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October 18, 2024

पुलिस पेंशनर्स कल्याण समिति उत्तराखंड की बैठक में गोल्डन कार्ड सहित इन समस्याओं पर जताया आक्रोश

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उत्तराखंड में पुलिस विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार का सकारात्मक रुख ना होने पर आक्रोश व्यक्त किया। देहरादून में रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन में पुलिस पेंशनर्स कल्याण समिति उत्तराखंड की बैठक में गोल्डन कार्ड योजना में कैशलेस ओपीडी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों में जानबूझकर विभागीय देरी, कॉम्यूटेशन पॉलिसी में संशोधन, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की योजना में पुनः विकल्प दिए जाने आदि विषयों पर सरकार की ओर से निर्णय नहीं होने पर गुस्से का इजहार किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बैठक में मांग की गई कि 30 जुलाई तथा 30 दिसंबर को रिटायर होने वाले कार्मिकों को एक इंक्रीमेंट उत्तर प्रदेश की भांति दिया जाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व पुलिस महानिरीक्षक पुष्पक ज्योति ने कहा सेवानिवृत्त होने के बाद हमें जिंदगी की नई शुरुआत करनी चाहिए। अपने जीवन को सामाजिक सेवाओं में भी लगाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

बैठक का संचालन करते हुए जगदीश चंद्र आर्य ने कहा कि अपनी न्यायोचित अधिकारों के लिए सभी पेंशनर्स संगठनों को एकजुट होकर सरकार के समक्ष प्रभावी तरीके से अपना पक्ष रखना चाहिए। अन्यथा उच्च न्यायालय के द्वार तो सभी के लिए खुले हैं। मुख्य अतिथियों में उत्तराखंड पेंशनर समन्वय समिति के सदस्य सुशील त्यागी, सचिवालय सेवानिवृत पेंशनर्स एसोसिएशन से गिरीश चंद्र भट्ट, पूर्व उपाधीक्षक बीडी जुयाल, पूर्व अध्यक्ष गणेश चंद्र पंत ने भी मांगों को लेकर एकजुट होकर संघर्ष पर जोर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर समिति के दिवंगत वरिष्ठ सदस्यों को श्रद्धासुमन भी अर्पित किए गए। कोषाध्यक्ष बचेंद्र कुमार पाण्डेय ने आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। प्रमुख वक्ताओं में पीसीएस रिटायर अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश सिंह भंडारी, प्रमोद ध्यानी, भगवती प्रसाद, सोमेश्वर बहुगुणा, लक्ष्मण सिंह नेगी, विनोद काला, रंजीत भंडारी, ध्यान सिंह नेगी, विक्रम सिंह चिकारा, सतीश जोशी, सी के चक्रवर्ती, गौरव आदि ने भी विचार रखे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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