उत्तराखंड में इंडिया गठबंधन की बैठक, असम सरकार की निंदा, तय किए कई कार्यक्रम
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में आज इंडिया गठबंधन से जुड़े घटक दलों एवं सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की गई। काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में वक्ताओं ने भाजपा सरकारों की ओर से आए दिन की जा रही लोकतंत्र और संविधान की हत्या पर चिंता व्यक्त की। सभी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी को असम के मंदिर में दर्शन से रोकने का विरोध किया। साथ ही असम सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी एक सुनियोजित रणनीति के तहत देश में स्थापित संस्थाओं को बर्बाद करने पर तुली हुई है। फौज में अग्निवीर जैसी योजनाओं को लाकर देश की सीमाओं को कमजोर करने की तैयारी की जा रही है। माहरा ने कहा कि आज देश सांप्रदायिकता की आग में झुलस रहा है। धार्मिकता और संप्रदायिकता के बीच में एक पतली सी रेखा होती है, जिसे भाजपा ने तोड़ दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि विगत दिवस 22 जनवरी को समूचा देश जिस कार्यक्रम का गवाह बना, वह धार्मिक कम राजनीतिक ज्यादा था। इसमें कोई दो राय नहीं कि भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए इस कार्यक्रम को आनन फानन किया। कार सेवा के दौरान जिन कार्यकर्ताओं की मृत्यु हो गई थी, उनके परिवारों तक की कोई सुध नहीं ली गई। यह इस बात का उदाहरण है कि भारतीय जनता पार्टी कैसे उपयोग करके लोगों को दूध में से मक्खी की तरह बाहर निकाल फेंकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान वक्ताओं ने एकमत से ये कहा कि स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता और प्रखरता से उठाना होगा। जिस तरह से आज प्रदेश का बेरोजगार, युवा, किसान, मजदूर और महिलाएं भाजपा सरकार की कुनीतियों से परेशान है, उन्हें प्राथमिकता से जनता के बीच में उठाना होगा। वक्ताओं ने कहा कि आज के राजनीतिक परिदृश्य में राजनीतिक दलों के साथ-साथ सिविल सोसाइटी के महत्व से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इसके तहत रणनीति बनाई गई कि पूरे प्रदेश भर में वृहद प्रदर्शन और आंदोलन किए जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यह भी तय हुआ कि 26 जनवरी और 30 जनवरी 2024 को इंडिया गठबंधन और जन संगठन के लोग मिलकर एकसाथ कार्यक्रम करेंगे। साथ ही अन्य तबकों के असंतुष्ट लोगों को भी साथ जोड़ा जाएगा। बैठक के दौरान कई और जन संगठनों को चिह्नित किया गया, जिन्हें आने वाले दिनों में संपर्क किया जाएगा। तय किया गया कि 26 जनवरी को होने वाले “जन गण मन अभियान” और “जीतेगा भारत हारेगी नफरत” के तहत हर जिले में गणतंत्र दिवस के दिन प्रत्येक स्थान पर होने वाले कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि जिले स्तर पर भी जन संगठनों को चिह्नित करके उनके साथ मिलकर इंडिया गठबंधन रोड मैप तैयार करेगा। बैठक के दौरान इस बात पर मोहर लगी की 26 जनवरी को झंडारोहण के साथ-साथ दोपहर 1:30 बजे अंबेडकर पार्क घंटाघर से लेकर गांधी पार्क तक “जीतेगा भारत हारेगी नफरत” के तहत प्रदर्शन किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर वोटर लिस्ट के सत्यापन पर भी चर्चा हुई। तय किया गया कि जो लोग ज्यादा से ज्यादा समय दे सकते हैं, उन्हें कार्यक्रमों से जोड़ा जाएगा। बैठक के दौरान सभी शोषित, वंचित और गरीब, आम जनता की बातों को प्रमुखता से उठाने पर जोर दिया। बैठक में यह भी तय हुआ कि महीने में एक बार प्रमुख मुद्दे को लेकर सभी दल मिलकर प्रेस वार्ता करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में मुख्य रूप से उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत, निर्मला बिष्ट, ऑल इंडिया किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवान, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय काउंसिल सदस्य समर भंडारी, स्वतंत्र पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सत्यनारायण सचान, भारत जोड़ो अभियान के भुवन पाठक, उत्तराखंड इंसानियत मंच के रवि चोपड़ा, सर्वोदय मंडल के हरबीर सिंह कुशवाहा, भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी, भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव राजेंद्र नेगी, चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल, कांग्रेस से महेंद्र नेगी, याकूब सिद्दीकी, नवीन जोशी एवं गरिमा मेहरा दसौनी उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।