ग्राफिक एरा में पौधों की जीन व जीनोम पर अंतराष्ट्रीय कार्यशाला
कार्यशाला का उद्देश्य शोधकर्ताओं को कृषि में बायोइनफोरमेटिक्स के महत्व के बारे में जानकारी देना और कृषि संबंधी उसके उपयोग के बारे में बताना है। इसके लिए कार्यशाला में शोधकर्ताओं को यूरोपियन बायोइनफोरमेटिक्स इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित जीनोम ब्राउजर, इएनएसएफएमबीएल के बारे में और उसमें इकठ्ठे विश्व भर के जीनोम डाटा को अपने शोध में शामिल करने के तरीकों के बारे में बताया जायेगा। इसके साथ ही उन्हें जीनोम एडिटिंग साफ्टवेयर्स पर काम करने की ट्रेनिंग भी दी जायेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम का श्रीगणेश विश्वविद्यालय के कुलपति डा. जे. कुमार ने किया। इएनएसएफएमबीएल आउटरीच आफिसर डा. लाउसी मिराबियुनो ने इएनएसएफएमबीएल जीन्स और ट्रांसइस्कृप्ट के बारे में बताया। इएनएसएफएमबीएल आउटरीच आफिसर डा. बेंजामिन मूरी ने शोधकर्ताओं को इएनएसएफएमबीएल वेरियान्ट्स डाटा और वेरियान्ट इफैक्ट पिरडिक्टर की विस्तृत जानकारी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पांच दिवसीय कार्यशाला में इएनएसएफएमबीएल आउटरीच आफिसर गैरी नाओमेटि, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न सिडनी, आस्ट्रेलिया की फाउंडेशन चेयर और प्रोफेसर डा. प्रीति कृष्ना और इंस्टीट्यूट आफ फोरेस्ट जेनिटिक्स एण्ड ट्री ब्रिडिंग, कोयम्बटूर तामिलनाडू की डा. मधुमिता दास गुप्ता ऑनलाइन जुड़ेंगी। कार्यशाला की कन्वीनर डा. पल्लवी जोशी हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।