विज्ञान मेले में बच्चों को दी गई छात्रों को रोचक जानकारी, गणित को सरलता से पढ़ने दी जानकारी, ऊर्जा उपकरण बनाने की बताई विधि
तीन दिवसीय विज्ञान मेले के दूसरे दिन श्री साईं पब्लिक स्कूल, श्री गुरु नानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल व साईं पब्लिक स्कूल सहित अन्य विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक शिक्षिकायें सहित 1250 छात्र- छात्रों ने विज्ञान मेले में प्रतिभाग कर विज्ञान से जुडी विभिन्न विधाओं के विषय में बहुत ही रोचकता के साथ प्रतिभाग कर ज्ञान प्राप्त किया। इस विज्ञान मेले में फन वद मैथ्स के जरिये कठिन समझे जाने वाले विषय गणित को बहुत ही सरलता के साथ समझाया जा रहा है। मिट्टी को जानने व उसके विभिन्न अवयवों के बारे में बच्चों ने बहुत कुछ सीखा व समझा।
ऊर्जा संरक्षण में एलईडी के महत्व को बताते हुवे एलईडी के द्वारा बनने वाले बल्व, ट्यूब लाईट, बेम्बू लेम्प आदि के बनाने की प्रक्रिया से सभी को अवगत करवाया गया। कुछ छात्रों ने अपना एलईडी बल्ब भी स्वयं बना कर देखा। बल्ब के उजाले से उनके चेहरे पर खुशी देखी गई। आकाश मंडल में बिखरे तारों की दिशा का ज्ञान व तारों की पहचान तारामण्डल द्वारा करवाई गई जिसमें सभी ने बहुत ही रोमांचित होकर दिन में तारे देखे।
मौसम विज्ञान की जानकारी के अंतर्गत मौसम की निगरानी, हवा का बहना, हवा की दिशा का निर्धारण, आद्रता, तापमान, वर्षा की माप आदि की जानकारी मेले में संबंधित उपकरणों के माध्यम से दी गई। हमारा जल कितना शुद्ध है, कितना अशुद्ध है, जल को किस प्रकार से जांचा जा सकता है, इसकी सही जानकारी दी गई। खाद्य गुणवत्ता के अंतर्गत रसोई में उपयोग होने वाले खाद्य पदार्थों की जांच को बहुत ही सरलता पूर्वक घर पर ही करने की सटीक जानकारी मेले में दी जा रही है। जल कृषि के विषय में जानकारी देते हुवे बताया गया कि वर्तमान समय में जिस तरह से आबादी के अत्यधिक बढ़ जाने से कृषि भूमि लगातार घटती जा रही है, घटते कृषि के दायरे पर चिंता को समझते हुवे जल कृषि को विकशित किया जाना आवश्यक हो गया है। इस बात को समझते हुवे मेले में जलीय कृषि के विषय में भी जानकारी दी जा रही है।
कठपुतली किस प्रकार से संचार व प्रचार प्रसार में सहायक सिद्ध हो सकती है, इसके लिए पपेट शो के द्वारा ई- कचरा न्यूनीकरण, रिपेयरिंग व इसके उचित प्रबंधन की जानकारी के साथ साथ मनोरंजन भी करवाया जा रहा है। कोरोना काल में जीवन रक्षक के रूप में सेनेटाइजर के उपयोग करने की सलाह सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई, परन्तु उसकी गुणवत्ता व उसमें एल्कोहल की प्रतिशतता पर सवाल उठाते हुए मेले में एल्कोहल की प्रतिशतता की जांच का सही तरीका बताया जा रहा है व कुछ लोग स्वयं भी सेनेटाइजर की जांच मेले में कर रहे हैं। फन विद मैथ्स में गणित को सरलता से कैसे सीखा जा सकता है, छात्र छत्राओं को इसको बताया गया।
फन विद साइंस को लो- कोस्ट पर कूड़े हो चुकी वस्तुओं से निर्मित किट से विज्ञान के कठिन समझे जाने वाले प्रयोगों को सरलता से समझाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे छात्रों को विज्ञान को समझने का अवसर मेले में मिल रहा है। चमत्कारों के पीछे छुपे विज्ञान जैसे बिना माचिस तेल के अग्नि प्रकट करना, सम्मोहन विद्या, शनि को लोटे में कैद करना आदि का प्रदर्शन कर चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या की जा रही है। इस विज्ञान मेले में भारत वर्ष के जाने माने विषय विशेषज्ञों द्वारा बहुत ही रोचक व सरलता के साथ विज्ञान के विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान की गई।
स्पैक्स के सचिव डॉ. बृजमोहन शर्मा ने बताया कि केके राय व वैभव कुमार द्वारा कठपुतली द्वारा संचार, एल.ई.डी.से संबंधित जानकारी रामतीरथ मौर्य, सेनेटाइजर की जांच अर्पण यादव व मीडिया वरिष्ठ पत्रकार मंगेश कुमार, चमत्कारों की वैज्ञानिक आधार पर व्याख्या जितेंद्र भटनागर, तारामण्डल विक्रम नेगी व अजय जोशी,जल व खाद्य गुणवक्ता शंकर दत्त, हाइड्रोपोनिक्स राकेश उपाध्याय, मिट्टी की जानकारी हरिराज सिंह, मौसम की जानकारी बालेन्दु जोशी, फन विद साइंस दर्शन बावेजा, फन विद मैथ्स गुरुमीत सिंह, टेलिस्कोप पर अरुण कुमार, गौरव आदि सम्मिलित हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।