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November 23, 2024

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास, बोली-मां..कुश्ती जीत गई मैं हार गई, माफ करना

पैरिस ओलंपिक में फाइनल खेलने से पहले सौ ग्राम ज्यादा वजन निकलने पर पुरे टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित होने के बाद भारतीय पहलवान विनेश फोगाट भीतर से इतनी टूट गई कि उन्होंने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने विनेश फोगाट को गहरी साजिश के तहत टूर्नामेंट से बाहर करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, ऐसे आरोपों की सच्चाई तब ही सामने आ सकती है, जब इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। कारण ये है कि महिला पहलवानों से कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष एवं पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विनेश फोगाट सहित कई रेसलरों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर लंबे समय तक धरना दिया है। ऐसे में उन्हें ओलंपिक से बाहर करने की घटना को साजिश के तौर पर भी देखा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सोशल मीडिया एक्स पर लिखा ये संदेश
विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी मां के लिए बड़ा मार्मिक संदेश लिखकर कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने लिखा- माँ कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई माफ़ करना। आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने दी ये प्रतिक्रिया
पूर्व ओलंपिक पदक विजेता एवं भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने एक्स पर विनेश की पोस्ट पर लिखा- विनेश आप हारी नही हराया गया हैं, हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेगी। आप भारत की बेटी के साथ साथ भारत का अभिमान भी हो। वहीं, महिला पहलवान और ओलंपिक में पदक विजेता साक्षी मलिक ने एक्स पर लिखा कि- विनेश तुम नहीं हारी हर वो बेटी हारी है जिनके लिए तुम लड़ी और जीती। ये पूरे भारत देश की हार है। देश तुम्हारे साथ है। खिलाड़ी के तौर पे उनके संघर्ष और जज्बे को सलाम। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विनेश ने सीएएस के जरिये की अपील
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील की है। उन्होंने खेलों के लिए मध्यस्थता न्यायालय (CAS) के जरिए सिल्वर मेडल की मांग उठाई है। विनेश ने शुरू में अपने अंतिम मैच (फाइनल) को बहाल करने के लिए कहा था, लेकिन उनकी इस मांग को ठुकरा दिया गया। फिर उन्होंने साझा रजत के लिए अपनी अपील को संशोधित कर दिया। बता दें कि बीते बुधवार सात अगस्त की रात को विनेश कुश्ती के महिला 50 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में अमेरिका की साराह एन हिल्डेब्रांट से भिड़ने वाली थीं। मगर मुकाबले से पूर्व उनका वजन तय मानक से 100 ग्राम अधिक पाया गया था। इसके चलते उन्हें पेरिस ओलंपिक्स से डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पढ़ेंः पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए बुरी खबर, विनेश फोगाट अयोग्य घोषित, पीएम मोदी ने कहा- आप चैंपियन हैं

आज आठ अगस्त को आना है फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो CAS ने 8 अगस्त तक का समय मांगा है, जिसके बाद वह अपना अंतिम फैसला सुनाएगा कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जा सकता है या नहीं। यदि सीएएस भारतीय पहलवान के पक्ष में फैसला सुनाता है तो उन्हें ओलंपिक्स के महिला 50 किलोग्राम भारवर्ग में संयुक्त रूप से सिल्वर मेडलिस्ट घोषित किया जाएगा। याद दिला दें कि विनेश फोगाट ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान को 5-0 से हराया था, लेकिन वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें फाइनल में लड़ने की अनुमति नहीं मिली थी। अब यह देखने योग्य बात है कि CAS इस विषय पर क्या फैसला सुनाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सीएएस के बारे में
CAS एक स्वतंत्र संस्था है जिसका गठन 1984 में इस उद्देश्य से हुआ था कि यह खेलों से जुड़े मामलों में मध्यस्थता कर सके। इसका हेडक्वार्टर स्विट्जरलैंड में स्थित है। वहीं न्यूयॉर्क और सिडनी में इसके कार्यालय मौजूद हैं। इसके अलावा ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाले देशों में थोड़े समय के लिए CAS का कार्यालय स्थापित किया जाता है। यह संस्था 2 पक्षों के बीच मध्यस्थता करके खेलों से जुड़े मामलों को सुलझाने का काम करता है। मध्यस्थता करने के लिए आमतौर पर पेनल में 3 मध्यस्थों को चुना जाता है। इनमें से दोनों पक्षों को एक-एक मध्यस्थ दिया जाता है, वहीं तीसरा मध्यस्थ उस प्रभाग के अध्यक्ष द्वारा चुना जाता है। कुछ मामलों में केवल एक ही मध्यस्थ फैसला सुनाने के लिए मौजूद रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

लगातार तीन ओलंपिक में किया क्वालीफाई
विनेश ने 2016 रियो खेलों में ओलंपिक में डेब्यू किया था। 2016 रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान उन्हें चोट लग गई और घुटने की चोट से उनकी मेडल की उम्मीद टूट गई थी। घुटने में चोट लगने के कारण वह प्रतियोगिता से बाहर हो गई और 48 किग्रा के क्वार्टरफाइनल में चीन की सुन यानान को विजेता घोषित कर दिया गया। इसके बाद वह 2020 में टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में 53 किग्रा वर्ग में वेनेसा कलादज़िंस्काया से हार गईं थी। विनेश लगातार तीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान भी बनीं, लेकिन यहां भी उनकी किस्मत से धोखा दे दिया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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