुनिया को पता है कि शरद पवार और अडानी की मित्रता पूर्वक संबंध है। दोनों एक दूसरे के घर जाते हैं। इसका राजनीतिक अर्थ नहीं निकालना चाहिए और यह जगजाहिर है कि उनकी दोनों की मैत्री है। चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अडानी कोई विषय लेकर उनके घर जाएंगे। उनका संबंध मित्रता का है। मैत्रीपूर्ण संबंध को लेकर राजनीतिक सवाल नहीं उठाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करीब डेढ़ घंटे चली चर्चा
बताया जा रहा है दोनों के बीच बंद कमरे में डेढ़ घंटे तक चर्चा चली। हालांकि दोनों के बीच क्या चर्चाएं हुई ये अभी सामने नहीं आया है। गौतम अडानी आज सुबह 10 बजे अपनी काली कार से सिल्वर ओक स्थित शरद पवार के आवास पर पहुंचे। इसके बाद दोनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई. गौतम अडानी के बीच वास्तव में क्या चर्चा हुई, इसके बारे में न तो अडानी और न ही शरद पवार ने कोई जानकारी दी है। यहां बता दें, जब शरद पवार और गौतम अडानी एक-दूसरे से मिले तो कोई और मौजूद नहीं था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस ने क्या कहा
इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य हुसैन दलवई ने कहा कि शरद पवार की अडानी के साथ मीटिंग को लेकर कोई दिक्कत नही है। क्योंकि उनके अडानी के साथ पहले भी संबंध रहे है। पवार साहब ने कभी नही कहा कि अडानी के खिलाफ JPC गलत है। उन्होंने कहा कि जेपीसी में सत्ता दल की भागीदारी ज्यादा होती है, लेकिन फिर भी विपक्ष जेपीसी की मांग करेगा तो वो विपक्ष के साथ रहेंगे। अडानी-पवार साहब की मीटिंग पर उठ रहे सवालों का जवाब तो शरद पवार ही दे सकते है। सभी नेताओं के अपने हित होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शरद पवार का स्टैंड
शरद पवार ने कहा था, गौतम अडानी मामले में जेपीसी यानी संयुक्त संसदीय समिति की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने इसकी वजह भी बताई है. पवार ने कहा था, मैंने कभी हिंडनबर्ग का नाम भी नहीं सुना है। शरद पवार ने ये भी कहा था कि उस कंपनी की रिपोर्ट पर कैसे भरोसा किया जाए। साथ ही उन्होंने जेपीसी यानी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी के खिलाफ भी स्टैंड लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शरद पवार ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में यह स्थिति पेश की थी। कांग्रेस द्वारा इस स्थिति का विरोध किए जाने के बाद, शरद पवार ने अगले ही दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि उन्होंने अपनी राय व्यक्त कर दी है। इन तमाम घटनाक्रमों के बाद आज गौतम अडानी ने शरद पवार से मुलाकात की है। इस मुलाकात में दोनों के बीच क्या चर्चा हुई ये तो बाद में पता चल सकेगा।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




