उत्तराखंड में अब वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष पर भी लगे बैकडोर से भर्ती के आरोप, सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही एक ही पोस्ट
ऐसी पोस्ट पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के खास माने जाने वाले सुमित सेठी के साथ ही कई लोगों ने सोशल मीडिया में वायरल की। इसमें वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी पर भी विधानसभा में बैकडोर से नियुक्ति करने का आरोप लगाया गया है। ऐसी पोस्ट आज बुधवार को एक ही समय पर एकसाथ कई लोगों ने सोशल मीडिया में डाली है। हम यहां जो पोस्ट वायरल हो रही है, उसे बगैर किसी एडिटिंग के उसी प्रकार से प्रकाशित कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद से 22 साल में 480 लोगों को विधानसभा में बैकडोर से नौकरी दी गई। इस पर शोर मचने पर स्पीकर ने तीन सितंबर को रिटायर्ड आइएएस डीके कोटिया, एसएस रावत व आवनेंद्र नयाल की एक जांच कमेटी बनाई थी। इसे एक माह में रिपोर्ट देने को कहा गया था। जांच समिति की रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपने के बाद भर्ती प्रकरण के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने हाल ही में बड़ा एक्शन लिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने विधानसभा में 480 में से 228 नियुक्तियां रद्द कर दी हैं। ये 2012 के बाद से की गई तदर्थ नियुक्तियां हैं। इनमें उपनल से की गई 22 भर्तियां भी रद्द कर दी गईं। इसके साथ ही उन्होंने सचिव मुकेश सिंघल को भी निलंबित कर दिया था। साथ ही कहा गया कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल की भूमिका की जांच की जाएगी। वहीं बताया गया कि 2012 से पहले हुई नियुक्ति पर विधिक जांच होगी। उन्होंने बताया कि समिति ने काबिले तारीफ कार्य किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विधानसभा सचिवालय में खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष ने जांच कमेटी की रिपोर्ट को साझा किया था। साथ ही कई फैसलों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 32 पदों पर भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी गई। सचिव मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया गया। रिपोर्ट 29 पेज की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिफारिशों में गड़बड़ी थी। इनमें नियमों का पालन नहीं किया गया। ना ही किसी चयन समिति का गठन किया गया और ना ही कोई विज्ञापन दिया गया। ये समानता के अधिकार का उल्लंघन है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है पोस्ट
उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा की गई प्रदेश से बाहर बिहार और दिल्ली के लोगों की इन नियुक्तियों के बारे में आप क्या कहेंगे !!
क्या उत्तराखंड का कोई भी बेरोजगार इन नियुक्तियों के लायक नहीं था !! इनकी नियुक्तियों के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गयी ?
कहां विज्ञापन निकला? किसने फार्म भरे? कहां पेपर हुए?
(1)विशेष कार्याधिकारी (विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – अशोक शाह पुत्र स्व डी एल शाह निवासी मकान नंबर सी-5-बी , 11 बी ,सी 5 बी ब्लॉक, जनकपुरी पश्चिमी दिल्ली, दिल्ली ।
सैलरी – लेवल 10 तनख्वाह लगभग #एक लाख प्रतिमाह
(2)सहायक जन सम्पर्क अधिकारी (विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – आभास सिंह पुत्र श्री भूपेंद्र सिंह निवासी फ्लैट नंबर 1103, ब्लॉक ए , 6 एवेन्यू , गौर सिटी 1, नोएडा एक्सटेंशन, उत्तर प्रदेश
सैलरी – लेवल 7 लगभग तनख्वाह 60 हजार प्रति माह।
(3) सहायक सूचना अधिकारी (विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – उत्कर्ष रमन पुत्र श्री विजेंदर प्रताप पाण्डेय,निवासी – मूल निवासी पटना बिहार
सैलरी – लेवल 7 तनख्वाह लगभग 60 हजार रुपए
(4) सलाहकार (विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – ललित डागर निवासी *28 कैलाश नगर , नई दिल्ली , दिल्ली
ये है युवाओं की मसीहा बनी विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण जिन्होंने अपने सभी
निजी स्टाफ पर उत्तराखंड के बाहर के लोगो को तरजीह दी गयी है । क्या उन्हें
उत्तराखंड का एक भी युवा इस काबिल नही लगा जो इस योग्य हो ।
ये है विधानसभा अध्यक्ष का उत्तराखंड के प्रति लगाव व विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार।
#दोहरी राजनीति
#दोगलापन
#अपने पराए—- बाहरी अपने (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस तरह एक के बाद एक घोटाले होते रहे उजागर
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 41 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके बाद अब हर दिन किसी ना किसी विभाग में भर्ती घोटाला उजागर हो रहा है। साथ ही पूर्व विधानसभा अध्यक्षों पर भी बैकडोर से नियुक्ति करने के आरोप लगे। वहीं, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री पर भी ऐसे ही आरोप लग रहे हैं। ऐसे में अब मांग उठ रही है कि पूरे प्रकरणों की सीबीआइ से जांच कराई जाए, या फिर उच्च न्यायालय के सीटिंग जज की अध्यक्षता में गठित समिति से जांच हो। उधर, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने विधानसभाओं में हुई भर्तियों की जांच को कमेटी गठित कर दी थी। कमेटी की रिपोर्ट के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने बड़ा एक्शन लिया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।