चुनावी साल में तीरथ ने नहीं बदले विभाग, फोर्टिस से दिखाया अंकुश, डिलवरी से घिरे सूरमा मंत्रीः भूपत सिंह बिष्ट
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तीरथ सिंह रावत के हस्तक्षेप से कोरोनेशन अस्पताल में चल रहे फोर्टिस हार्ट विभाग का एक्सटेंशन एक साल के लिए बढ़ गया है। चुनावी साल में तीरथ ने विभाग नहीं बदले। फोर्टिस से अंकुश दिखाया और डिलवरी से घिरे सूरमा मंत्री।
पूरे उत्तराखंड से कोरोनेशन फोर्टिस पीपीपी मोड़ पर चल रहे हार्ट विभाग में गरीब मरीज और बच्चे आ रहे हैं और यहां बच्चों के दिल में छेद जैसी जानलेवा बीमारी का सस्ता इलाज उपलब्ध है। तीरथ सिंह रावत ने स्वास्थ्य मंत्रालय को अपने पास रखा है और तुरंत फोर्टिस के साथ करार एक साल के लिए बढ़ा दिया। ताकि इन गरीब और बीमार मरीजों को बाजारी भाव की लूट से बचाया जाये।
कहने के लिए नए मुख्यमंत्री तीरथ ने पिछली त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रियों के विभागों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है और कुछ आलोचक इस अवसर को परिवर्तन का सुनहरा अवसर खोना मान रहे हैं। इस का दूसरा पहलू यह भी है कि इस चुनावी साल में मंत्रियों के विभाग बदलने से उनके पिछले चार साल का हिसाब किताब लेना मुश्किल हो जाता। अब मुखिया को छोड़कर बाकि सारे मंत्री अपने विभाग और योजनाओं को जनता के बीच ले जाने के लिए कोई बहाना नहीं गढ़ सकते हैं।
तीरथ सिंह रावत ने त्रिवेंद्र रावत की तरह गृह, वित्त, चिकित्सा, सूचना, लोक निर्माण, आबकारी, खनन, राजस्व, ग्राम्य विकास, उर्जा आदि विभागों को अपने पास रखा है। ताकि अब भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की समग्र जिम्मेदारी अपने हाथ में रहे। साथ ही मलाई वाले विभागों में नजर गड़ाये मंत्रियों के पर भी तराशे गये हैं और संभावित विरोध को भी आसानी से थाम लिया गया है।
सतपाल महाराज को संस्कृति, धर्मस्व एवं पर्यटन, सिंचाई, जलागम प्रबंधन जैसे अपने पुराने विभाग में ही अपने पांच साल की परफोरमेंस साबित करनी है। दूसरे हैवीवेट हरक सिंह रावत अपने पिछले विभाग वन, श्रम, कौशल विकास एवं सेवायोज, आयुष और आयुष शिक्षा तक सीमित रखा गया है। यशपाल आर्य परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक व छात्र कल्याण व निर्वाचन जैसे विभागों में अपने पांच साल पूरे करेंगे और चुनावी वर्ष में अपनी उपलब्धियों के साथ जनता के बीच आयेंगे।
कांग्रेस से आये मंत्री सुबोध उनियाल भाजपा नेताओं के साथ बेहतर सामंजस्य बैठाने में सफल रहे हैं। कृषि, उद्यान, रेशम विभाग, जैव प्रोद्योगिकी व संस्करण में प्रदेश की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर हुई है। अपने अधिकारियों से तालमेल बैठाने में असफल मंत्री रेखा आर्य को फिर से महिला एम्पावरमेंट व बाल विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास व मत्स्य पालन में अपना कौशल सिद्ध करना है ताकि अगली सरकारों में कुशल प्रशासक की छवि उभरे।
नए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास ओर एमएसएमई जैसे उपयोगी विभाग मिले हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व सैनिक गणेश जोशी ने अपनी शपथ के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सैल्यूट से अभिनंदन किया और अब प्रदेश के सैनिक कल्याण में अपनी प्रभावी भूमिका में नजर आने वाले हैं।
बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल, यतीश्वरानंद ने मुख्यमंत्री के भारी भरकम विभागों का बोझ कम किया है। तीरथ सिंह रावत के लिए बड़ी चुनौती यह है कि कांग्रेस से भाजपा में आये नेताओं को भाजपा की नीति – रीति में नियंत्रित रखें और चुनावी साल में किसी बड़ी बाधा को बनने से रोक दें ताकि भाजपा के सभी धड़े एक साथ मिलकर कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत के सपने को चकनाचूर करते रहें और वर्ष 2022 में भाजपा सरकार पुनः स्थापित हो।
चुनावी साल में भाजपा थिंक टैंक ने उत्तराखंड की राजनीति में स्थापित चेहरों को यथा स्थिति में रखा है। भले ही हाई कमान ने विधायकों व मंत्रियों के असंतोष के चलते अपने विश्वसनीय चेहरे को चार साल के कुछ दिन पहले सत्ताच्युत कर दिया है।
राजनीति में शह और मात का खेल निरंतर जारी रहता है और तीरथ सिंह रावत अब अपने कदम फूंक फूंक कर उठा रहे हैं। मंत्रियों के विभागों में भले ही फेर बदल न हुआ हो, लेकिन अब आईएएस, आईपीएस व आईएफएस व पीसीएस अधिकारियों के विभागों में फेर बदल होना है। इसका संकेत पूर्व मुख्यमंत्री के प्रिय सूचना महानिदेशक को बदलकर मुख्यमंत्री जाहिर कर चुके हैं।
लेखक का परिचय
भूपत सिंह बिष्ट
स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।